लखनऊ की युक्तिशा बनी पुलिस उपाधीक्षक

लक्ष्य को निर्धारित कर करें तैयारी, सफलता चूमेगी कदम: युक्तिशा राजपूत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने शुक्रवार रात सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा-2022 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया। इस बार बेटियों ने अपनी मेधा का परचम लहरा का साबित कर दिया कि आज बेटियां किसी से कम नही हैं। लक्ष्य चाहे कितना भी बड़ा हो, मेहनत और लगन से उसे पाया जा सकता है। पहले प्रयास में सफलता न मिले तो हारकर बैठें नहीं बल्कि दोगुने जोश से तैयारी करें। कामयाबी निश्चित रूप से आपके कदम चूमेगी। इन वाक्यों को लखनऊ की युक्तिशा राजपूत ने चरितार्थ किया है।

लखनऊ की युक्तिशा राजपूत ने इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लखनऊ एवं अपने परिजनों का नाम रौशन किया है। युक्तिशा राजपूत ने पुलिस उपाधीक्षक के पद पर सफलता पाई है। 1/70, विजय खण्ड, गोमती नगर लखनऊ निवासी युक्तिशा राजपूत के पिता अरूण कुमार सिंह केनरा बैंक के अवकाश प्राप्त वरिष्ठ प्रबन्धक हैं तथा माता प्रतिभा सिंह गृहणी हैं। युक्तिशा राजपूत की प्रारम्भिक शिक्षा सिटी मांटेसरी स्कूल गोमती नगर लखनऊ में हुई। तत्पश्चात उन्होंने आईआईटी दिल्ली से बीटेक उत्तीर्ण किया है। युक्तिशा के पुलिस उपाधीक्षक पद पर चयन होने पर परिवार एवं शुभचिन्तकों में खुशी की लहर है। युक्तिशा ने इस सफलता का श्रेय सतत प्रयास, माता-पिता का आर्शीवाद एवं सहयोग एवं गुरूजनों के उचित मार्गदर्शन को दिया।

अरूण कुमार सिंह ने बताया हमारी बेटियां हमारा गौरव, यह सिद्धांत इस चयन प्रक्रिया से सिद्ध हुआ है। परिणामों में बेटियों ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सुनहरे भविष्य का निर्माण कर राष्ट्र के प्रति अपना समर्पण जाहिर किया है।
युक्तिशा राजपूत का कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को पूरी लगन, मेहनत और ईमानदारी के साथ पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। खासकर जब आप यूपीपीएससी की परीक्षा की तैयारी कर रहे हो तो। लक्ष्य को निर्धारित कर आपको अन्य कामों को छोड़कर पढ़ाई करनी होगी। अपना बेस मजबूत करना होगा। यूं तो परीक्षा की तैयारी के लिए अधिकांश लोग अच्छी से अच्छी कोचिग का सहारा लेते है, लेकिन सेल्फ स्टडीज के जरिए भी आप यूपीपीएससी एक्जाम को क्रैक कर सकते है।

उन्होंने कहा यदि आप लक्ष्य निर्धारित कर अपनी पढ़ाई करते है तो करीब एक साल में आपकी तैयारी पूरी हो जाएगी। लेकिन, इसके लिए आपको शुरू से ही योजना बनानी होगी।
यूपीपीएससी के प्रभारी सचिव विनोद कुमार गौड़ ने बताया कि चयन प्रक्रिया गुणधर्मिता, शुचिता, पारदर्शिता और समयबद्धता से पूर्ण कर 10 महीने में इसका परिणाम घोषित किया है। यह एक कीर्तिमान है और पहली बार यूपीपीएससी ने नई उपलब्धि हासिल की है। यूपी से सबसे ज्यादा 40 अभ्यर्थी लखनऊ से सफल हुए हैं, जबकि प्रयागराज से 29 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है। कानपुर शहर से भी 15 अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। कुल 67 जिलों से अभ्यर्थियों ने परीक्षा में सफलता हासिल की है।