विदशों में बज रहा योगी के यूपी मॉडल का डंका विदेशी निवेशक यूपी में निवेश को आतुर जापान और कोरिया गई टीम को मिला जबरदस्त रिस्पांस

– जापान यूपी में लगाएगा टेक्सटाइल मशीनरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट 2500 करोड़ का करेगा निवेश, 5 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार
– निवेशकों ने उत्तर प्रदेश के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश को लेकर किये कई करार, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में औद्योगिक निवेश को लेकर होंगे कई बड़े एमओयू पर हस्ताक्षर

उदय भूमि ब्यूरो
लखनऊ / ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यूपी मॉडल का डंका विदेशों में भी बज रहा है। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को लेकर विदेशी निवेशक जबरदस्त उत्साह दिखा रहे हैं। जापान और दक्षिण कोरिया गये सरकार के प्रतिनिधि मंडल को जबरस्त रिस्पांस मिला है और वहां के निवेशकों ने उत्तर प्रदेश के यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश को लेकर कई करार किये। जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन ने यमुना एक्सप्रेसवे पर 2500 करोड़ की लागत से टेक्सटाइल मशीनरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए एमओयू साइन किया। जापान फार्मास्युटिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन से जुड़े कई जापानी उद्योगपतियों ने मेडिकल डिवाइस पार्क परियोेजना सहित कई अन्य क्षेत्रों में निवेश को लेकर इच्छा जताई है। दक्षिण कोरिया के दर्जनों उद्यमियों ने डाटा पार्क, अप्रैल पार्क सहित अन्य सेक्टरों में निवेश को लेकर दिलचस्पी दिखाई है। विगत कुछ वर्षों में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में जिस तरह से विकास कार्य हुए है और यहां औद्योगिक इकाईयों को लेकर योजनाएं तैयार की गई है उसका असर अब दिखाई देने लगा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अगले साल 10 से 12 फरवरी तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में औद्योगिक निवेश को लेकर कई बड़े करार होंगे।


विदित हो कि कभी बीमारू राज्यों में गिने जाने वाले उत्तर प्रदेश की गिनती अब भारत के सबसे मजबूत और उभरते हुए प्रदेश के रूप में हो ही है। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्रांति का दौर चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन इकोनॉमी वाला प्रदेश बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का बनाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करना है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए सीएम योगी ने 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारियों की अलग-अलग टीमें दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजी है। इसी कड़ी में एक प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया एवं जापान से निवेश आकर्षित करने वहां गया है। 14 दिसंबर 2022 को जापान के वेस्ट टोक्यो में एक रोड शो आयोजित किया गया।

रोड शो की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री जयवीर सिंह ने की। प्रतिनिधिमंडल में प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाट माप मंत्री आशीष पटेल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई तथा एक्सपोर्ट प्रमोशन डिपार्टमेंट से अमित मोहन प्रसाद, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण एवं नोएडा इंटरनेशनल एअरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह व मुख्यमंत्री के सलाहकार जीएन सिंह, जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज और जापान एक्सटर्नल ट्रेड आॅगेर्नाइजेशन के कार्यकारी निदेशक रोड शो में शामिल हुए। रोड शो में जापान के व्यावसायिक प्रतिष्ठानों एवं बिजनेस डेलिगेशन को उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टमेंट पोटेंशियल और निवेशकों को आकर्षित करने वाले उत्तर प्रदेश सरकार के नीतियों की जानकारी दी गई। रोड शो के दौरान जापान के बहुत प्रतिष्ठित संस्थानों और जापान फार्मास्यूटिकल्स टेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ मंत्रियों और अन्य अधिकारियों ने उत्तर प्रदेश में परियोजना शुरू करने, फार्मा उद्योग, मेडिकल डिवाइसेस और विश्वस्तरीय वेयरहाउसिंग की सुविधाओं के बारे में विचार-विमर्श किया।
इस अवसर पर जापान इंडिया इंडस्ट्री प्रमोशन एसोसिएशन के प्रशांत गोडघाटे ने यूपी के यमुना एक्सप्रेसवे पर 2500 करोड़ की लागत से टेक्सटाइल मशीनरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए एमओयू साइन किया। इस निवेश से प्रदेश के 5000 लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। इस मौके पर जापान फार्मास्युटिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष फुजिकावा सहित अन्य संगठनों के साथ नीति संचालित शासन, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, फार्मा में अत्याधुनिक नवाचार और वर्ल्ड क्लास वेयर हाउसिंग सुविधा के बारे में विचार साझा किए। जयवीर सिंह ने उत्तर प्रदेश में बेहतर अपशिष्ट प्रबंधन के लिए जैविक और अजैविक कचरे के अपशिष्ट प्रबंधन के लिए नवीन प्रौद्योगिकी पर चर्चा करते हुए एशिया इंडस्ट्रीज कंपनी लिमिटेड के सीईओ मनोज के महतानी के साथ बैठक की।