किसानों की समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ का कड़ा संदेश: प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता समाधान

  • ग्राम भोजपुर और रसूलपुर समेत जिलेभर की शिकायतों का निरीक्षण, अधिकारियों को समयबद्ध कार्रवाई का निर्देश
  • बैठक में सिंचाई, सड़क मरम्मत, गन्ना भुगतान और कृषि योजनाओं की कार्यप्रणाली की समीक्षा

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। किसानों की समस्याओं को सुनने और उनके समाधान हेतु प्रत्येक माह आयोजित होने वाला किसान दिवस शुक्रवार को विकास भवन स्थित दुर्गावती देवी सभागार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने की। इस अवसर पर जनपद के विभिन्न विभागों के अधिकारी, किसान प्रतिनिधि और लगभग 80 कृषक उपस्थित रहे।
बैठक का प्रारंभ कृषि विभाग द्वारा गत किसान दिवस की शिकायतों की समीक्षा से हुआ। उप कृषि निदेशक, गाजियाबाद ने पिछली बैठक में प्राप्त शिकायतों और उनके निस्तारण की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। कृषक अजीत चौधरी ने ग्राम भोजपुर स्थित चौधरी चरण सिंह यादगार स्थल पर लाइट न लगने की शिकायत प्रस्तुत की। इस पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि अतिशीघ्र उक्त स्थल पर लाइट लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि श्रद्धालुओं और ग्रामीणों को असुविधा न हो। कृषक सदाकत अली उर्फ छोटे चौधरी ने ग्राम पंचायत रसूलपुर सिकरौड़ा की सड़क पर बने गड्ढों के संबंध में शिकायत की।

इस पर जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग, खंड-2 गाजियाबाद के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि वे तत्काल स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक मरम्मत कार्य कराएं। इसके अतिरिक्त जिला गन्ना अधिकारी को निर्देश दिए गए कि गन्ना मूल्य का भुगतान चीनी मिल द्वारा तैयार समय-सारणी के अनुसार तत्काल कराया जाए, ताकि किसानों को भुगतान में कोई विलंब न हो। बैठक में कुल 18 शिकायतें किसानों द्वारा दर्ज की गईं। जिलाधिकारी ने उपस्थित जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समय-सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतों के समाधान में लापरवाही या देरी किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम माँदड़ ने अधिकारियों से कहा कि किसान दिवस केवल औपचारिकता न रह जाए, बल्कि इसका उद्देश्य किसानों की वास्तविक समस्याओं का त्वरित और स्थायी समाधान सुनिश्चित करना है। किसानों ने इस अवसर पर विभिन्न मुद्दों पर अपने सुझाव और समस्याएँ रखीं, जिनमें सिंचाई, सड़क मरम्मत, गन्ना भुगतान, कृषि उपकरण वितरण, नहरों की सफाई और पशुपालन योजनाओं के क्रियान्वयन से जुड़ी बातें शामिल थीं।

जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों के सुझाव विकास कार्यों में मार्गदर्शक सिद्ध होंगे। बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन), अपर नगर आयुक्त, जिला गन्ना अधिकारी, अधिशासी अभियंता (नहर), विशेष कार्याधिकारी, गाजियाबाद विकास प्राधिकरण, परियोजना अधिकारी, एनएचएआई, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी, और सहायक निदेशक मत्स्य सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के समापन पर जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार माँदड़ ने कहा कि किसानों की समस्याओं का समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे गाँवों में जाकर जमीनी स्तर पर समस्याओं को समझें और निवारण के ठोस प्रयास करें। उन्होंने किसानों से भी अपील की कि वे शासन की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएँ और अपने सुझावों के माध्यम से प्रशासन को सहयोग करें।