-डासना-मसूरी में 70 बीघा जमीन में बने कमरे, बाउंड्रीवाल, सड़क को किया ध्वस्त
-जीडीए प्रवर्तन जोन-3 क्षेत्र में अवैध निर्र्माण नही होगा बर्दास्त: गुंजा सिंह
गाजियाबाद। जनपद में अवैध निर्माण के खिलाफ गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की मुहिम जारी है। जीडीए द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई के बाद भी अवैध रुप से निर्माण जारी है। डासना-मसूरी क्षेत्र में अवैध रूप से खेत खरीदकर काटी जा रही अनाधिकृत कॉलोनियों पर जीडीए प्रवर्तन दस्ते की टीम ने बुलडोजर चलाकर लगभग 70 बीघा जमीन में कमरे, बाउंड्रीवाल, सड़क आदि ध्वस्त कर दिया। गुरूवार को जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करूणेश के आदेश पर जीडीए प्रवर्तन जोन-3 की प्रभारी एवं ओएसडी गुंजा सिंह ने स्वयं अवैध कॉलोनियों में मौके पर पहुंचकर बुलडोजर चलवाकर करीब 70 बीघा जमीन में अवैध रूप से बनाए गए कमरे, ऑफिस, सड़क आदि अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया।
जीडीए ओएसडी गुंजा सिंह ने कहा कि अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही की जा रही है। जीडीए प्रवर्तन जोन-3 क्षेत्र में कोई भी अवैध कॉलोनी बसने नहीं दी जाएगी। अवैध रूप से किए जाने वाले अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया जाएगा। जीडीए ओएसडी गुंजा सिंह के नेतृत्व में प्रवर्तन जोन-3 के सहायक अभियंता राकेश कुमार सिंह, अवर अभियंता नरेंद्र कुमार मार्केंडेय, सत्यप्रकाश यादव, अनिल कछाडिय़ा, शीलनिधि शर्मा, बीडी शुक्ला, राजेंद्र सिंह एवं जीडीए पुलिस एवं मसूरी थाना पुलिस की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। जीडीए प्रवर्तन जोन-3 के सहायक अभियंता राकेश कुमार सिंह ने बताया कि नाहल रोड डासना में शकील प्रधान निवासी गांव सिकरोड़ा मसूरी क्षेत्र में लगभग 22 बीघा जमीन में अवैध रूप से कॉलोनी विकसित की जा रही थी। इससे सटी हुई कॉलोनी एवं कृष्ण प्रधान द्वारा नाहल रोड डासना के पास लगभग 8 बीघा जमीन और इसके आसपास में अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी को मिलाकर लगभग 70 बीघा जमीन पर काटी जा रही कॉलोनी में बनाए गए कमरे, ऑफिस, सड़क, प्लॉट की बाउंड्रीवाल, सड़क आदि को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त किया गया।
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान कॉलोनाइजर ने जमकर हंगामा करते हुए विरोध किया। मगर पुलिस ने उसे वहां से खदेड़ दिया। पुलिस फोर्स की मौजूदगी में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। जीडीए ओएसडी गुंजा सिंह ने कहा कि बगैर नक्शा स्वीकृति के अवैध रूप से कॉलोनी विकसित किए जाने के चलते यह कार्रवाई की गई। इसको लेकर पूर्व में कॉलोनाइजर को नोटिस जारी किया गया था। मगर अवैध निर्माण एवं कॉलोनी विकसित किए जाने के चलते बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण ध्वस्त किए गए।