-3600 किलोवाट कनेक्शन पर 8000 किलोवाट लोड का खुलासा, लिफ्ट खराबी और बिजली संकट पर प्रशासन गंभीर-टावर-7 की मरम्मत भी अनिवार्य
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। पंचशील प्राइम रोज सोसाइटी की लगातार बढ़ती समस्याओं और निवासियों की परेशानी को देखते हुए शुक्रवार को सिटी मजिस्ट्रेट संतोष उपाध्याय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक शुरू होते ही प्रशासनिक कड़ाई दिखी, क्योंकि बिल्डर की व्यक्तिगत उपस्थिति अनिवार्य होने के बावजूद सोसाइटी के मैनेजर नागर जी ही बैठक में पहुंचे। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने नाराज़गी जताते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि अब ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने बिल्डर को सभी लंबित कार्य 10 दिन के भीतर पूरा करने और निर्धारित समय पर स्वयं डीएम कार्यालय में उपस्थित होने का सख्त आदेश जारी किया।
बैठक में सोसाइटी की ओर से आरडब्ल्यूए अध्यक्ष नीरज सिंह, संजय महाजन, भास्कर शर्मा और राहुल राय मौजूद रहे, जिन्होंने सोसाइटी की स्थिति और बिल्डर की लापरवाही का पूरा विवरण अधिकारियों के सामने रखा। प्रशासन की इस सख्त बैठक का मकसद वर्षों से चल रही समस्याओं को समयबद्ध तरीके से हल करना था।
बैठक में सबसे गंभीर मुद्दा बिजली आपूर्ति से जुड़ा रहा। यह खुलासा हुआ कि बिल्डर ने बिजली विभाग से केवल 3600 किलोवाट का कनेक्शन ले रखा है, जबकि व्यावहारिक रूप से लगभग 8000 किलोवाट का लोड फ्लैटों में वितरित किया जा रहा है। इस भारी अंतर के कारण सोसाइटी में आए दिन बिजली फेल्योर, लिफ्ट की बार-बार खराबी और ट्रिपिंग जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं। निवासियों ने बताया कि कई बार लिफ्ट के बीच में रुक जाने से बच्चे और बुजुर्ग डर के माहौल में फँस जाते हैं। सिटी मजिस्ट्रेट ने इस स्थिति को अत्यंत गंभीर मानते हुए बिजली विभाग और बिल्डर दोनों को तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। टावर-7 की भयावह स्थिति भी बैठक का प्रमुख विषय रही। समिति के सदस्यों ने बताया कि टावर-7 सोसाइटी का सबसे जर्जर टावर बन चुका है, जहाँ रंग-रोगन खराब है, पानी सीपेज हो रही है और दीवारें क्षतिग्रस्त हैं।
निवासियों ने कहा कि टावर की हालत चिंताजनक है और किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। सिटी मजिस्ट्रेट ने इसे गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिया कि टावर-7 की मरम्मत कार्य 10 दिन की समयसीमा के भीतर शुरू होकर निर्धारित अवधि में पूरा होना चाहिए। बैठक में आरडब्ल्यूए अध्यक्ष नीरज सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि सोसाइटी में बुनियादी सुविधाओं का अभाव निवासियों के लिए रोजमर्रा का संकट बन चुका है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद अब समस्याओं के समाधान की राह साफ होगी। सिटी मजिस्ट्रेट ने यह आश्वासन दिया कि प्रशासन सोसाइटी की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है और समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि बिल्डर ने आदेशों का उल्लंघन किया तो कठोर दंडात्मक कार्रवाई तय है।
पंचशील प्राइम रोज सोसाइटी की यह बैठक निवासियों के लिए उम्मीद की किरण के रूप में उभरी है। वर्षों से अधर में लटके मुद्दों पर प्रशासन की सख्त पहल से निवासियों को भरोसा है कि आने वाले दिनों में बिजली, लिफ्ट, संरचनात्मक मरम्मत और अन्य सुविधाओं में सुधार देखने को मिलेगा। प्रशासन की सख्ती और समयसीमा तय किए जाने से अब बिल्डर पर दबाव बढ़ गया है और उम्मीद है कि लंबे समय से रुका हुआ विकास कार्य अब गति पकड़ेगा।

















