-TOPCon तकनीक पर आधारित 5 गीगावाट सौर सेल और मॉड्यूल निर्माण से प्रदेश में ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मिलेगा जोर
-जेवर हवाई अड्डे के पास रणनीतिक औद्योगिक क्षेत्र में निवेश से रोजगार और बुनियादी ढांचे को नया आयाम
-SAEL इंडस्ट्रीज का वैश्विक स्तर का नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो करेगा उत्तर प्रदेश को स्मार्ट ऊर्जा हब में बदलने का काम
-जेवर हवाई अड्डे के पास रणनीतिक औद्योगिक क्षेत्र में निवेश से रोजगार और बुनियादी ढांचे को नया आयाम
-SAEL इंडस्ट्रीज का वैश्विक स्तर का नवीकरणीय ऊर्जा पोर्टफोलियो करेगा उत्तर प्रदेश को स्मार्ट ऊर्जा हब में बदलने का काम
उदय भूमि संवाददाता
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण (YEIDA) ने उत्तर प्रदेश सरकार की स्वीकृति के बाद 8,200 करोड़ रुपये के निवेश वाली एकीकृत सौर निर्माण परियोजना के लिए SAEL इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी SAEL सौर P6 निजी लिमिटेड को सेक्टर-8 में लगभग 200 एकड़ औद्योगिक भूमि आवंटित की है। इस परियोजना में TOPCon तकनीक आधारित 5 गीगावाट सौर सेल निर्माण और 5 गीगावाट सौर मॉड्यूल निर्माण की लाइनें स्थापित की जाएँगी। शुक्रवार को यीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह और ओएसडी शैलेंद्र कुमार भाटिया ने SAEL इंडस्ट्रीज के अधिकारियों को औपचारिक आवंटन पत्र सौंपा। यीडा ने स्पष्ट किया कि यह परियोजना न केवल राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगी, बल्कि क्षेत्र के बुनियादी ढांचे, परिवहन नेटवर्क और औद्योगिक विकास को भी नया आयाम देगी।
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण (YEIDA) ने उत्तर प्रदेश सरकार की स्वीकृति के बाद 8,200 करोड़ रुपये के निवेश वाली एकीकृत सौर निर्माण परियोजना के लिए SAEL इंडस्ट्रीज लिमिटेड की सहायक कंपनी SAEL सौर P6 निजी लिमिटेड को सेक्टर-8 में लगभग 200 एकड़ औद्योगिक भूमि आवंटित की है। इस परियोजना में TOPCon तकनीक आधारित 5 गीगावाट सौर सेल निर्माण और 5 गीगावाट सौर मॉड्यूल निर्माण की लाइनें स्थापित की जाएँगी। शुक्रवार को यीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह और ओएसडी शैलेंद्र कुमार भाटिया ने SAEL इंडस्ट्रीज के अधिकारियों को औपचारिक आवंटन पत्र सौंपा। यीडा ने स्पष्ट किया कि यह परियोजना न केवल राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देगी, बल्कि क्षेत्र के बुनियादी ढांचे, परिवहन नेटवर्क और औद्योगिक विकास को भी नया आयाम देगी।
यमुना प्राधिकरण मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहा कि यह सुविधा जेवर हवाई अड्डे के पास यमुना एक्सप्रेसवे मार्ग में स्थापित होगी, जिसे राज्य सरकार ने रणनीतिक औद्योगिक-विकास क्षेत्र के रूप में नामित किया है। SAEL सौर P6 परियोजना से न केवल सौर ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। यह निवेश स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा और प्रदेश को स्वच्छ ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनाएगा। SAEL इंडस्ट्रीज लिमिटेड एक विविधीकृत नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी है, जो सौर मॉड्यूल निर्माण, अभियांत्रिकी, खरीद और निर्माण तथा ऊर्जा परियोजनाओं के संचालन और रखरखाव में सक्षम है। कंपनी का वर्तमान पोर्टफोलियो 8,299.5 मेगावाट क्षमता की सौर स्वतंत्र उत्पादन परियोजना, 3,625 मेगावाट TOPCon सौर मॉड्यूल निर्माण क्षमता और 164.90 मेगावाट कृषि अपशिष्ट ऊर्जा परियोजनाओं में फैला हुआ है। SAEL इंडस्ट्रीज के अधिकारियों ने बताया कि यह परियोजना राज्य में सौर ऊर्जा निर्माण के क्षेत्र में नई दिशा देगी। TOPCon तकनीक के उपयोग से सौर सेल और मॉड्यूल की दक्षता और गुणवत्ता में सुधार होगा। इस पहल से न केवल ऊर्जा उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और कौशल विकास में भी सहायता मिलेगी।
यीडा ओएसडी शैलेंद्र कुमार भाटिया ने कहा कि यीडा की सक्रिय भागीदारी से निवेश प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित होगी। औद्योगिक निवेशकों को सभी प्रकार की सुविधाएँ और मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाएगा ताकि परियोजनाएँ समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरी हों। इस परियोजना के माध्यम से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र को एक सौर ऊर्जा हब के रूप में विकसित किया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि यह परियोजना न केवल प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन बढ़ाएगी, बल्कि आने वाले वर्षों में इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए भी आकर्षक स्थल बनाया जाएगा। राकेश कुमार सिंह और शैलेंद्र कुमार भाटिया ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि परियोजना के सभी पर्यावरणीय और औद्योगिक मानकों का पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य की ऊर्जा सुरक्षा, औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
















