- एसीपी उपासना पांडेय ने छठ घाटों पर संभाली मोचा, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिखाई सख्ती और संवेदनशीलता
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को नंदग्राम क्षेत्र के घाटों का किया निरीक्षण
- पुलिस बल को दिए सख्त निर्देश- महिला सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण और आपदा प्रबंधन पर खास ध्यान
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। आस्था और अनुशासन के प्रतीक छठ पर्व को शांतिपूर्वक एवं सुरक्षित वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) उपासना पांडेय ने मंगलवार सुबह नंदग्राम क्षेत्र के सभी प्रमुख छठ घाटों का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर जाकर सुरक्षा इंतज़ामों का बारीकी से जायजा लिया और सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसीपी उपासना पांडेय ने घाटों पर मौजूद पुलिस बल, ड्यूटी अधिकारियों और स्वयंसेवकों से संवाद किया। उन्होंने सभी को निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में भीड़ नियंत्रण और महिला सुरक्षा से समझौता न किया जाए। उन्होंने कहा कि छठ पूजा आस्था, अनुशासन और संयम का पर्व है। हमारा प्रयास है कि श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के पूजा-अर्चना कर सकें। उनकी सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
घाटों पर की गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण, हर बिंदु पर दिया फीडबैक
एसीपी ने घाटों पर बैरिकेडिंग, लाइटिंग, पार्किंग, सीसीटीवी मॉनिटरिंग, महिला ड्यूटी प्वाइंट और जल पुलिस की मौजूदगी का जायजा लिया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि घाटों के आसपास पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती रहे और आपात स्थिति के लिए क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) पूरी तरह सतर्क रहे। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर घाट पर महिला हेल्प डेस्क और प्राथमिक उपचार व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
जनता से सीधा संवाद- एसीपी की संवेदनशील कार्यशैली की हुई सराहना
निरीक्षण के दौरान एसीपी उपासना पांडेय ने श्रद्धालुओं और व्रतधारियों से भी बात की, उनकी सुविधाओं की जानकारी ली और सुझाव मांगे। उनकी संवेदनशील, जमीन से जुड़ी कार्यशैली और मृदु व्यवहार ने श्रद्धालुओं का दिल जीत लिया। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि एसीपी पांडेय का सक्रिय नेतृत्व लोगों में सुरक्षा का भरोसा जगाता है। स्थानीय श्रद्धालु रेखा देवी ने कहा कि एसीपी मैडम खुद घाट पर आकर व्यवस्था देख रही थीं। उनकी मौजूदगी से हमें बहुत भरोसा मिला। एसीपी उपासना पांडेय के नेतृत्व में नंदग्राम क्षेत्र की पुलिस ने छठ पर्व पर एक सुरक्षित, अनुशासित और श्रद्धापूर्ण माहौल सुनिश्चित किया। उनकी कार्यशैली ने यह साबित किया कि संवेदनशीलता और सख्ती का संतुलन ही प्रभावी पुलिसिंग की पहचान है।
सुरक्षा, अनुशासन और आस्था का समन्वय
इस अवसर पर एसीपी पांडेय ने पुलिसकर्मियों को यह भी निर्देश दिया कि वे श्रद्धालुओं के साथ संवेदनशीलता और सहयोगपूर्ण रवैया अपनाएं। उन्होंने कहा कि छठ जैसे बड़े पर्वों में पुलिस की भूमिका केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जनसेवा और आस्था के प्रति सम्मान की जिम्मेदारी भी है। नंदग्राम क्षेत्र में छठ पूजा को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने के लिए एसीपी उपासना पांडेय का यह सक्रिय निरीक्षण न केवल प्रभावी पुलिसिंग का उदाहरण रहा, बल्कि यह महिला नेतृत्व की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की एक सशक्त झलक भी प्रस्तुत करता है।
















