• एडीसीपी ने मिशन शक्ति केन्द्र और न्यायालयीन कार्यों की समीक्षा कर बढ़ाई महिला सुरक्षा और न्याय प्रक्रिया की प्रभावशीलता
• मिशन शक्ति केन्द्रों में महिला शिकायतों का त्वरित निस्तारण और अभिलेख अद्यतन सुनिश्चित करने के निर्देश
• सहायक पुलिस आयुक्त/कार्यपालक मजिस्ट्रेट को लंबित मामलों के समयबद्ध निस्तारण के लिए स्पष्ट मार्गदर्शन
• एडीसीपी केशव कुमार चौधरी की सक्रिय निगरानी और संवेदनशील नेतृत्व से पुलिस प्रशासन में सशक्त कार्यशैली का परिचय
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध, केशव कुमार चौधरी ने गुरुवार को महिला सुरक्षा और न्याय प्रक्रिया को मजबूत करने के लिए मिशन शक्ति केन्द्रों और न्यायालयीन कार्यों की समीक्षा करते हुए दो महत्वपूर्ण गोष्ठियों का आयोजन किया। पहली गोष्ठी गूगल मीट के माध्यम से आयोजित की गई, जिसमें सहायक पुलिस आयुक्त महिला अपराध और जिले के तीनों जोनों के सभी सहायक पुलिस आयुक्त व्यक्तिगत रूप से उपस्थित रहे। इस गोष्ठी में एडीसीपी केशव कुमार चौधरी ने मिशन शक्ति केन्द्रों के प्रभारियों को निर्देशित किया कि वे महिला शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है और इसके लिए मिशन शक्ति केन्द्रों को अपनी भूमिका सर्वोत्तम तरीके से निभानी होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि केन्द्रों में रखे जाने वाले अभिलेखों को नियमित रूप से अद्यतन करना अनिवार्य है, ताकि प्रत्येक महिला शिकायत का उचित रिकॉर्ड मौजूद रहे और किसी भी मामले में देरी न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि शिकायतों के निराकरण में संवेदनशीलता और पारदर्शिता का पालन सुनिश्चित किया जाए।
वहीं दूसरी गोष्ठी पुलिस कार्यालय में आयोजित की गई, जिसमें सहायक पुलिस आयुक्त/कार्यपालक मजिस्ट्रेट उपस्थित रहे। इस बैठक में एडीसीपी चौधरी ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की और उन्हें उनके न्यायालय में लंबित वादों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक न्यायिक मामले का निष्पक्ष और निर्धारित समय में निपटान आवश्यक और अनिवार्य है। दोनों गोष्ठियों में एडीसीपी केशव कुमार चौधरी की सक्रिय निगरानी और संवेदनशील नेतृत्व की झलक स्पष्ट रूप से दिखाई दी। उन्होंने अधिकारियों को न केवल कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, बल्कि समय पर रिपोर्टिंग और नियमित मॉनीटरिंग के लिए भी मार्गदर्शन किया। एडीसीपी चौधरी ने कहा कि मिशन शक्ति केन्द्र और न्यायालयीन प्रक्रियाएँ पुलिस प्रशासन के दो महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
मिशन शक्ति केन्द्र महिला सुरक्षा और शिकायत निवारण में निर्णायक भूमिका निभाते हैं, वहीं न्यायालयीन प्रक्रियाओं का समयबद्ध निस्तारण नागरिकों का विश्वास और प्रशासनिक पारदर्शिता मजबूत करता है। उनके निर्देशों में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने की बात शामिल थी कि सभी शिकायत और लंबित मामले संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ निपटाए जाएं। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति केन्द्रों में महिला शिकायतों का निराकरण और न्यायालयीन कार्यों का समयबद्ध निस्तारण पुलिस प्रशासन की छवि और नागरिकों के भरोसे को सुदृढ़ करता है। एडीसीपी केशव कुमार चौधरी की सक्रिय कार्यशैली और निरंतर मॉनीटरिंग से मिशन शक्ति केन्द्रों और न्यायालयीन कार्यों में गुणवत्ता और गति सुनिश्चित हो रही है। उनकी यह पहल महिला सुरक्षा, शिकायत निवारण और न्याय प्रक्रिया को सशक्त और प्रभावी बनाने में अहम योगदान दे रही है।
कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस महिला सुरक्षा और न्याय की प्रक्रिया में कोई कमी नहीं आने देगा। मिशन शक्ति केन्द्रों और न्यायालयीन कार्यों में एडीसीपी के नेतृत्व में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर शिकायत और लंबित मामला समय पर और निष्पक्ष तरीके से निपटाया जाए। इस दौरान डीसीपी सिटी धवल जायसवाल, डीसीपी देहात सुरेन्द्रनाथ तिवारी, एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी, एसीपी कविनगर सूर्यबली मौर्य, एसीपी नंदग्राम उपासना पाण्डेय, एसीपी वेवसिटी प्रियाश्री पाल, एसीपी इंदिरापुरम अभिषेक श्रीवास्तव, एसीपी शालीमार गार्डन अतुल कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

















