-त्योहारी सीजन में आबकारी विभाग अलर्ट मोड में; निरीक्षक मौर्य ने बनाई विशेष रणनीति, अवैध शराब पर नजर रखी
उदय भूमि संवाददाता
बिजनौर। जैसे ही दिपावली का पर्व नजदीक आया, उत्तर प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान और अधिक तेज हो गया है। विशेष रूप से बिजनौर जिले में आबकारी विभाग ने अवैध शराब कारोबार और ओवर रेटिंग रोकने के लिए हाई अलर्ट मोड में अपनी टीमें सक्रिय कर दी हैं। जिला आबकारी अधिकारी वरुण कुमार ने रोड चेकिंग, लाइसेंसी दुकानों की नियमित जांच और शराब तस्करों के ठिकानों पर छापेमारी के माध्यम से जिले को सुरक्षित बनाने का संकल्प लिया है। इस अभियान में सबसे अधिक चर्चा का विषय बने हैं आबकारी निरीक्षक त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, जिन्होंने मात्र चार महीने के कार्यकाल में ही शराब तस्करों और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर अपनी प्रभावी पकड़ बना ली है। उनकी ईमानदार, तेज और रणनीतिक कार्यशैली ने अवैध शराब माफियाओं के इरादों पर पानी फेर दिया है।
त्रिवेणी प्रसाद मौर्य ने अपने 10 वर्षों के कार्यकाल में कई राज्यों और जिलों में अवैध शराब की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। उन्होंने गाजियाबाद में ट्रांसपोर्ट के माध्यम से होने वाली शराब तस्करी जैसे जटिल मामलों को भी उजागर किया था। उनकी पोस्टिंग की क्रमिक यात्रा पीलीभीत-मझौला आसवनी, बलरामपुर-उतरौला, गाजियाबाद-सेक्टर-5 और अब बिजनौर के क्षेत्र-2 में थाना नजीबाबाद, किरतपुर, मंडावली, नांगल तक फैली हुई है। मौर्य का कहना है कि उनका सरल और सौम्य व्यवहार जनता और कानून का पालन करने वालों के लिए सहायक है, लेकिन नियमों के उल्लंघन करने वालों के लिए वे बेहद सख्त और चुनौतीपूर्ण हैं। उन्होंने आगामी दिपावली और चुनावी सीजन में शराब माफियाओं के खिलाफ विशेष रणनीति तैयार की है, जिसमें मुखबिर तंत्र की सक्रियता, सड़क पर चेकिंग, लाइसेंसी दुकानों की निगरानी और तस्करों की ट्रैकिंग शामिल है।
आबकारी निरीक्षक मौर्य के नेतृत्व में अब तक कई अवैध शराब भंडाफोड़ किए जा चुके हैं, और लाइसेंसी दुकानों पर ओवर रेटिंग करने वालों में उनकी सख्ती और प्रभाव साफ नजर आता है। उन्होंने कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और टीम पूरे जोश और सतर्कता के साथ काम कर रही है।
जिला आबकारी अधिकारी वरुण कुमार ने बताया कि आबकारी विभाग की टीमवर्क की कार्यशैली और प्रतिबद्धता के कारण जिले में शराब तस्करी और अवैध कारोबारों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी त्योहारों में आबकारी विभाग पूरी तरह से अलर्ट रहेगा और त्रिवेणी प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में हर तस्कर और अवैध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। वहीँ कुछ क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि त्रिवेणी प्रसाद मौर्य की कार्यशैली न केवल शराब तस्करों के लिए खौफ बन चुकी है, बल्कि आम जनता के लिए भी एक भरोसेमंद और सक्षम अधिकारी के रूप में स्थापित हो चुकी है। उनका यह दृष्टिकोण जिले में शांति, सुरक्षा और कानून का पालन सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रहा है। बिजनौर में इस समय अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई पूरी तरह सक्रिय है और आने वाले दिनों में ऐसे अभियान और भी तेज़ और प्रभावी रूप से जारी रहेंगे।
हमारा मुख्य उद्देश्य है कि अपने थाना क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवैध शराब की तस्करी या ओवर रेटिंग की घटनाओं को बर्दाश्त न किया जाए। दिपावली जैसे अवसरों पर शराब माफियाओं के प्रयास बढ़ जाते हैं, लेकिन हमारी टीम पूरी तरह से अलर्ट है। हमने विशेष रणनीति बनाई है जिसमें रोड चेकिंग, लाइसेंसी दुकानों की नियमित निगरानी और मुखबिर तंत्र की सक्रियता शामिल है। मेरा सरल और सौम्य व्यवहार आम जनता के लिए भरोसेमंद है, लेकिन नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए यह बेहद सख्त है। हमारी कार्रवाई का संदेश साफ है कि कोई भी अवैध गतिविधि जिले में सफल नहीं होगी। आबकारी विभाग पूरी सतर्कता के साथ कानून का पालन सुनिश्चित कर रहा है और हम इसे लगातार जारी रखेंगे। हमारे प्रयासों का उद्देश्य केवल कानून लागू करना ही नहीं बल्कि जनता को सुरक्षित और जिम्मेदार माहौल उपलब्ध कराना भी है।
त्रिवेणी प्रसाद मौर्य
आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-2