भ्रष्टाचार निवारण संगठन की नई इकाई का उद्घाटन, प्रशासन ने जीरो टॉलरेंस नीति को और मजबूत किया

-इस इकाई से शिकायतों का त्वरित निस्तारण और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी, जनता का प्रशासन पर विश्वास बढ़ेगा: के. सत्यनारायण

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सोमवार को कमिश्नरेट गाजियाबाद में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की नई इकाई की स्थापना की गई। यह इकाई विशेष रूप से अभिसूचना संकलन और भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों के त्वरित निवारण हेतु काम करेगी। इस महत्वपूर्ण अवसर पर उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता के. सत्यनारायण, अपर पुलिस महानिदेशक, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, उत्तर प्रदेश लखनऊ द्वारा की गई। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का उन्मूलन सरकार की प्राथमिकता है और इस नई इकाई की स्थापना से गाजियाबाद में शिकायतों का संकलन और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने इस अवसर पर संगठन की भूमिका और भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। श्री सत्यनारायण ने कहा कि भ्रष्टाचार केवल अपराध नहीं बल्कि समाज की प्रगति में बाधक है।

उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि सभी शिकायतों का समय पर निस्तारण किया जाए और जनता को इस प्रक्रिया के प्रति जागरूक किया जाए। उद्घाटन समारोह में केशव कुमार चौधरी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय/अपराध, आलोक प्रियदर्शी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था/यातायात, इरफान नासिर खान, पुलिस उपाधीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन मेरठ इकाई, कमिश्नरेट गाजियाबाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने इस नई इकाई की स्थापना की सराहना की और इसे भ्रष्टाचार उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस नई इकाई की स्थापना से न केवल शिकायतों का संकलन सुव्यवस्थित होगा, बल्कि भ्रष्टाचार के मामलों में त्वरित कार्रवाई और निष्पक्ष जांच भी सुनिश्चित होगी।

साथ ही, जनता में विश्वास पैदा होगा कि प्रशासन उनके हित में सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की गाजियाबाद इकाई अब प्रत्येक स्तर पर शिकायतों का अभिसूचनात्मक संग्रह करेगी और स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर उन पर समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करेगी। इससे भ्रष्टाचार के मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी। अधिकारियों ने कहा कि यह पहल केवल शिकायतों के निवारण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नागरिकों को अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने का भी कार्य करेगी। गाजियाबाद जनपद में यह इकाई भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत प्रतीक बनेगी और प्रशासन के प्रति जनता का विश्वास और भी मजबूत करेगी।