कोलकाता में बारिश के दौरान जनसेवक तरुण मिश्र का कर्तव्यपरायण प्रदर्शन, सफाई व्यवस्था में दिखाई मिसाल

-सड़कों पर भरा पानी निकासी के लिए खुद मैदान में उतरे तरुण मिश्र
-जनता को किया जागरूक, कहा-देश की सफाई हमारी जिम्मेदारी भी है

उदय भूमि संवाददाता
कोलकाता। मूसलाधार बारिश ने कोलकाता शहर में आमजन की मुसीबतें बढ़ा दी, वहीं जनसेवक तरुण मिश्र ने अपनी सक्रियता और कर्तव्यपरायणता का परिचय देते हुए शहरवासियों के लिए एक मिसाल कायम की। चितरंजन एव्यून्यू का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि जल जमाव को रोकने के लिए एक व्यक्ति खुद हाथ में डंडा लेकर पानी के निकाली के लिए जूझ रहा है। जब लोगों ने यह देखा तो उन्होंने समझने में बिल्कुल भी देरी नहीं कि वह जनसेकव तरुण मिश्र है। शुक्रवार को शहर में बारिश के कारण कई सड़कों पर पानी भर गया था और आमजन को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे समय में कुछ लोग बारिश का आनंद लेते नजर आए, जबकि कई लोग प्रशासन पर कोसते दिखे। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि तरुण मिश्र घंटों बारिश में भीगते हुए सीवर लाइन की सफाई और जल निकासी का काम कर रहे थे। उन्होंने सुनिश्चित किया कि सड़क पर जमा पानी समय पर बाहर निकले और लोगों को असुविधा न हो। उन्होंने सीवर लाइन जो मुख्य चौक में जाम थी, उसे साफ कर मार्ग तैयार किया। इससे सड़कों पर पानी एकत्रित नहीं हुआ और बारिश का पानी धरातल में आसानी से चला गया।

इस अवसर पर तरुण मिश्र ने कहा कि देश और प्रदेश की सफाई व्यवस्था को मजबूत और व्यवस्थित बनाने के लिए हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपना काम कर रहा है, अगर हम उसका सहयोग करें तो देश और प्रदेश की सफाई व्यवस्था विदेश में भी नंबर वन बन सकती है। आमजन की फितरत है कि हम टैक्स देते हैं तो सफाई प्रशासन का काम है, लेकिन यह केवल प्रशासन का जिम्मा नहीं, बल्कि हम सभी की जिम्मेदारी भी है। जनसेवक का यह कदम सिर्फ सफाई कार्य तक सीमित नहीं रहा। उन्होंने स्थानीय लोगों को भी जागरूक किया और उन्हें बताया कि बारिश में जमा पानी और नाले की सफाई पर ध्यान देना उनके अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए भी जरूरी है। इस दौरान उन्होंने घरों और दुकानों के आसपास पानी जमा न होने दें, गटर और सीवर को साफ रखें, और किसी भी जाम की स्थिति में प्रशासन को तुरंत सूचित करें।

इस पहल ने स्थानीय लोगों के बीच प्रेरणा का संचार किया। कई लोग स्वयं भी तरुण मिश्र के साथ मैदान में उतरकर नालियों और गटर की सफाई में मदद करने लगे। इस कार्य ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब नागरिक और प्रशासन साथ मिलकर काम करेंगे तो शहर की सफाई और जल निकासी व्यवस्था में सुधार लाया जा सकता है। संपूर्ण घटना ने यह संदेश दिया कि साफ-सफाई केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक की नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी भी है। कोलकाता के इस बारिश भरे दिन में तरुण मिश्र की कर्तव्यपरायणता और सक्रियता ने दिखा दिया कि कठिन परिस्थितियों में भी यदि सही दृष्टिकोण और तत्परता हो तो समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सकता है। शहरवासियों ने भी तरुण मिश्र की इस पहल की सराहना की और कहा कि उनकी यह सक्रियता न केवल शहर के लिए फायदेमंद है, बल्कि अन्य नागरिकों को भी प्रेरित करती है कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं। इस तरह का सक्रिय नेतृत्व और नागरिक सहभागिता शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है और अन्य शहरों के लिए भी एक आदर्श स्थापित करती है।