यमुना प्राधिकरण क्षेत्र देश का प्रमुख औद्योगिक हब बनने को तैयार, रंग ला रही CEO डॉ. अरुणवीर सिंह की मेहनत, 2154 औद्योगिक इकाइयों का लीज प्लान जारी, साल के अंत तक 200 कंपनियों में शुरू हो जाएगा उत्पादन

CEO डॉ. अरुणवीर सिंह के अथक प्रयासों से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। इस सात के अंत तक यीडा में 200 फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो जाएगा। तमाम बाधाओं को दूर करते हुए प्राधिकरण ने 2154 औद्योगिक आवंटियों को लीज प्लान जारी कर दिया। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र बड़ा औद्योगिक हब बनकर उभरा है। इसके पीछे सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह का विजन और उनकी मेहनत है। यीडा क्षेत्र में 14 फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो गया है। इसमें फाच्र्यून 500 में शामिल एवरी डिवेंसन कंपनी भी शामिल है।

विजय मिश्रा (उदय भूमि)
ग्रेटर नोएडा। CEO डॉ. अरुणवीर सिंह के अथक प्रयासों से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। इस सात के अंत तक यीडा में 200 फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो जाएगा। तमाम बाधाओं को दूर करते हुए प्राधिकरण ने 2154 औद्योगिक आवंटियों को लीज प्लान जारी कर दिया। अब उद्यमी रजिस्ट्री कराकर भूखंड पर कब्जा लेंगे।

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र बड़ा औद्योगिक हब बनकर उभरा है। इसके पीछे सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह का विजन और उनकी मेहनत है। यीडा क्षेत्र में 14 फैक्ट्रियों में उत्पादन शुरू हो गया है। इसमें फाच्र्यून 500 में शामिल एवरी डिवेंसन कंपनी भी शामिल है। सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने औद्योगिक विकास की गति साझा की। बीते साल में 980 औद्योगिक भूखंडों का कब्जा दिया गया। इसमें से 176 फैक्ट्रियों को निर्माण चल रहा है। इसमें 29 कंपनियां ऐसी हैं, जो 500 करोड़ से अधिक निवेश करेंगी। इसमें से हर फैक्ट्री में औसतन 1000 लोगों को रोजगार मिलेगा। बचे हुए आवंटियों को अब ले आउट पास कराना है। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। इससे क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां तेजी के साथ चलेंगी। इस साल के अंत तक ये फैक्ट्रियां संचालित हो जाएंगी। ऐसे में यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में 200 कंपनियों में उत्पादन शुरू हो जाएगा।

भूखंड विकास की सभी बाधाएं दूर
यमुना प्राधिकरण ने भूखंड आवंटित कर दिए, लेकिन भूखंड विकसित करने में तमाम दिक्कतें आईं। कहीं जमीन का अड़ंगा तो कहीं पर विकास कार्य धीमा रहा। अब इन चुनौतियों को डॉ अरुणवीर सिंह ने खत्म कर दिया। इसके बाद  2154 औद्योगिक भूखंडों का लीज प्लान जारी कर दिया। अब ये आवंटी अपने भूखंड की रजिस्ट्री करवाएं। इसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। प्राधिकरण ने इसके लिए भी टाइम लाइन तय कर दी है।

पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क शुरू होगा
पतंजलि ग्रुप के पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क में जल्द ही उत्पादन शुरू होगा। यह पार्क प्लॉट नंबर-1ए, सेक्टर 24ए में है। तंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण के आने के बाद गतिविधियां तेजी के साथ आगे बढ़ेंगी। इस पार्क में एक अत्याधुनिक डेयरी प्लांट और औद्योगिक प्रमोशन हब स्थापित किया जाएगा। इससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यीडा सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि यह औद्योगिक पार्क 1,600 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया जाएगा। सिंह ने बताया कि इसके शुरू होने से किसानों को अपने उत्पाद बेचने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। वह अपना दूध, सब्जी, फल आदि यहीं पर बेच सकेंगे।

आंकड़ों में औद्योगिक गति
कुल आवंटन                  3041
कुल आवंटित जमीन           1880 एकड़
कुल निवेश                     3.31 लाख करोड़
रोजगार                         45 हजार

यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां तेजी के साथ चल रही हैं। 2154 भूखंडों का लीज प्लान जारी किया गया है। इस साल के अंत तक 200 कंपनियों में उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
डॉ अरुणवीर सिंह, सीईओ यीडा