• उन्नाव, हरदोई, खीरी और सीतापुर की प्रमुख आसवानी और ब्रेवरी में संचालन का विस्तृत निरीक्षण
• नियमित निरीक्षण से सुनिश्चित होगा उद्योग और शासन के बीच भरोसेमंद और अनुशासित संबंध, भविष्य में और भी अभियान चलाने का संकल्प
उदय भूमि संवाददाता
लखनऊ। अपर मुख्य सचिव आबकारी एवं आबकारी आयुक्त आदर्श सिंह के निर्देश के क्रम में प्रदेश के सभी जिलों में शनिवार को डिस्टिलरीज और आसवनी के निरीक्षण अभियान चलाया गया। निरीक्षण के दौरान मंडल, जोन और जिला आबकारी अधिकारियों ने अपनी टीम के साथ निरीक्षण किया। वहीं उप-आबकारी आयुक्त लखनऊ प्रभार राकेश कुमार सिंह के कुशल नेतृत्व में लखनऊ और आसपास के जिलों में एक विशेष आबकारी निरीक्षण अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत उन्नाव, हरदोई, खीरी, सीतापुर और लखीमपुर खीरी, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर की प्रमुख डिस्टिलरीज और चीनी मिल्स का औचक निरीक्षण किया गया। अभियान का मुख्य उद्देश्य आबकारी नियमों के पालन, उत्पादन और वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना तथा औद्योगिक इकाइयों में किसी प्रकार की अव्यवस्था या अनुशासनहीनता की रोकथाम करना था। इस निरीक्षण अभियान में जिला आबकारी अधिकारी अनुराग मिश्रा, आबकारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड हरदोई, जिला आबकारी आयुक्त केपी सिंह, प्रवर्तन आबकारी निरीक्षक धीरेन्द्र कुमार चौधरी, आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार आर्या, अरविंद राय, आबकारी निरीक्षक राहुल सिंह, अविनाश रावत, विजय, अशोका कुमार, अब्दुल अजीज, अभिषेक सिंह, हृदय नारायण पाण्डेय, जिलाजीत सिंह, अमित कुमार, अरविंद पाल बघेल, अरविंद कुमार श्रीवास्तव, अरुण कुमार सिंह, ऋचा सिंह, श्याम कमल सिंह, केके सिंह, जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह, अमित श्रीवास्तव, राम श्याम त्रिपाठी, कुलदीप सिंह और अखिलेश चौधरी सहित वरिष्ठ अधिकारियों की टीम शामिल रही।
उप-आबकारी आयुक्त राकेश कुमार सिंह ने निरीक्षण के दौरान सभी इकाइयों में उत्पादन, भंडारण और बिक्री के रिकॉर्ड की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने सभी आबकारी निरीक्षकों और सहयोगी अधिकारियों की मेहनत और समर्पण की विशेष सराहना करते हुए कहा कि ऐसे व्यापक निरीक्षण अभियान न केवल आबकारी नियमों के पालन को सुनिश्चित करते हैं, बल्कि उद्योगों में अनुशासन और पारदर्शिता को भी बढ़ावा देते हैं। उन्नाव के मोहन गोल्डवाटर डिस्टिलरीज एंड ब्रिवरीज लिमिटेड शेखपुर में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि उत्पादन प्रक्रिया सुव्यवस्थित थी और सभी आवश्यक अनुमतियाँ मानक के अनुरूप थीं। वहीं हरदोई डीसीएम श्रीराम लिमिटेड आसवनी इकाई हरियावां और श्रीगंग इंडस्ट्रीज एंड एलाइड प्रोडक्ट्स लिमिटेड सण्डीला में संचालन प्रक्रिया और सुरक्षा मानकों का अनुपालन उत्कृष्ट स्तर का रहा।
खीरी जिले की मैसर्स बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड गोला, जुआरी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड ऐरा, डीसीएम श्रीराम लिमिटेड अजबापुर, बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड गुलरिया डिवीजन, ग्लोबस स्पिरिट्स लिमिटेड सहित अन्य इकाइयों का निरीक्षण किया गया। वहीं गाजियाबाद में मोहन मीकिंस में एडीएम सिटी विकास कश्यप, आबकारी निरीक्षक चेतना सिंह, रविशंकर पासवान असिस्टेंट कमिश्नर, मोहन मीकिंस, आबकारी निरीक्षक चमन सिंह और मोदी डिस्टिलरी में ए.डी.एम. एफ.आर. सौरभ भट्ट, अभिमन्यु सिंह असिस्टेंट कमिश्नर, बी.बी.सिंह असिस्टेंट कमिश्नर इनफोर्समेंट, आबकारी निरीक्षक राकेश कुमार त्रिपाठी एवं गाजियाबाद आर्गेनिक्स में बी.बी.सिंह असिस्टेंट कमिश्नर इनफोर्समेंट, देवेंद्र सिंह रावत असिस्टेंट कमिश्नर , आबकारी निरीक्षक चंद्रजीत सिंह ने निरीक्षण किया। सभी इकाइयों में उत्पादन, भंडारण और वितरण के रिकॉर्ड सुव्यवस्थित पाए गए और कर्मचारियों में प्रशिक्षण एवं सुरक्षा उपकरणों का प्रभावी उपयोग देखा गया। सीतापुर जिले की दि सेकसरिया बिसवां शुगर फैक्ट्री लिमिटेड, डालमिया चीनी मिल्स जवाहरपुर, अवध शुगर एंड एनर्जी लिमिटेड हरगांव, डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज रामगढ़ जैसी इकाइयों में भी निरीक्षण अभियान चलाया गया। यहाँ उत्पादन, रजिस्टर और अनुमतियों के पालन में उच्च स्तर की अनुशासनिक व्यवस्था देखी गई।
निरीक्षण के दौरान राकेश कुमार सिंह ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य केवल औद्योगिक इकाइयों का निरीक्षण करना नहीं है, बल्कि कर्मचारियों और उद्योगों में नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। मेरी टीम के सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह से समर्पित हैं और उनका समर्पण इस अभियान की सफलता का मूल कारण है। सभी निरीक्षकगण ने उच्च स्तर का समन्वय और तत्परता दिखाई है, जिससे यह अभियान बेहद सफल रहा। उन्होंने कहा कि अब तक किये गए निरीक्षणों में लगभग सभी इकाइयों ने नियमों का पालन किया और आवश्यक सुधारात्मक उपायों को तुरंत लागू किया। इससे यह स्पष्ट होता है कि लखनऊ और आसपास के जिलों में आबकारी प्रणाली में पारदर्शिता और अनुशासन का उच्च स्तर स्थापित हुआ है।
अभियान के अंत में उप-आबकारी आयुक्त राकेश कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों और निरीक्षकों की मेहनत और टीमवर्क की सराहना की और कहा कि भविष्य में भी ऐसे निरीक्षण नियमित रूप से किए जाएंगे, ताकि उद्योग और शासन के बीच भरोसेमंद और अनुशासित संबंध बनाए रखे जा सकें। यह अभियान न केवल आबकारी नियमों के पालन को सुदृढ़ करेगा, बल्कि औद्योगिक इकाइयों में जिम्मेदारी, पारदर्शिता और सुरक्षा मानकों को भी मजबूती देगा। राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में यह टीम प्रशासन और उद्योगों के बीच सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण पेश कर रही है।




















