शादी सीजन में शराब माफियाओं की पस्तकहानी: आबकारी विभाग ने 40 लाख रुपये की अवैध शराब तस्करी को किया नाकाम

-अवैध शराब तस्करी पर अंकुश: आबकारी निरीक्षकों की सतर्कता और रणनीति से बिहार जा रही 443 पेटी शराब बरामद
-टीमवर्क और गहन निगरानी का नतीजा: राष्ट्रीय और राजमार्गों पर 24 घंटे सतर्कता ने तस्करों की चाल रोकी
-जिला आबकारी अधिकारी के नेतृत्व में सफल अभियान: शराब माफियाओं को जिले में चुनौतीपूर्ण संदेश
-जांबाजी और रणनीतिक कौशल: शादी सीजन में सुरक्षा सुनिश्चित और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण

उदय भूमि संवाददाता
लखनऊ। बिहार में चुनाव खत्म होने के बाद शुरू हुए शादी सीजन में शराब की खपत तेजी से बढ़ रही है। इस बढ़ती मांग का फायदा उठाने के लिए शराब माफिया हर संभव हथकंडा अपना रहे हैं। वे ऑन-डिमांड शराब की सप्लाई कर शादी के आयोजनों में लोगों की प्यास बुझाने में जुटे हैं। लेकिन गाजियाबाद जिले में आबकारी विभाग की रणनीति और सतर्कता के आगे ये माफिया पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं। आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह और उनकी टीम ने शराब तस्करी के खिलाफ अब तक कई सफल कार्रवाई की हैं और जिले में सुरक्षा सुनिश्चित की है। गुरुवार तड़के आबकारी विभाग की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की। जिले में अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह द्वारा तैयार की गई रणनीति और टीमवर्क ने एक बार फिर काम दिखाया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि उनके नेतृत्व में आबकारी निरीक्षक अभिषेक सिंह, कौशलेंद्र रावत, विजय राठी, अखिल कुमार गुप्ता, अखिलेश कुमार और हरिकेश शुक्ला ने एसटीएफ और थाना इटौंजा पुलिस के साथ मिलकर इटौंजा टोल प्लाजा, सीतापुर रोड पर वाहनों की सघन जांच अभियान चलाया।

टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि चंडीगढ़ से बिहार जा रहा एक ट्रक अवैध शराब से भरा है। तुरंत सूचना मिलते ही टीम ने अपने क्षेत्रों में वाहनों की गहन चेकिंग शुरू कर दी। जैसे ही संदिग्ध ट्रक को रोकने का संकेत दिया गया, चालक ने वाहन भगाने का प्रयास किया। लेकिन टीम ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। चालक की पहचान सुशील कुमार, निवासी जनपद कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई। जांच के दौरान चालक ने कागजों में आलू की बोरियों का नाम दिखाया और दावा किया कि ट्रक में केवल आलू हैं। लेकिन आबकारी निरीक्षकों की सतर्कता के चलते जब गाड़ी की तलाशी ली गई तो आलू की बोरियों के बीच छिपाकर रखी गई कुल 443 पेटी रॉयल स्टैग, बकार्डी, ऑल सीज़न और ओल्ड हैबिट ब्रांड की शराब बरामद की गई। इसके अलावा आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और 5,700 रुपये नकद भी बरामद किए गए। आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह ने बताया कि बरामद शराब की कीमत लगभग 40 लाख रुपये आंकी गई है। आरोपी चालक चंडीगढ़ से बिहार के लिए शराब ले जा रहा था।

उन्होंने बताया कि टीम द्वारा लगातार रात-दिन की ड्यूटी लगाकर राष्ट्रीय और राजमार्गों पर 24 घंटे गश्त और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान शराब माफियाओं की हर चाल को रोकने और अवैध तस्करी पर रोक लगाने के लिए बेहद प्रभावी साबित हो रहा है।
आबकारी अधिकारी ने बताया कि उनके नेतृत्व में टीम ने पहले भी कई बार ऐसे बड़े तस्करों को दबोचा है। इस बार की कार्रवाई में भी आबकारी निरीक्षकों अभिषेक सिंह, कौशलेंद्र रावत, विजय राठी, अखिल कुमार गुप्ता, अखिलेश कुमार और हरिकेश शुक्ला ने उत्कृष्ट तत्परता और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया। रात के अंधेरे में भी टीम ने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मार्गों पर गश्त की और मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए तस्कर को पकड़ा। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान यह साबित करते हैं कि शराब माफिया चाहे कोई भी हथकंडा अपनाए, आबकारी विभाग की टीम हर स्थिति में सतर्क रहती है। टीम की गहन निगरानी, रणनीति और जांबाजी के कारण तस्करों के मनोबल पर लगाम लगी है। आबकारी निरीक्षकों ने वाहन और चालक की छानबीन करते हुए शराब की पूरी खेप बरामद की और तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया।

जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह ने बताया कि विभाग लगातार शराब माफियाओं पर नकेल कस रहा है। शादी सीजन और चुनाव जैसे अवसरों पर शराब की अवैध तस्करी रोकने के लिए टीम चौकस है। जिले के हर इलाके में आबकारी निरीक्षक और टीम सदस्य लगातार ड्यूटी पर तैनात हैं, ताकि अवैध शराब की सप्लाई रोकने और सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई कमी न रहे। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से साफ संदेश जाता है कि आबकारी विभाग के समक्ष शराब माफिया की हर चाल असफल होगी। इस सफलता के पीछे निरीक्षकों की सतर्कता, टीम की रणनीति और जिले में सुरक्षा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता शामिल है। आबकारी अधिकारी और उनकी टीम का उद्देश्य न केवल अवैध शराब की तस्करी रोकना है, बल्कि समाज में शराब से जुड़ी अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखना भी है। इस प्रकार, लखनऊ में आबकारी विभाग की लगातार सतर्कता और रणनीति ने शराब माफियाओं को हराने में सफलता पाई है। शराब तस्करी की रोकथाम में टीम की यह उपलब्धि जिले में कानून व्यवस्था और सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाती है। आने वाले समय में भी टीम इसी तरह सतर्क और सक्रिय रहकर अवैध शराब की तस्करी और वितरण पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखेगी।

करुणेन्द्र सिंह, जिला आबकारी अधिकारी, लखनऊ

हमारी टीम द्वारा लगातार क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मार्गों पर गश्त और चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। शराब माफिया चाहे कोई भी हथकंडा अपनाए, हमारी टीम हर स्थिति में सतर्क रहती है। इस कार्रवाई से साफ संदेश जाता है कि आबकारी विभाग के समक्ष शराब तस्करी की हर कोशिश असफल होगी। हमारी प्राथमिकता न केवल अवैध शराब की तस्करी रोकना है, बल्कि समाज में शराब से जुड़ी अवैध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखना भी है। आने वाले समय में भी हमारी टीम इसी तरह सतर्क और सक्रिय रहकर अवैध शराब की तस्करी और वितरण पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखेगी।
करुणेन्द्र सिंह
जिला आबकारी अधिकारी