• शुरुआत से नोएडा एयरपोर्ट को मिलेगा 0.6 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो
• रेल व सड़क मार्ग से जुड़ेगा एयरपोर्ट, बहुत बड़ा हब बनेगा कार्गो का
उदय भूमि
ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह प्लानिंग धरातल पर उतर रही है। अब कार्गो को लेकर रणनीति पर काम शुरू हो गया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर एयर कार्गो का हब बनेगा। शुरुआत में इसे दिल्ली एयरपोर्ट का आधा कार्गो मिलने लगेगा। जब एयरपोर्ट पूरी क्षमता से चलेगा तो यहां प्रति वर्ष 11 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो की आवाजाही होगी। रेल और सड़क कार्गो जुड़ेगा तो यह बहुत बड़ा हब बन जाएगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर में देश का सबसे बड़े मल्टी मॉडल कार्गो की निर्माण शुरू हो गया है। यह 80 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। एयर इंडिया और सैट्स के ज्वाइंट वेंचर एयर इंडिया सैट्स इस कार्गो हब को विकसित कर रहा है। एयर कार्गो शुरू होने से गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद का सामान सीधा यहीं से जा सकेगा। यूपी का एक्रो मार्केट, ओडीओपी मार्केट, एमएसएमई मार्केट दुनिया से जुड़ जाएगा। इससे इकोनामिक कॉरिडोर को भी काफी लाभ मिलेगा। यह पूरी परियोजना 80 एकड़ में होगी। इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल होगा। इसमें कूल पोर्ट बनेगा। जिसमें दवाओं के लिए तापमान मिल सकेगा। कंपनी पहले चरण में यहां 1200 करोड़ का निवेश कर रही है।
गाजियाबाद-गौतमबुद्ध नगर की हिस्सेदारी अधिक
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि नोएडा एयरपोर्ट का कार्गो आईजीआई से चार गुना बड़ा होगा। अभी आईजीआई में 1.3 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो आता-जाता है। इसकी क्षमता 1.8 मिलियन मीट्रिक टन की है, जिसे 2.5 मिलियन मीट्रिक टन तक कर दिया गया है। खास बात यह है कि इसमें आधी हिस्स्ेदारी गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर जिले की है। जिस दिन इसकी शुरुआत होगी, गाजियाबाद व गौतम बुद्ध नगर जिले का कार्गो यहां से जाने लगेगा। यानी शुरुआत 0.6 मिलियन मीट्रिक टन कार्गो यहां से जाने लगेगा।
इस तरह दिल्ली से आगे निकल जाएगा
डॉ सिंह ने बताया कि 2030 तक यहां 1.5 मिलियन मीट्रिक टन, फिर 2.5 मिलियन मीट्रिक टन और जब एयरपोर्ट के सभी रनवे शुरू हो जाएंगे तो यहां 11 मिलियन मीट्रिक टन एयर कार्गो होगा। यह आईजीआई से चार गुना होगा। नोएडा एयरपोर्ट से कोरियर, फल, सब्जी, इलेक्ट्रानिक्स सामान, साफ्ट ट्वाय, मोबाइल हब, गारमेंट हब का फायदा मिलेगा। डॉ सिंह ने बताया कि ये सेगमेंट इस एयरपोर्ट के एयर कार्गो को आगे तक ले जाएंगे।
रेल व सड़क मार्ग से भी जुड़ेगा एयरपोर्ट, कार्गो को फायदा
सीईओ ने बताया कि नोएडा एयरपोर्ट का एयर कार्गो सड़क और रेल मार्ग से भी जुड़ेगा। चोला स्टेशन से एयरपोर्ट तक रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा। यह ट्रैक एयर कार्गो को फायदा पहुंचाएगा। चोला रेलवे स्टेशन दिल्ली हावड़ा रेलमार्ग पर है। दिल्ली हावड़ा रेलमार्ग के पैररल ही डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जा रहा है। गौतम बुद्ध नगर के बोड़ाकी में ईस्टर्न व वेस्टर्न पूर्वी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर जुड़ रहे हैं। चोला रेलवे स्टेशन से नोएडा एयरपोर्ट जुड़ते ही डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से भी जुड़ जाएगा। सड़क मार्ग की बात करें तो यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे आदि नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ रहे हैं। इसका भी फायदा कार्गो को मिलेगा।
















