एडीसीपी केशव कुमार चौधरी की जनसुनवाई में नागरिकों की समस्याओं को मिला त्वरित और संवेदनशील समाधान

-शिकायतों के निष्पक्ष निस्तारण के लिए अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश, किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
-जनसुनवाई में जनता को भरोसा, पुलिस-जन सहयोग को मिली नई दिशा और मजबूती
-एडीसीपी चौधरी की सक्रिय निगरानी और संवेदनशील कार्यशैली से समस्या समाधान की प्रक्रिया और तेज

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय एवं अपराध, केशव कुमार चौधरी, अपने नियमित जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत गुरुवार को कार्यालय पहुँचे, जहां बड़ी संख्या में नागरिक अपनी शिकायतों और समस्याओं के समाधान की उम्मीद लेकर उपस्थित हुए। इस दौरान एडीसीपी चौधरी ने व्यक्तिगत रूप से प्रत्येक नागरिक से संवाद किया और उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना।
जनसुनवाई के दौरान चौधरी जी ने यह स्पष्ट किया कि पुलिस का कर्तव्य केवल कानून और व्यवस्था बनाए रखना नहीं है, बल्कि आमजन की समस्याओं को संवेदनशीलता और गंभीरता के साथ सुनना और उनका निष्पक्ष निस्तारण कराना भी है। उन्होंने सभी अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी शिकायत को अनदेखा न किया जाए और हर मामले का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिकायतों के समाधान में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एडीसीपी केशव कुमार चौधरी की कार्यशैली विशेष रूप से उनके संवेदनशील दृष्टिकोण और कार्यक्षमता के लिए जानी जाती है।

उन्होंने न केवल शिकायतकर्ताओं की बात ध्यानपूर्वक सुनी, बल्कि उनके समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए। चौधरी का मानना है कि नागरिकों के प्रति संवेदनशील और जिम्मेदार दृष्टिकोण पुलिस-जन सहयोग को मजबूत करता है और नागरिकों में पुलिस के प्रति भरोसा बढ़ाता है।
जनसुनवाई में आए नागरिकों ने अपनी समस्याओं को रखकर यह महसूस किया कि उनकी बात को गंभीरता से लिया गया। उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि अधिकारियों ने उनकी शिकायतों पर संवेदनशीलता और निष्पक्षता के साथ सुनवाई की। उपस्थित लोगों ने विशेष रूप से एडीसीपी चौधरी के समाधान के प्रति तत्परता और उनकी जिम्मेदार कार्यशैली की सराहना की।

एडीसीपी चौधरी ने अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि शिकायतों की प्रगति पर लगातार निगरानी रखी जाए और हर मामले में आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उनका यह मानना है कि शिकायतों के प्रभावी और समयबद्ध समाधान से पुलिस की छवि मजबूत होती है और नागरिकों का भरोसा गहरा होता है। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह पुलिस और आमजन के बीच विश्वास और पारस्परिक सहयोग का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पुलिस का लक्ष्य हमेशा नागरिकों के साथ संवाद बनाए रखना और उनकी समस्याओं को शीघ्रता से हल करना होना चाहिए। गुरुवार की जनसुनवाई ने यह भी साबित किया कि एडीसीपी चौधरी की सक्रिय निगरानी, संवेदनशील दृष्टिकोण और अधीनस्थ अधिकारियों के साथ सामंजस्यपूर्ण कार्यशैली से शिकायतकर्ताओं को तत्काल राहत और समाधान मिलने में मदद मिलती है।

इस प्रकार की नियमित जनसुनवाई से न केवल नागरिकों का विश्वास बढ़ता है, बल्कि पुलिस-जन सहयोग भी मजबूत होता है, जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। एडीसीपी चौधरी ने आश्वासन दिया कि हर शिकायत का निराकरण सुनिश्चित किया जाएगा और जनता की समस्याओं का समाधान समयबद्ध और निष्पक्ष रूप से किया जाएगा। इस कार्यशैली से गाजियाबाद में पुलिस-जन सहयोग और विश्वास दोनों मजबूत होते रहेंगे और पुलिस की कार्यप्रणाली को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाया जाएगा।