मास्टर मांइड गार्ड ने सिगरेट कारोबारी के कर्मचारियों से कराई थी 5 लाख की लूट

-गार्ड समेत चार शातिर लुटेरे गिरफ्तार, लूट में प्रयुक्त बाइक, पिस्टल, दो तमंचा एवं लाखों रूपए बरामद

गाजियाबाद। 21 दिन पूर्व हिंडन पुल के पास सिगरेट कारोबारी के कर्मचारियों से हुई पांच लाख रुपये की लूट का साहिबाबाद पुलिस ने खुलासा करते हुए चार शातिर लुटेरे को गिरफ्तार किया है। लूट की वारदात कारोबारी के मास्टर मांइड गार्ड ने ही रेकी करके कराई थी। गुरूवार को साहिबाबाद थानो में घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया साहिबाबाद थाना प्रभारी नागेन्द्र चौबे, एसआई विपिन कुमार, सन्दीप कुमार की टीम ने मुखबिर की सूचना पर गुरूवार दोपहर इण्डेन गैस गोदाम अर्थला से पहाडग़ंज दिल्ली निवासी दीपक उर्फ काना, रोहिणी दिल्ली निवासी वीरेंद्र उर्फ बब्लू, डाबड़ी दिल्ली निवासी विजय और विवेक विहार दिल्ली निवासी हितेंद्र उर्फ जीते को गिरफ्तार किया। जिनके कब्जे से लूट के 2.70 लाख रुपये, लूट में प्रयुक्त बाइक, पिस्टल, दो तमंचा और 6 कारतूस बरामद किया गया।
सीओ साहिबाबाद आलोक दुबे ने बताया कि साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 में आमिर का सिगरेट का गोदाम है। हितेंद्र गार्ड के पद पर कार्यरत है। पूर्व में दिल्ली के लाल किला के पास गार्ड की नौकरी करने के दौरान उसकी मुलाकात विजय से हुई थी। हितेंद्र हत्या और विजय लूट के मामले में पूर्व में जेल जा चुके है। जहां उन दोनों की आपस में दोस्ती हो गई। विजय ने हितेंद्र को मैसेंजर पर मैसेज भेजकर पहले कोई स्थान बताने के लिए कहा।
गार्ड की मदद से हितेंंद्र को मालूम था कि गोदाम से कर्मचारी प्रतिदिन छोटा हाथी में लाखों रूपए का सामान भरकर मार्किट में बेचने के लिए जाते है और वापसी में कलेक्शन के लाखों रूपए लेकर वापस लौटते है। जिसके बाद हितेंद्र ने उन्ही कर्मचारियों से लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए सुझाव दिया।साहिबाबाद थाना प्रभारी नागेंद्र चौबे ने बताया कि हितेंद्र का सुझाव विजय को पंसद आ गया। उसने अपने साथी वीरेंद्र उर्फ बब्लू को पूरी योजना बताई। लेकिन लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए अन्य साथियों की जरूरत पड़ी। विजय ने जेल में बंद के दौरान संपर्क में आए दीपक उर्फ काना से संपर्क किया। वह अपने साथी शाहरूख उर्फ शानू और सलमान के साथ वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार हो गया। फिर हितेंद्र ने उन्हें कर्मचारियों के गाड़ी (छोटा हाथी) का नंबर दिया। उन्होंने गोदाम से माल निकलने से लेकर मार्किट और गोदाम वापस आने तक की पूरी रैकी की। जिसके दो दिन बाद 18 नवंबर को हिंडन पुल के पास पांचों आरोपियों ने फायरिंग कर कर्मचारियों को रोका और पांच लाख रुपयों से भरा बैग लूटकर फरार हो गए। थाना प्रभारी ने बताया लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए दीपक, शानू और सलमान मेट्रो से वैशाली मेट्रो स्टेशन पहुंचे थे। जहां विजय और वीरेंद्र उन्हें चोरी की बाइक व स्कूटी के साथ मिले। पांचों बाइक और स्कूटी पर सवार होकर वारदात को अंजाम देने के लिए पहुंचे थे। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद भागते समय वसुंधरा में उनकी बाइक खराब हो गई। उसे झाडिय़ों में छोड़कर आटो विजय और वीरेंद्र आटो से दिल्ली की ओर भाग गये। गाजीपुर के पास दीपक, शानू और सलमान ने स्कूटी छोड़ दी। उन्होंने बताया कि शानू और सलमान की तलाश की जा रही है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। दीपक के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के थानों में डकैती, लूट, चोरी के 15 मुकदमे दर्ज हैं। विजय के खिलाफ सात, वीरेंद्र के खिलाफ छह, हितेंद्र के खिलाफ तीन मुकदमे दर्ज हैं।