फर्जी आईपीएस-आईएएस अधिकारी बनकर करता था ठगी, गिरफ्तार

-विदेश में नौकरी दिलाने के नाम सैकड़ो लोगों से कर चुका लाखों की ठगी
-बेटी के स्कूल में प्रभाव जमाने के लिए आईएएस बनकर बना था मुख्य अतिथि

गाजियाबाद। खुद को कभी आईएएस तो कभी आईपीएस अधिकारी बनकर विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर भरोसा देकर लोगों से लाखों रुपये ऐंठने वाले शातिर ठग को इंदिरापुरम पुलिस एवं साइबर सैल की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। वह काफी समय से लोगों की आंखों में धूल झोंक रहा था। आरोपी लोगों से कहता था कि वो एक आईपीएस अधिकारी है। यही नहीं वो अपनी ऊंची पहुंच बताकर लोगों के नौकरी दिलाने का वादा करता था। इसके बाद अगर कोई इसकी बात में फंस जाता तो फिर ये उससे पैसों की मांग करता था। पकड़ा गया आरोपी सैकड़ो लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना चुका है। पकड़ा गया आरोपी इतना शातिर है कि अपनी बेटी के स्कूल में भी हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम में खुद को आईएएस बताकर मुख्य अतिथि बन गया था। वह आमजन की बात तो दूर, अपनी चतुराई व भाषा शैली से किसी को भी प्रभाव में लेकर उसे ठग लेता था।
सीओ इंदिरापुरम अंशु जैन ने बताया कि साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार एवं इंदिरापुरम एसएचओ संजीव शर्मा की संयुक्त टीम ने गुरूवार सुबह मुखबिर की सूचना पर अनुज प्रकाश पुत्र ओम प्रकाश निवासी सुपरटेक क्रॉसिंग रिपब्लिक विजयनगर को गिरफ्तार किया गया। जिसके पास से घटना में प्रयुक्त लैपटॉप, मोबाइल बरामद किया गया। सीओ इंदिरापुरम ने बताया पकड़ा आरोपी ने मॉस कम्यूनिकेशन किया हुआ है। इंदिरापुरम निवासी मेजर आर हुड्डा व सुनील सिंह ने थाना इंदिरापुरम में शिकायत दी थी खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर अनुज ने नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख 50 हजार 40 हजार रूपए लिए थे और बाद में फोन उठाना भी बंद कर दिया। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर जांच शुरु की और फिर अनुज को गिरफ्तार कर लिया। इंदिरापुरम एसएचओ ने बताया कि आरोपी लिंकडेन के माध्यम से लोगों से संपर्क करता था। जिसके बाद खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर अपनी चतुराई व भाषा शैली से प्रभाव में लेकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। आरोपी पूर्व में अपनी बेटी के स्कूल में किसी कार्यक्रम में आईएएस अधिकारी बनकर मुख्य अतिथि बना था। आरोपी सैकड़ो लोगों से ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। जिसकी जांच की जा रही है।