• नशे के खिलाफ जंग में प्रशासन और आबकारी विभाग की संयुक्त मुहिम
• स्कूलों में प्रतियोगिताएं कर युवाओं को किया गया जागरूक
• जिलाधिकारी के नेतृत्व में ‘नशा मुक्त समाज’ की ओर सार्थक पहल, विजेता बच्चों को किया सम्मानित
• जागरूकता की नई लकीर खींच रहा आबकारी विभाग
उदय भूमि संवाददाता
रामपुर। युवाओं को नशे के अंधकार से निकालकर उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाने के उद्देश्य से जनपद रामपुर में प्रशासनिक स्तर पर एक संगठित और प्रभावशाली अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में जिला प्रशासन के साथ-साथ आबकारी विभाग अग्रिम पंक्ति में खड़ा होकर समाज निर्माण में अहम भूमिका निभा रहा है। जिलाधिकारी जोगिन्दर सिंह के नेतृत्व में एनकार्ड अभियान के तहत शिक्षण संस्थानों में निबंध एवं पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं, जिनमें जिले भर के स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र द्वारा शील्ड एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। रामपुर में आबकारी विभाग एक ओर जहां अवैध शराब के विरुद्ध लगातार सख्त कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर समाज के भविष्य-युवाओं-को नशे के जाल से बचाने के लिए लगातार शिक्षण संस्थानों में पहुँच कर जागरूकता फैला रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने अभियान की रूपरेखा को जमीनी स्तर तक पहुँचाने का काम बखूबी किया है। उन्होंने बताया कि नशे के विरुद्ध यह मुहिम केवल सरकारी कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका असली उद्देश्य युवाओं के मन में नशे के प्रति जागरूकता और विरोध का भाव पैदा करना है। जिलाधिकारी जोगिन्दर सिंह ने कहा कि आज के युवा अगर नशे की गिरफ्त में आते हैं तो वह केवल स्वयं का नहीं, बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र का नुकसान करते हैं। इस प्रवृत्ति पर समय रहते लगाम लगाना अत्यंत आवश्यक है। शारीरिक, मानसिक, आर्थिक और सामाजिक स्तर पर नशा एक व्यक्ति को पूरी तरह से खोखला कर देता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं केवल बच्चों को मंच प्रदान नहीं करतीं, बल्कि समाज को सजग करने की दिशा में एक सशक्त माध्यम बनती हैं।
उन्होंने विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों से अपील की कि वे इस अभियान को निरंतर बनाए रखें और हर छात्र तक यह संदेश पहुँचाएं। पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने कहा कि नशा युवाओं को अपराध की ओर ले जाता है, इसके खिलाफ हमारी लड़ाई हर स्तर पर जारी है। नशा केवल एक व्यक्तिगत समस्या नहीं, बल्कि समाज और कानून व्यवस्था के लिए भी एक गंभीर चुनौती है। नशे की गिरफ्त में आने के बाद युवा अक्सर अपराध की राह पर चल पड़ते हैं। चोरी, हिंसा और ड्रग्स की तस्करी जैसे अपराधों में लिप्त होना आम बात हो जाती है। इसलिए हमारा प्रयास है कि हम न केवल अपराध पर लगाम लगाएं, बल्कि उसकी जड़ नशे को ही खत्म करें। उन्होंने कहा, इस अभियान के माध्यम से यदि हम एक भी युवा को नशे से बचाने में सफल होते हैं, तो यह हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।
पुलिस विभाग हर स्तर पर प्रशासन और अन्य विभागों के साथ मिलकर इस सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए कटिबद्ध है। जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने कहा कि नशा न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर करता है। युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए जन-जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है। इसी उद्देश्य से हम विद्यालयों और कॉलेजों में लगातार जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिताएं बच्चों में सकारात्मक सोच और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करती हैं। जब युवा खुद इन माध्यमों से नशे के खिलाफ संदेश देते हैं, तो उसका प्रभाव समाज पर कहीं अधिक होता है।
आबकारी विभाग केवल अवैध शराब की धरपकड़ तक सीमित नहीं है, हमारा प्रयास नशामुक्त समाज की दिशा में ठोस कदम उठाना है। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक, जिला विद्यालय निरीक्षक, ड्रग विभाग, कृषि विभाग, फूड विभाग, आबकारी निरीक्षक अरविंद कुमार मिश्र, नीरज कुमार सिंह, नंदिनी यादव, संजय कुमार, राम आधार पाल और अनुपम सिंह सहित अनेक विभागों के प्रतिनिधियों ने भी सहभागिता की और आने वाले दिनों में अभियान को और व्यापक रूप देने की रणनीति पर चर्चा की। रामपुर प्रशासन और आबकारी विभाग की यह मुहिम आने वाले समय में ‘नशा मुक्त भारतÓ की दिशा में एक मजबूत नींव साबित हो सकती है।