-पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण ने कहा, अत्याधुनिक डेयरी प्लांट और औद्योगिक प्रमोशन हब स्थापित होगा
-यीडा सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह क्षेत्र में हो रहे औद्योगिक विकास को लेकर सकारात्मक सोच और प्रतिबद्धता व्यक्त की
उदय भूमि
ग्रेटर नोएडा। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां तेजी के साथ बढ़ रही हैं। पतंजलि ग्रुप यीडा क्षेत्र में अपने औद्योगिक विस्तार को देने में जुट गया है। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण मंगलवार को प्लॉट नंबर-1ए, सेक्टर 24ए, पहुंचे। यहां उन्होंने पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क की आगामी योजनाओं पर चर्चा की। इस पार्क में एक अत्याधुनिक डेयरी प्लांट और औद्योगिक प्रमोशन हब स्थापित किया जाएगा। इससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यीडा सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह क्षेत्र में हो रहे औद्योगिक विकास को लेकर अपनी सकारात्मक सोच और प्रतिबद्धता व्यक्त की। यहां उद्योागें के लिए सभी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि यह औद्योगिक पार्क 1,600 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया जाएगा। इससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘इन्वेस्ट यूपी’ मिशन के अनुरूप है। पूरी तरह से कार्यशील होने पर पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क से 3,000 से अधिक रोज़गार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है। इससे क्षेत्र के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा।
पतंजलि ग्रुप पहले से ही एक औद्योगिक पार्क विकसित कर रहा है। जहां छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों को सब-लीज के माध्यम से औद्योगिक स्पेस उपलब्ध कराया गया है। आगामी फूड एंड हर्बल पार्क इस पहल को और मजबूती देगा, जिससे एफएमसीजी, आयुर्वेद, डेयरी और हर्बल उद्योगों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और स्थानीय स्तर पर औद्योगिक आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन मिलेगा।
औद्योगिक पार्क का दौरा करने के बाद आचार्य बालकृष्ण उद्योग जगत के विशेषज्ञों और वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ यीडा कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। सीईओ क्षेत्र में हो रहे औद्योगिक विकास को लेकर अपनी सकारात्मक सोच और प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं को समर्थन देना, बुनियादी ढांचे को मज़बूत करना और क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना यीडा की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास को संतुलित और समावेशी रूप से आगे बढ़ाने के लिए सभी परियोजनाओं की कड़ी निगरानी की जाएगी, जिससे व्यापारियों और उद्योगों को लाभ मिल सके।
यीडा के औद्योगिक विकास को मिलेगा नया आयाम
बुनियादी ढांचा, रोज़गार सृजन और आर्थिक विकास पर केंद्रित यह परियोजना उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में यीडा की स्थिति को और मज़बूत करेगी। इस पहल से नए निवेश आकर्षित होंगे। स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस दौरे के साथ एक साझा दृष्टिकोण सामने आया है। इसमें यीडा को एक उच्च विकास औद्योगिक कॉरिडोर में बदलने, विश्वस्तरीय औद्योगिक सुविधाएं विकसित करने और व्यापार जगत को अपार संभावनाएं प्रदान करने की परिकल्पना की गई। यह क्षेत्र मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक कंपनियों के लिए पसंदीदा गंतव्य बनने की ओर अग्रसर है, जिससे आत्मनिर्भर और समृद्ध भविष्य की नींव रखी जाएगी।

















