फिल्म सिटी : यूपी कैबिनेट को भेजा गया प्रस्ताव

पहले चरण के प्रस्ताव में विभिन्न बिंदुओं का उल्लेख

ग्रेटर नोएडा। जनपद गौतमबुद्ध नगर में फिल्म सिटी के लिए कवायद तेज हो गई है। मुंबई की तर्ज पर फिल्म सिटी विकसित करने की योजना है। यमुना प्राधिकरण प्रोजेक्ट के पहले चरण का प्रस्ताव यूपी मंत्रिपरिषद को भेज दिया है। पहले चरण के लिए विकासकर्ता कंपनी की तलाश भी शुरू हो गई है। इसके लिए 15 मई तक टेंडर निकाले जाने हैं। पीपीपी मॉडल पर करीब 376 एकड़ में यह प्रोजेक्ट विकसित किया जाना है। इस प्रोजेक्ट में योगी सरकार की विशेष दिलचस्पी है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं। पहले चरण में एम्यूजमेंट पार्क, विला, फिल्म इंस्टीट्यूट, फिल्म स्टूडियो इत्यादि विकसित किया जाना है। सेक्टर-21 में एक हजार एकड़ में फिल्म सिटी धरातल पर उतारी जाएगी। इसमें 220 एकड़ भूमि का भू-उपयोग व्यावसायिक है। इसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) सीबीआरई कंपनी ने तैयार की है। डीपीआर शासन को भेजी गई थी। शासन के दिशा-निर्देश में आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीपीआर में फिल्म सिटी को 3 चरण में विकसित करने का सुझाव दिया गया है। इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि प्राधिकरण देगा और पैसा कंपनी लगाएगी। डीपीआर के अध्ययन के बाद इस बात पर मुहर लग गई है कि फिल्म सिटी 3 चरण में विकसित की जाएगी। पहला चरण 376 एकड़, दूसरा चरण 300 एकड़ और तीसरा चरण 324 एकड़ में विकसित किया जाएगा। पहले चरण का प्रस्ताव यूपी मंत्रिपरिषद को भेज दिया गया है। मंत्रिपरिषद से मंजूरी मिलने के बाद इसका टेंडर निकाला जाएगा। 15 मई तक टेंडर निकलने की संभावना है। यमुना प्राधिकरण कार्यालय में बुधवार को सीबीआरई ने प्रजेंटेशन दिया। इस प्रजेंटेशन में प्रोजेक्ट के आर्थिक पक्ष पर चर्चा हुई। मसलन कंपनी को भूमि निशुल्क दी जाएगी। कंपनी से भूमि का मूल्य किस तरह से लिया जाए। कंपनी को कितने वर्ष के लिए प्रोजेक्ट दिया जाए ताकि उसकी लागत निकल आए। प्रजेंटेशन में आर्थिक बिंदुओं पर विमर्श किया गया।