विजय मिश्रा
(लेखक उदय भूमि के ब्यूरो चीफ हैं। इंडियन एक्सप्रेस, जी न्यूज, दैनिक जागरण, अमर उजाला, नई दुनिया सहित कई प्रमुख समाचार पत्र एवं न्यूज चैनल के साथ काम कर चुके हैं।)
BJP से कई गलतियां हुई। गलतियां ऐसी कि परिणाम पार्टी के लिए काफी कष्टकारी साबित हो सकता था। लेकिन बाहुबली के अंदाज में मोदी ने फिर से विपक्ष को सबक सिखाया है। मोदी के आगे राहुल का नेतृत्व बौना दिखा। सरकार के खिलाफ नाराजगी के बावजूद इन मतदाताओं ने विपक्षी गठबंधन के पक्ष में जाना मुनासिब नहीं समझा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक खासियत है कि वह जो बोलते हैं उसे तो करते ही हैं और जो नहीं बोलते वह भी करते हैं। मोदी ने 400 पार का नारा दिया था। यानी मोदी इसे जरूर पूरा करेंगे। भले ही बीजेपी को 325 के आसपास ही सीटें मिले। लेकिन मोदी सरकार को 400 सीटें जरूर मिलेंगी।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव का एग्जिट पोल आ चुका है। लेकिन अंतिम चुनाव परिणाम क्या रहेगा इसके लिए अभी हमें एग्जैक्ट पोल का इंतजार है। एग्जैक्ट पोल यानी की 4 जून, जिस दिन वोटों की गिनती होगी और चुनाव परिणाम पर अंतिम मुहर लगेगी। लोकसभा चुनाव में बीजेपी से कई गलतियां हुई। गलतियां ऐसी थी जिसके परिणाम पार्टी के लिए काफी कष्टकारी साबित हो सकता था। लेकिन बाहुबली के अंदाज में मोदी ने फिर से विपक्ष को सबक सिखाया है।एग्जिट पोल ने यह बता दिया है कि इस बार फिर से एनडीए की सरकार बन रही है। भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। एक बार फिर से यही साबित हुआ है कि मोदी ही तारणहार हैं और मोदी ही खेवनहार है। यानी एक बार फिर मोदी सरकार बन रही है। भाजपा को कितनी सीटें मिलेगी यह तो अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद ही पता चलेगा लेकिन एग्जिट पोल के आधार पर इतना स्पष्ट है कि भाजपा की सीटों की संख्या 303 के पर ही जाएगी।
क्या मोदी सरकार 400 के पार होगी? सबको चौंकाना वाले नतीजे होंगे? तो इसका जवाब है हां। क्योंकि अनुमान और एग्जिट पोल के परिणाम कुछ इसी और इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक खासियत है कि वह जो बोलते हैं उसे तो करते ही हैं और जो नहीं बोलते वह भी करते हैं। मोदी ने 400 पार का नारा दिया था। यानी मोदी इसे जरूर पूरा करेंगे। भले ही बीजेपी को 325 के आसपास ही सीटें मिले। लेकिन मोदी सरकार को 400 सीटें जरूर मिलेंगी।
तीसरी बार भी बीजेपी और एनडीए की ही सत्ता में वापसी हो रही हैं। बीजेपी ने इस बार 400 पार का आंकड़ा दिया था। पहले और दूसरे चरण के मतदान के बाद विपक्ष ने नॉरेटिव बनाने की कोशिश करते हुए बीजेपी को संविधान और आरक्षण विरोधी साबित करने की पुरजोर कोशिशें की। शुरुआत में लगा कि दलित मतदाताओं पर इस नॉरेटिव का असर हुआ है। लेकिन मोदी ने मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा उठाकर कांग्रेस की धार कुंद कर दी।
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष इस चुनाव में भी बीते कई चुनाव की तरह ही पीएम मोदी और भाजपा पर हावी नहीं हो पाया। मोदी के आगे राहुल का नेतृत्व बौना दिखा। इस चुनाव प्रचार के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ कोई बड़ी नाराजगी नहीं दिखा। जो लोग कुछ नाराज भी थे वह बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस से भी उतने ही नाराज दिखे। यानी मोदी के खिलाफ नाराजगी के बावजूद इन मतदाताओं ने विपक्षी गठबंधन के पक्ष में जाना मुनासिब नहीं समझा। अगर जरा सा भी किसी में असंतोष की भावना थी तो विपक्ष उसे कभी भुना नहीं पाया। विपक्ष के पास कुछ मुद्दे जरूर थे लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें जिन मुद्दों को दृढ़ता से उठाना था वो ऐसा कर नहीं सके। ऐसे में एक बार फिर सत्ता में नरेंद्र मोदी की प्रचंड बहुमत के साथ वापसी तय दिख रही है।
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष इस चुनाव में भी बीते कई चुनाव की तरह ही पीएम मोदी और भाजपा पर हावी नहीं हो पाया। मोदी के आगे राहुल का नेतृत्व बौना दिखा। इस चुनाव प्रचार के दौरान मोदी सरकार के खिलाफ कोई बड़ी नाराजगी नहीं दिखा। जो लोग कुछ नाराज भी थे वह बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस से भी उतने ही नाराज दिखे। यानी मोदी के खिलाफ नाराजगी के बावजूद इन मतदाताओं ने विपक्षी गठबंधन के पक्ष में जाना मुनासिब नहीं समझा। अगर जरा सा भी किसी में असंतोष की भावना थी तो विपक्ष उसे कभी भुना नहीं पाया। विपक्ष के पास कुछ मुद्दे जरूर थे लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें जिन मुद्दों को दृढ़ता से उठाना था वो ऐसा कर नहीं सके। ऐसे में एक बार फिर सत्ता में नरेंद्र मोदी की प्रचंड बहुमत के साथ वापसी तय दिख रही है।