काशी, मथुरा मुद्दे पर न्यायालय जाएगा अखाड़ा परिषद: महंत नारायण गिरी महाराज

– काशी-मथुरा को शीघ्र मुक्त कराने का प्रस्ताव पास, 13 अखाड़ों के जुटे प्रतिनिधि
– हरिद्वार महाकुंभ को लेकर भी हुआ मंथन, सीएम के कार्यो की हुई सराहना

उदय भूमि ब्यूरो
गाजियाबाद। अयोध्या में राम मंदिर विवाद सुलझने के बाद साधु संतों के 13 अखाड़ों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अब काशी और मथुरा विवाद के समाधान को लेकर भी उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर करेगा। इस दौरान हरिद्वार महाकुभं को लेकर संतों में मंथन हुआ। काशी-मथुरा के मामले में अखाड़ा परिषद मुस्लिम धर्मगुरुओं से बात करेगा। सहमति न बनने पर कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। अखाड़ा परिसद ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यो की सराहना की है। कहा कि अपराध और कोरोना को लेकर उनकी कार्रवाई बेहतर है। परिसद ने माघ मेला में कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने पर जोर दिया है, लेकिन मेला की परंपरा न रुकने पाए सरकार से उसकी मांग की है। हरिद्वार से प्रयागराज आने के बाद रविवार को जारी एक वीडियो में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने कहा है कि काशी विश्वनाथ मंदिर में ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण अवैध है। श्रीकृष्ण जन्मभूमि में मस्जिद जबरन बनाई गई है। दोनों ही स्थल हिंदुओं की आस्था का केंद्र हैं, उसे जल्द मुक्त किया जाना चाहिए। मठ बाघम्बरी गद्दी में करीब ढाई घंटे चली बैठक के बाद बैठक में परिषद के प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव पारित कर अयोध्या की तर्ज पर काशी तथा मथुरा वाद के शांतिपूर्ण समाधान की मांग को लेकर संगठन उच्चतम न्यायालय में ले जाएगा। उन्होंने कहा कि काशी विश्वनाथ मंदिर तथा मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थल पर अयोध्या की तरह ही मुगल शासकों ने जबरन मस्जिदों का निर्माण कराया था। विश्वनाथ मंदिर के बगल में ज्ञानवापी मस्जिद के निकट खुदाई के दौरान सुरंग और मंदिर के कई अवशेष मिल रहे हैं। अब समय आ गया है कि इन दोनों स्थानों से जुड़े विवाद को भी न्यायालय से सौहार्द्रपूर्वक सुलझाया जाना चाहिए। दूधेश्वर मठ के पीठाधीश्वर ने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी अखाड़ों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लेते हुए अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण कार्य आरंभ होने पर खुशी जताई। बैठक के दौरान संतों ने एक स्वर में उत्तर प्रदेश सरकार से अयोध्या में सभी 13 अखाडा़ें को भूमि उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया। प्रवक्ता ने कहा कि बैठक में प्रयागराज में माघ मेले का कोरोना के दिशा निदेर्शों के साथ संपन्न कराने का भी उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध किया गया है। बैठक में अगले साल हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ को लेकर भी चर्चा हुई और केंद्र सरकार से इसके अयोजन की राशि तत्काल जारी करने का आग्रह किया गया।
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