• भौतिक सत्यापन में शीरे की स्थिति संतोषजनक, सुरक्षा व्यवस्था भी दुरुस्त
• शीरा भंडारण में नहीं मिली अनियमितता, सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त
उदय भूमि संवाददाता
मेरठ। उप आबकारी आयुक्त, मेरठ मंडल राकेश कुमार सिंह ने सहायक आबकारी आयुक्त (प्रवर्तन) शिशुपाल सिंह के साथ शनिवार को सकौती चीनी मिल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संरक्षित शीरे का भौतिक सत्यापन किया, जो पूरी तरह सही और नियमानुसार पाया गया। निरीक्षण के दौरान मिल में सुरक्षा एवं निगरानी व्यवस्था को भी परखा गया। निरीक्षण के दौरान चीनी मिल में संरक्षित शीरे का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें कोई अनियमितता नहीं पाई गई। आबकारी विभाग के लिए शीरा भंडारण और इसकी सही मात्रा बेहद महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि इससे अवैध शराब निर्माण को रोका जा सकता है।
इस निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ कि मिल में शीरे के भंडारण और निगरानी में नियमों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मिल के गेट और वे ब्रिज पर लगे एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरों की जांच भी की गई। ये कैमरे सुचारू रूप से कार्य कर रहे थे, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि मिल में निगरानी व्यवस्था मजबूत है। ये कैमरे प्रत्येक वाहन की निगरानी करते हैं, जिससे अनधिकृत गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई संभव होती है।
प्रशासन की सख्ती से मिलों में पारदर्शिता
मेरठ क्षेत्र में आबकारी विभाग अवैध शराब निर्माण और शीरा चोरी जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार सख्ती बरत रहा है। उप आबकारी आयुक्त के इस निरीक्षण से स्पष्ट हुआ कि सकौती चीनी मिल में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, इस तरह के निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे ताकि मिलों में आबकारी नियमों का पूर्ण रूप से पालन सुनिश्चित किया जा सके और किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोका जा सके। आबकारी विभाग का यह कदम अवैध शराब उत्पादन पर लगाम लगाने और सरकारी राजस्व को सुरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
अधिकारी कथन:
निरीक्षण के बाद उप आबकारी आयुक्त मेरठ मंडल राकेश कुमार सिंह ने कहा, सकौती चीनी मिल में संरक्षित शीरे का भौतिक सत्यापन किया गया, जो पूरी तरह से सही पाया गया। मिल में सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था भी सुदृढ़ है। गेट एवं वे ब्रिज पर लगे एएनपीआर कैमरे सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं, जिससे पारदर्शिता बनी हुई है। आबकारी विभाग लगातार सतर्क है और आगे भी इसी तरह के निरीक्षण जारी रहेंगे, ताकि अवैध शराब निर्माण और किसी भी तरह की अनियमितता को रोका जा सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि आबकारी नियमों के पालन में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सभी चीनी मिलों की समय-समय पर जांच की जाएगी, ताकि सरकारी राजस्व को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचे।