-त्योहारों पर शराब माफिया का खेल बिगाड़ने के लिए आबकारी विभाग ने बना एक्शन प्लान
-दुहाई, डासना चेक पोस्ट के साथ आनंद विहार, खोड़ा, यूपी बोर्डर एवं लोनी क्षेत्र पर बढ़ाया पहरा
उदय भूमि
गाजियाबाद। जनपद गाजियाबाद को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने और शराब तस्करों पर शिकंजा कसने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। जिले की आबकारी विभाग की टीम सरकारी खजाने को भरने के साथ शराब तस्करों को भी खूब मजा चखा रहा है। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोकने के साथ हिंडन खादर क्षेत्र में होने वाले कच्ची शराब के धंधे पर अपना डंडा चला रहा है। आबकारी विभाग की कार्रवाई से जहां बाहरी राज्यों की शराब तस्करी की घटनाओं में रोक लगी है तो वहीं हिंडन खादर क्षेत्र में भी अवैध शराब का धंधा मंदा हो गया है। इन सबके बीच में सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन करने और बिना लाइसेंस के शराब पिलाने वालों पर भी रात्रि अभियान के तहत कार्रवाई की जा रही है। त्योहार का सीजन नजदीक आते ही शराब माफिया ने भी शराब तस्करी के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है।
बिहार में शराब तस्करी के लिए शराब माफिया ज्यादातर राजमार्ग के साथ राष्ट्रीय मार्ग का उपयोग करते है। जिसके लिए वह ईस्टर्न पेरिफेरल के रास्ते प्रदेश के अन्य जिले होते हुए बिहार में शराब सप्लाई करते है। वहीं इन सबके बीच में गाजियाबाद के कुछ क्षेत्र दिल्ली की सीमा से पूरी तरह सटे हुए है। जैसे आनंद विहार, खोड़ा, यूपी बोर्डर एवं लोनी क्षेत्र शामिल है। जहां से बड़ी गाड़ी तो नहीं, लेकिन छोटी गाड़ी के जरिए शराब तस्करी की संभावना रहती है। हरियाणा व दिल्ली शराब की तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम को 24 घंटे कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। आनंद विहार, खोड़ा, यूपी बोर्डर एवं लोनी क्षेत्र एक तरह से शराब तस्करों के लिए चोर रास्ते है। क्योंकि बाहरी राज्यों की शराब लेकर गाजियाबाद में आने के लिए इनके पास कई ऐसे मार्ग है, जहां से कॉलोनी के बीच होकर गाजियाबाद की सीमा में आसानी से प्रवेश कर लेते है। चुनाव हो या फिर त्योहार दोनों ही सीजन में शराब तस्करी की संभावना अधिक रहती है। शराब तस्करों की निगरानी के लिए दुहाई एवं डासना चेक पोस्ट पर आबकारी विभाग की टीमें तीन शिफ्टों में 24 घंटे पहरा दे रही है।
साथ आनंद विहार, खोड़ा, यूपी बोर्डर एवं लोनी क्षेत्र से होनी वाली शराब तस्करी को रोकने के लिए भी आबकारी विभाग की टीम तो निगरानी कर ही रही है, साथ ही मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय कर दिया गया है। दशहरा एवं दिवाली को लेकर जिला आबकारी अधिकारी ने शराब तस्करों पर कार्रवाई के लिए अपनी ठोस रणनीति तैयार कर ली है। जिसके लिए सभी आबकारी निरीक्षकों की भी जिम्मेदारी तय कर दी गई है। शराब तस्करों पर कार्रवाई के लिए आबकारी विभाग की टीमें चेकिंग के साथ शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दे रही है। साथ ही शराब तस्करी के मामले में जेल से छूटकर आए तस्करों की निगरानी के लिए उनके घर पर भी मुखबिर तंत्र को निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए गए है। शराब तस्करों को जिले से खदेड़ने और जेल भेजने के लिए आबकारी विभाग की टीम भी पूरी तरह से फुल फॉर्म में मैदान में उतर चुकी है। जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया जिले में अवैध शराब के कारोबार को पूरी तरह से खत्म करने और आमजन को अवैध शराब के से बचाने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा चेकिंग अभियान के साथ-साथ जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
12 अक्टूबर को दशहरा पर्व है और उसके बाद दिवाली का त्योहार भी है। त्योहार में शराब तस्करी की आशंका रहती है। जिसके लिए सभी आबकारी निरीक्षकों को अभियान में तेजी लाने और मुखबिर तंत्र को सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए है। मंगलवार को आबकारी निरीक्षक हिम्मत सिंह, डॉ. राकेश त्रिपाठी, मनोज शर्मा, त्रिवेणी प्रसाद मौर्य, अखिलेश बिहारी वर्मा और अभय दीप सिंह की टीम द्वारा चेकिंग अभियान चलाया गया। बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा डासना, दुहाई चेक पोस्ट पर चेकिंग अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान सभी वाहनों को चेक किया गया और अवैध शराब के खिलाफ जागरूक भी किया गया।
साथ ही हाइवे पर खुले रेस्टोरेंट एवं ढाबों की चेकिंग की गई। सभी ढाबों/ रेस्टोरेंट संचालको को उनके परिसर में अन्य प्रांत की शराब पाए जाने एवं बिना लाइसेंस शराब पिलाए जाने की स्थिति में नियमानुसार सख्त कार्यवाही किए जाने की चेतावनी दी गई। रेस्टोरेंट व ढाबे में शराब पिलाने के लिए आबकारी विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य है। साथ ही ढाबा संचालकों से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि ढाबे के आसपास व बाहरी राज्यों से होने वाली शराब तस्करी की सूचना आबकारी विभाग को दें। जिससे अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर कार्यवाही की जा सकें। नियमानुसार ढाबे व रेस्टोरेंट का संचालन करें। बिना लाइसेंस के शराब का सेवन करना, जेल की हवा खिला सकता है।
शराब की दुकानों पर मारा छापा
ओवर रेटिंग रोकने को आबकारी विभाग ने लाइसेंसी दुकानों पर मारा छापा
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीम द्वारा गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराई जा रही है। साथ ही दुकानों का भी औचक निरीक्षण किया जा रहा है। निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर बिक्री न हो साथ ही सभी दुकानों पर सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सहित संचालित हो रही हैं या नहीं सुनिश्चित किया गया। आबकारी अधिकारी ने अनुज्ञापियों को अधिक से अधिक ऑनलाइन माध्यमों पर पेमेंट लेने व ऑनलाइन पेमेंट के सभी माध्यमों का प्रयोग करने के निर्देश दिए। पीओएस मशीन के माध्यम से अधिक से अधिक बिक्री के लिए विक्रेताओं को निर्देशित किया। साथ ही चेतावनी दी गई यदि किसी दुकान के विक्रेता द्वारा जानबूझकर पीओएस मशीन से विक्रय नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शराब पर अंकित मूल्यों से अधिक वसूली करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
21 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को शराब बेचने पर होगी जेल
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया शराब विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए कि शराब की दुकानों पर 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को शराब नहीं दी जाएगी। इसके अलावा बार, रेस्टोरेंट, होटल संचालकों को भी सख्त निर्देश दिए गए है कि बार और क्लबों में 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को शराब का सेवन न कराए जाए अगर जांच के दौरान किसी भी बार व रेस्टोरेंट, होटल में 21 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों को शराब का सेवन करते हुए पाया गया तो संबंधित केे खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। आबकारी अधिकारी के निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के लिए बीच-बीच में आबकारी विभाग की टीमें खुद दुकानों पर इसकी जांच कर रही है। संदिग्ध व्यक्तियों का आईडी कार्ड चेक किया जा रहा है। जिससे उनकी सही उम्र का पता लगाया जा सकें। आबकारी विभाग का उद्देश्य सिर्फ अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करना ही नहीं है। बल्कि युवाओं को नशे बचाने के लिए भी भी सकारात्मक कदम उठा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी का कहना है कि अवैध शराब के खिलाफ जागरुकता अभियान के साथ युवा पीढ़ी को नशे के सेवन बचाने के लिए भी आबकारी विभाग की टीम जागरुकता अभियान चला रही है। जो कि आगे भी लगातार जारी रहेगा।