रामपुर ओवर में रेटिंग पर आबकारी अधिकारी की सख्ती, टीम ने दुकानों पर की छापेमारी

-कच्ची शराब के अवैध धंधे पर ताबड़तोड़ छापेमारी से शराब तस्करों में मचा हड़कंप
-शराब की भट़टी को नष्ट करते हुए 63 लीटर अवैध कच्ची शराब जब्त
-रसूलपुर, प्रीति कालोनी, डिबडिबा, बंगाली कालोनी में आबकारी विभाग की छापेमारी तस्करों में डर का माहौल

उदय भूमि
रामपुर। जनपद में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आबकारी विभाग की लगातार कार्रवाई के बाद भी कुछ कच्ची शराब के तस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। नौकरी छोड़कर कच्ची शराब के धंधे को ही चमकाने में जुटे हुए है। रामपुर के देहात क्षेत्र में अवैध रूप से कच्ची शराब बनाने का धंधा खूब फलता-फूलता है। इसको रोकने के लिए आबकारी विभाग टीम के द्वारा छापामार कार्रवाई की जाती है, पर अवैध शराब के धंधे से जुड़े लोगों पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ता है। जबकि आबकारी विभाग कार्रवाई के बीच में लगातार जागरूकता अभियान चलाने के साथ अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों को सुधरने का मौका भी दे रहा है, लेकिन शायद तस्करों को आबकारी विभाग की यह हिदायत रास नहीं आ रही है। जिसके लिए अभी भी कुछ गांवो में कच्ची शराब का धंधा जारी है। आबकारी विभाग की कार्रवाई से कुछ ने तो धंधा करना ही छोड़ दिया है और कुछ ने तो चेतावनी मिलने के बाद सरेंडर कर दिया है। मगर इस बीच चेतावनी के बाद भी अपने हरकतों से बाज नही आने वाले कच्ची शराब के तस्करों को जेल भेजने के लिए आबकारी विभाग ने अपनी मुहिम चला दी है।

अब शराब तस्करों को सुधरने का मौका नहीं बल्कि उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। रामपुर जिला आबकारी अधिकारी का कार्रवाई करने का तरीका ही कुछ अलग है। कार्रवाई से पहले वह शराब तस्करों को सुधरने का एक मौका जरुर देते है। अगर किसी ने इस मौके को गंवा दिया तो समझो उसकी जगह अब जल्द ही सलाखों के पीछे बीतने वाली है। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तस्करों पर कार्रवाई करने और उनके धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने देहात क्षेत्र में डेरा डाल दिया है। साथ ही मुखबिर तंत्र ने भी अपनी निगरानी तेज कर दी है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने देहात क्षेत्र में दबिश देकर खेत, आम के बाग, जंगल, नदी किनारे कच्ची शराब का निर्माण करने वाले तस्करों के ठिकानों पर दबिश दी। जिसमें आबकारी विभाग की टीम ने कच्ची शराब और लहन बरामद किया है।

जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने बताया जनपद में अवैध शराब के निर्माण, बिक्री और परिवहन के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। देहात क्षेत्र में होने वाले कच्ची शराब के अवैध धंधे को पूरी तरह जड़ से खत्म करने के लिए टीम को सख्त निर्देश दिए गए है। रविवार को आबकारी निरीक्षक अरविंद कुमार मिश्रा और संजय कुमार की संयुक्त टीम द्वारा मिलक एवं शाहबाद क्षेत्र में स्थित देशी, विदेशी मदिरा एवं बीयर की दुकानों पर गोपनीय रूप से टेस्ट परचेज कराया गया। विक्रेता को ओवररेट के संबंध में कड़ी चेतावनी दी गई, क्यू आर कोड स्कैन कर विक्रेता को पाश मशीन द्वारा बिक्री करने के लिए सख्त निर्देश दिए गए। क्रिसमस एवं नववर्ष का उत्सव निकट होने के चलते स्टॉक एवं ब्रांड की उपलब्धता को लेकर भी विक्रेता को निर्देशित किया गया। साथ ही मिलक हाईवे पर स्थित ढाबों/कैंटीनों की चेकिंग सघनता से की जा रही है। ढाबा मालिको को सख्ती से निर्देशित किया जा रहा है कि कोई भी अल्कोहल का टैंकर अधिक देर तक न रूके न ही अवैध तरीके से शराब पिलाई जाए, पैकारी की मदिरा बेचने वाले कैंटीनों को भी सघनता से चेकिंग की गई।

जिला आबकारी अधिकारी ने कहा लाइसेंसी दुकानों से होने वाली ओवर रेटिंग को रोकने के लिए विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए गए है कि शराब पर अंकित मूल्यों से एक रुपये की भी अधिक वसूली बर्दाश्त नहीं होगी। अगर कोई विक्रेता अवैध रुप से वसूली करता हुआ पाया गया तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लाइेंससी भी खुद दुकानों पर मौजूद विक्रेताओं के कार्यों की जांच करते रहे। वहीं आबकारी निरीक्षक नीरज सिंह की टीम द्वारा अवैध एवं कच्ची शराब निर्माण एवं बिक्री से संबंधित संदिग्ध स्थलों पर दबिश दी गई। इस दौरान रसूलपुर, प्रीति कालोनी, डिबडिबा, बंगाली कालोनी में दबिश दी गई। दबिश के दौरान लगभग 63 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद किया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं में 2 अभियोग पंजीकृत किया गया।

वहीं अवैध शराब के धंधे में शामिल एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया। साथ ही टीम द्वारा आसपास के लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरूक करते हुए कार्रवाई में सहयोग की अपील की। अपील करते हुए संदेश दिया गया कि अपनी आने वाली पीढ़ी को बचाने के लिए आबकारी विभाग की कार्रवाई में सहयोग करें। अगर आपके आसपास इस तरह महुआ अवैध शराब का धंधा चलता रहेगा तो आने वाली पीढ़ी और परिवार भी इसी चंगुल में फंसा रहेगा। अपने गांव को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने में आबकारी विभाग का सहयोग करें। आपके द्वारा दी जाने वाली सूचना पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी और विभाग कार्रवाई भी करेगा।