गाजियाबाद। नगर क्षेत्र में अपराध का सफाया करने के लिए डीसीपी (नगर) राजेश कुमार की टीम ने कमर कस ली है। फरार और इनामी बदमाशों को ढूंढ-ढूंढकर गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाया जा रहा है। देखा जाए तो अपराधियों पर डीसीपी की टीम कहर बनकर टूट रही है। अब बदमाशों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है। पिछले 24 घंटे में डीसीपी नगर की टीम ने मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से दो को लगड़ा कर दिया गया। पिछले कुछ समय से डीसीपी के चार्ज संभालने के बाद पुलिस ने अपने आपको बदला और मामलों में त्वरित कार्रवाई करने लगी। थानों पर आने वाले पीड़ितों की सुनवाई होने लगी। इनामी व आपराधिक कार्यों को लगातार अंजाम देने वाले लोगों का एनकाउंटर भी पुलिस ने तेजी से किया, नतीजा अपराधियों में पुलिस का खौफ और जनता भयमुक्त। डीसीपी का कहना है जनता को भयमुक्त माहौल देने के लिए अपराधियों को उनकी सही जगह पहुंचाना बेहद जरुरी है। अगर यह बाहर रहेंगे तो क्षेत्र की जनता सुरक्षित नहीं रह सकती है।
गुरुवार रात नगर कोतवाली क्षेत्र में हुई मोबाइल स्नेचिंग की दो वारदातों का हिसाब-किताब डीसीपी की टीम ने अगले दिन सुबह ही कर डाला। पुलिस ने विजयनगर फ्लाईओवर के पास से एक स्नेचर को गोली मारकर लूटे गए मोबाइल को बरामद किया है। हालांकि अंधेरे का फायदा उठाकर एक बदमाश मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घायल को तत्काल हिरासत में लेकर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। आरोपी से बरामद बाइक दिल्ली से चोरी की है। एसीपी (नगर) रितेश त्रिपाठी ने बताया कि डीसीपी के नेतृत्व में त्योहार को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार शाम मेट्रो में सवार सुबोध दिल्ली से लौटे तो उन्होंने शहीद स्थल मेट्रो के बाहर से बेटे को बुलाने के फोन किया, इसी दौरान काली अपाचे बाइक सवार दो बदमाश सुबोध का मोबाइल लूटकर फरार हो गए। इसके बाद काले रंग की बाइक सवार बदमाशों द्वारा ही हापुड़ मोड़ से आशुतोष का भी मोबाइल लूट लिया गया। वारदात के समय आशुतोष मोबाइल पर बात कर रहे थे। एक दिन में दो लूट की वारदात का खुलासा करने के लिए डीसीपी ने टीम गठित की गई।
एसपी ने बताया शुक्रवार तड़के ही मुखबिर से सूचना मिली कि रात में स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाश बाइक पर सवार होकर नंदग्राम से विजयनगर की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने बिना देरी किए बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए अपना चेकिंग तेज कर दी। विजय नगर फ्लाईओवर के पास चेकिंग कर रही एसएचओ अनुराग शर्मा की टीम को बाइक सवार आते दिखे, पुलिस की टीम ने जब रुकने का इशारा किया तो बदमाशों ने बाइक कच्चे रास्ते पर उतार दी। पुलिस ने जब पीछा किया तो बदमाशों ने पुलिस की टीम पर फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक गोली बदमाश की टांग में लगने के बाद वह मौके पर गिर पड़ा। घायल अवस्था में पुलिस ने हिरासत में लिया गया। बदमाश संजय कालोनी, अर्थला निवासी 28 वर्षीय मुकीम कुरैशी पुत्र मोबीन कुरैशी है। मगर उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। घायल बदमाश के पास से अवैध तमंचा और चार लूटे मोबाइल बरामद किया गया। बरामद बाइक दिल्ली से चोरी की है। पकड़े गए आरोपी दिल्ली-एनसीआर में लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे।
दिल्ली के कारोबारी से लूट करने वाले लुटेरे को किया लंगड़ा
पुलिस लाइन्स स्थित परमजीत हॉल में शुक्रवार को दिल्ली के कारोबारी से हुई लूट की घटना का खुलासा करते हुए डीसीपी राजेश कुमार ने बताया 7 अक्टूबर को दिल्ली के पहाडग़ंज निवासी कारोबारी मनोज खंडेलवाल से बाइक सवार बदमाशों ने ज्वेलरी से भरा बैग लूट लिया था। पीडि़त की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर घटना के खुलासे के लिए टीम गठित की गई। शुक्रवार तड़के नंदग्राम एसएचओ धर्मपाल सिंह की टीम ने भट्टा नंबर पांच के पास से मुठभेड़ में मनीष शर्मा पुत्र रविन्द्र शर्मा निवासी मकान नंबर 557 भटीपुरागढ रोड किठौर जनपद मेरठ को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से लूट के चांदी के 168 छत्र और तमंचा बरामद किया है। डीसीपी ने बताया 7 अक्टूबर को लुटेरा मनीष दिल्ली में चांदनी चौक गया था, जहां उसने एक कारोबारी को बैग में चांदी भरकर स्कूटी पर ले जाते देखा। उसकी बातचीत से इतना पता लग गया कि वह चांदी मेरठ में सप्लाई करने जा रहा है।
उसके बाद उसका पीछा करना शुरू कर दिया और अपने दो साथी समीर और राजा को राजनगर एक्सटेंशन में बुला लिया, उसके राजनगर एक्सटेंशन पहुंचने पर वहां अपने साथियों को बता दिया था कि स्कूटी पर काला बैग ले रहे शख्स के पास चांदी है। उसे पीछा करने का शक न हो, इसलिए उसने अपनी जगह अब पीछा करने के लिए साथियों को लगा दिया। तीनों ने बाइक से कारोबारी का पीछा करना शुरू कर दिया और गुलधर स्टेशन के पास जाकर तमंचे के बल पर चांदी भरा बैग लूट लिया था। उसके बाद हम तीनों राज नगर एक्सटेंशन में ही मोरटी गांव के जंगल में पहले से तय जगह पर मिलकर लूटी गई चांदी आपस में बांट ली। मनीष ने अपने हिस्से में आई चांदी को झाडिय़ो में छिपा कर दिया था। शुक्रवार सुबह वह उसी चांदी को बेचने के लिए लेने आया था। मगर उससे पहले ही पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर दिया। डीसीपी ने बताया पकड़ा गया आरोपी शातिर किस्म का लुटेरा है। जिसके खिलाफ मेरठ जनपद में लूट व हत्या के चार मुकदमे दर्ज है। गिरोह में शामिल दो साथी फरार है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए टीम दबिश दे रही है।