-एनजीटी की प्रिंसिपल बेंच के सदस्य ने अधिकारियों के साथ की बैठक
गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर समेत गाजियाबाद में वायु प्रदूषण की खराब गुणवत्ता के चलते ग्रैप-4 के पारित आदेशों का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। यह बातें नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) प्रिंसिपल बेंच नई दिल्ली के सदस्य एवं न्यायाधीश डॉ. अफरोज अहमद ने कहीं। शनिवार को एनजीटी सदस्य डॉ. अफरोज अहमद अपने शासकीय कार्योंं के संबंध में जनपद का भ्रमण करने के लिए पहुंचे। उन्होंने प्रताप विहार स्थित गंगाजल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के गेस्ट हाउस में जिला पर्यावरण समिति, जिला गंगा समिति व जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक भी ली।
बैठक में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग ईशा तिवारी, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक, जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल, एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद, क्षेत्रीय अधिकारी यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विकास मिश्रा आदि उपस्थित रहे। बैठक में डॉ.अफरोज अहमद ने जिला पर्यावरण समिति से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा के दौरान कहा कि जनपद में ग्रैप-4 के आदेशों का सख्ती से पालन कराया जाए। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी विकास मिश्रा ने अवगत कराया कि ग्रैप-4 के अंतर्गत पारित आदेशों का अनुपालन जनपद में सख्ती से कराया जा रहा है। जिला पर्यावरण परियोजना के बारे में उन्हें अवगत कराया गया कि डिस्ट्रिक्ट एनवायरनमेंट प्लान के पोर्टल पर पूर्व में अपलोड किया जा चुका हैं।
नगर आयुक्त ने एनजीटी सदस्य एवं न्यायाधीश को जनपद में वायु गुणवत्ता के सुधार के संबंध में नगर निगम द्वारा किए जा रहे प्रयास से संबंधित एक ड्रॉफ्ट सौंपा। उन्होंने बैठक के दौरान सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की जानकारी मांगी। अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 10 एसटीपी संचालित हैं। जिला गंगा समिति के बारे में जिला परियोजना अधिकारी ने उन्हें अवगत कराया कि भारतीय लोक प्रशासन संस्थान नई दिल्ली में जिला गंगा योजना के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के बारे में बताया। इसमें निर्माण में शामिल किए जाने वाली अंशधारकों एवं उनकी भूमिका से अवगत कराया गया। इसके बाद गंगा एक्शन प्लान पर कार्रवाई की जा रही है। बैठक में न्यायाधीश ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेड़ लगाओं-पेड़ बचाओ जन अभियान वर्ष 2024-25 में कराए गए पौधरोपण की जीवित्ता मानक के अनुसार बनाई रखी जाए। उन्होंने बैठक के बाद गंगाजल वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी जायजा लिया।