उत्तर रेलवे द्वारा राजभाषा पखवाड़े का आयोजन

-विभिन्न रेलकर्मी राजभाषा पुरस्कारों से किए गए सम्मानित
-हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास करने की है जरुरत: शोभन चौधुरी

नई दिल्ली। उत्तर रेलवे पर आयोजित किये जा रहे राजभाषा पखवाड़े के दौरान गुरुवार को बड़ौदा हाउस में उत्तर रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक उत्तर रेलवे महाप्रबंधक शोभन चौधुरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में उत्तर रेलवे के सभी प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्षों, मंडलों के अपर मंडल रेल प्रबंधकों तथा मुख्य कारखाना प्रबंधकों ने सहभागिता की। बैठक के दौरान सर्वप्रथम महाप्रबंधक ने प्रधान कार्यालय की ई-पत्रिका सरस्वती संगम का विमोचन किया। इस अवसर पर महाप्रबंधक राजभाषा पुरस्कार, क्षेत्रीय हिंदी टिप्पण एवं प्रारूप लेखन, हिंदी निबंध एवं हिंदी वाक प्रतियोगिताओं और तकनीकी लेख प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए गए। श्री शोभन चौधुरी ने ई-ऑफिस में अपना कार्य हिंदी में करने तथा हिंदी पुस्तकालयों में व्यापक सुधार करने के लिए कहा।

उन्होंने हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा एक भाषा के रूप में हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है बल्कि यह हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति एवं संस्कारों की सच्ची संवाहक, संप्रेषक और परिचायक भी है। बहुत सरल, सहज और सुगम भाषा होने के साथ हिंदी विश्व की संभवत: सबसे वैज्ञानिक भाषा है जिसे दुनिया भर में समझने, बोलने और चाहने वाले लोग बहुत बड़ी संख्या में मौजूद हैं। यह विश्व में तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है जो हमारे पारम्परिक ज्ञान, प्राचीन सभ्?यता और आधुनिक प्रगति के बीच एक सेतु भी है।

हिंदी आम आदमी की भाषा के रूप में देश की एकता का सूत्र है। सभी भारतीय भाषाओं की बड़ी बहन होने के नाते हिंदी विभिन्न भाषाओं के उपयोगी और प्रचलित शब्दों को अपने में समाहित करके सही मायनों में भारत की संपर्क भाषा होने की भूमिका निभा रही है। मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी डिम्पी गर्ग ने महाप्रबंधक सहित उपस्थित सभी अधिकारियों का स्वागत किया और उन्हें राजभाषा पखवाड़ा के दौरान राजभाषा विभाग द्वारा किए गए विभिन्न कार्यक्रमों से अवगत कराया।