महापौर व मंत्री जी कौशांबी की समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान, हल्की बारिश से जलमग्न हो जाता है क्षेत्र

गाजियाबाद। शहर में हर साल मानसून सीजन में जलभराव की समस्या लोगों को सामना करना पड़ता है। नगर निगम की ओर से इस बार मानसून से पहले ही जलभराव की समस्या से निपटने के लिए तैयारी तेज कर दी गई थी। मगर वार्ड-72 कौशांबी में नाले की सफाई न होने के कारण जलभराव की समस्या बनी हुई है। बुधवार को क्षेत्रीय पार्षद कुसुम मनोज गोयल ने महापौर सुनील दयाल को पत्र लिखते हुए उसकी एक प्रतिलिपि नगर आयुक्त को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय की समस्या से अवगत कराया। क्षेत्रीय पार्षद कुसुम मनोज गोयल का कहना है कि बरसात से पहले कौशांबी में नालों की सफाई होनी थी।

जिस ठेकेदार को सफाई का काम दिया गया, उसने सिर्फ खानापूर्ति करते हुए नाममात्र नाले की सफाई की। जिस कारण क्षेत्र में जलभराव की समस्या हो रहा है। निगम अधिकारियों को भी बताने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। कौशांबी का सारा पानी यशोदा अस्पताल के टी पॉइंट पर जाकर मुख्य नाले में मिलता है। वहां आज भी नाले की सफाई ठेकेदार द्वारा नहीं की गई है। कौशांबी में बरसात में मुख्य मार्ग पर पानी जमा हो जाता है, जिसकी निकासी होने में बहुत समय लगता है। इसके कारण आमजन को बड़ी असुविधा होती है। उन्होंने कहा बरसात का मौसम शुरू हो गया है, अगर अभी भी नाले की सफाई नहीं हुई तो जलभराव की समस्या के साथ-साथ हादसे की भी संभावना हो सकती है।

वहीं पूर्व पार्षद डॉ. मनोज गोयल ने भी राज नगर एक्सटेंशन में आयोजित समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री एवं समाज कल्याण उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री असीम अरुण से मुलाकात कर क्षेत्र की समस्या से अवगत कराया। पूर्व पार्षद ने कहा क्षेत्र की समस्या का समाधान न होने के कारण क्षेत्रीय लोगों में रोष है। क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्या सफाई व्यवस्था की है और अब बरसात का मौसम भी आ गया है। नाले की समुचित सफाई न होने के कारण क्षेत्र के लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।