आबकारी विभाग ने बिगाड़ा खादर के जंगलों में चल रहे अवैध शराब का खेल

आबकारी विभाग ने चलाया विशेष प्रवर्तन अभियान, शराब तस्करों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी1600 किलोग्राम लहन नष्ट, 55 लीटर अवैध कच्ची शराब व उपकरण जब्त

गाजियाबाद। हिंडन खादर क्षेत्र में धधक रही शराब की भट्टी को एक बार फिर समय रहते आबकारी विभाग की टीम ने नष्ट कर दिया। हिंडन खादर क्षेत्र कच्ची शराब बनाने के लिए बदनाम भले हो, मगर इस बदनामी के दाग को धोने के लिए आबकारी विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। खादर क्षेत्र में बन रही कच्ची शराब सरकारी राजस्व को चूना लगने के साथ ही सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। जिसे गुड़ और शीरे से तैयार किया जाता है। इसे अधिक नशीला बनाने के लिए इसमें यूरिया और कभी-कभी ऑक्सीटोसिन मिला दिया जाता है। कई बार इसमें नींद की गोलियां भी मिलाई जाती हैं, जिससे शराब के जहरीले होने की आशंका बढ़ जाती है। वहीं बिना किसी सावधानी बनने वाली इस शराब की तीव्रता का भी कोई मानक नहीं होता। जिससे यह पीने वालों के लिए मौत का सामान बन सकती है।

जिस पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीम और उसका मुखबिर तंत्र हर पल सतर्क रहता है। शराब माफिया पर कार्रवाई करने के साथ-साथ आबकारी विभाग जागरुकता अभियान चला रहा है। जिससे लोग इस जहरीली शराब के सेवन से बच सकें। खादर क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीम जब कार्रवाई करती है, उनके पहुंचने से पहले कच्ची शराब निर्माता अपने ठिकानों से भाग जाते हैं। आबकारी विभाग के अधिकारियों के लौटने के बाद फिर यहां भट्टियां सुलग उठती हैं। कच्ची शराब के निर्माण के लिए माफिया को हर बार 50 हजार से अधिक रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई के चलते जनपद में कच्ची शराब का कारोबार शुरुआत से पहले ही समाप्ती की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने गुरुवार सुबह हिंडन क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए अवैध रुप से कच्ची शराब बरामद कर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया।

 


उत्तर प्रदेश शासन एवं आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश के आदेश के क्रम में डीएम एवं पुलिस आयुक्त के निर्देशन में संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन मेरठ व उप आबकारी आयुक्त मेरठ प्रभार मेरठ के कुशल पर्यवेक्षण में एवं जिला आबकारी अधिकारी द्वारा अवैध शराब की बिक्री, परिवहन पर पूर्णत: अंकुश लगाने के लिए विशेष प्रवर्तन अभियान चलाया जा रहा है। जिला आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह का कहना है कि अवैध शराब की रोकथाम के लिए लगातार दबिश दी जाती है। आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा, अभय दीप सिंह की संयुक्त टीम द्वारा थाना टीला मोड़ एवं लोनी अंतर्गत मथुरापुर, शमशेर, जावली, सीती, रिसतल आदि हिंडन खादर क्षेत्र पर दबिश दी गई।

दबिश के दौरान लगभग 55 लीटर अवैध कच्ची शराब एवं करीब 1600 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। अवैध कच्ची शराब को कब्जे में लेकर लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत 2 अभियोग पंजीकृत किए गए। उन्होंने बताया हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब के निर्माण पर रोक लगाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। आबकारी निरीक्षक एवं मुखबिर तंत्र पूरी तरह से एक्टिव है। खादर क्षेत्र में दबिश के दौरान टीम को करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है। जब तक टीम पहुंचती है, तब तक आरोपी नहर की ओर फरार हो जाते है। जिस कारण उन्हें पकड़ पाना मुश्किल हो जाता है। मगर उसके बाद भी आबकारी विभाग की टीम लगातार दबिश देकर कार्रवाई कर रही है।

कार्तिक पूर्णिमा के दौरान बढ़ जाती है मांग
कच्ची शराब की भट्टी हर सीजन में धुआं उगलती रहती हैं, लेकिन कार्तिक पूर्णिमा मेले के साथ ही चुनावों के दौर में शराब बनाने के काम में तेजी आ जाती है। जिसका फायदा उठाकर माफिया लोगों की जान के साथ खिलवाड़ करते है।अवैध शराब का यह काला धंधा किसी एक के बस की बात नहीं है। उसमें कई वर्ग के लोगों की मिलीभगत होती है। किसी गुप्त स्थान में ऐसे शराब निर्माण की भट्टी बनाई जाती है, जिससे आम लोग अनजान होते हैं। इन शराबों को अधिकतर निम्न और मध्यवर्गीय ग्राहकों द्वारा खरीदा जाता है। रिक्शा चालक, दैनिक मजदूर सहित कई लोग इसके ग्राहक होते हैं। वहीं जिले के कोयलांचल में अवैध शराब की सबसे ज्यादा खपत होती है।