• डीएम की अध्यक्षता में नार्को कोआर्डिनेशन मैनेजमेंट के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक
• जनपद को नशे के अवैध कारोबार से पूर्णत: मुक्त करने के लिए अभियान चलाकर प्रवर्तन कार्रवाई करने के दिए निर्देश
• जनपद के समस्त कॉलेज, सार्वजनिक स्थान, सिनेमा हॉल में स्लाइड के माध्यम से आबकारी विभाग अपना टोल फ्री नंबर करें डिस्प्ले।
• नशे पर अंकुश लगाने के लिए स्कूल/कॉलेज में कमेटी का कराया जाए गठन
उदय भूमि
गौतमबुद्ध नगर। बच्चे ही देश के भविष्य हैं। ये जितना समृद्ध होंगे, भारत उतनी ही तेजी से विकास पथ पर आगे बढ़ता रहेगा। बच्चे देश के भविष्य हैं तो युवा वर्तमान हैं। ये युवा हमारी ताकत हैं। लेकिन, इसकी नींव बचपन में ही पड़ जाती है। उनके भविष्य को संवारने व सहेजने में सभी को सहयोग करना चाहिए। मगर यह तभी संभव है जब हम अपनी आने वाली युवा पीढ़ी को नशे के सेवन से दूर रखें। नशे से किसी का भला नहीं हुआ, नशा करने वाले का सामाजिक और नैतिक दोनों ही पतन निश्चित है। नशे में युवा न केवल अपना नाश करता है बल्कि परिवार भी इसका शिकार होता है। इसके लिए सभी को मिलकर सामूहित प्रयास करनें होंगे, तभी हम अपने देश के भविष्य को बचा सकते हैं। यह बातें गुरुवार को जनपद में नशे के अवैध कारोबार पर पूर्णत: अंकुश लगाने एवं युवा पीढ़ी को नशे के विरुद्ध जागरूक करने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में नार्को कोर्डिनेशन मैनेजमेंट के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने कहीं।
उन्होंने कहा नशा व्यक्ति के सोचने समझने की क्षमताओं को शून्य कर देता है। जन सामान्य एवं छात्रों को नशे के विरुद्ध जागरूक करते हुए नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराए जाने के लिए समस्त विभागों द्वारा व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और जनपद को नशे के अवैध कारोबार से पूर्णत: मुक्त करने के लिए अधिकारीगण वृहद स्तर पर अभियान चलाकर प्रवर्तन कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि अधिक से अधिक युवा पीढ़ी को नशे के विरुद्ध जागरूक बनाया जा सके और नशे के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाया जा सके।
जिलाधिकारी ने जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि जनपद के सभी कॉलेजों, सार्वजनिक स्थान एवं सिनेमा हॉल में स्लाइड व बैनर के माध्यम से में टोल फ्री मोबाइल नंबर डिस्प्ले कराया जाए, ताकि आम नागरिक एवं कॉलेज के छात्र छात्राओं के द्वारा टोल फ्री नंबर पर सूचना दी जा सकें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाए। साथ ही अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि नशा मुक्ति की थीम पर आधारित वीडियो तैयार करते हुए सभी कॉलेजों में होने वाले प्रोग्राम में उनको दिखाया जाए, इसके लिए सभी कॉलेज प्रबंधकों को लेटर प्रेषित करते हुए अवगत कराया जाए।
जिला विद्यालय निरीक्षक को दिए कमेटी गठन करने के निर्देश
जिलाधिकारी ने बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि जनपद के सभी स्कूल/कॉलेजों में ड्रग्स की गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से कमेटी का गठन किया जाए। प्रत्येक स्कूल से कमेटी की मासिक रिपोर्ट प्राप्त कर नार्को कोआर्डिनेशन मैनेजमेंट समिति की बैठक के सम्मुख प्रस्तुत किया जाए। साथ ही पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ टीम का गठन करते हुए जनपद में संचालित पीजी जिनमें कॉलेज में पढऩे वाले छात्र निवास करते हैं, उनका औचक निरीक्षण करते हुए यह सुनिश्चित करें कि किसी भी पीजी में रहने वाले छात्र किसी भी तरह के नशे का सेवन तो नहीं कर रहे और साथ ही पीजी के संचालक को भी सचेत करें कि पीजी में किसी भी तरह की नशे की गतिविधियां या सेवन ना हो, अन्यथा की स्थिति में आपके विरुद्ध भी नियम अनुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
जिलाधिकारी ने समस्त विभागों को निर्देशित किया कि पिछली बार हुई बैठक के बाद क्या कार्रवाई हुई और उसके आधार पर सूचना तंत्र को और विकसित कर निरंतर प्रवर्तन कार्रवाई एक अभियान चलाकर की जाए, ताकि जनपद को नशे के अवैध कारोबार से पूर्णत: मुक्त किया जाए सके। बैठक में समस्त विभागीय अधिकारियों ने पिछली बैठक के आधार पर की गई कार्रवाई से जिलाधिकारी को अवगत कराया। बैठक का सफल संचालन जिला आबकारी अधिकारी द्वारा किया गया।
जिला बार समिति की समीक्षा
जिलाधिकारी ने जिला बार समिति की बैठक की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बार लाइसेंस के लिए जो भी आवेदन लंबित चल रहे है उनका तत्काल निस्तारण कराया जाए। साथ ही निर्देश दिए कि जनपद में व्यापक अभियान चलाकर यह सुनिश्चित करें कोई भी बार बिना लाइसेंस के संचालित न हो, यदि बिना बार लाइसेंस के बार संचालित होता पाया जाता है तो संबंधित के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि लोगों को बार लाइसेंस के आवेदन के संबंध में भी अवगत कराया जाए कि वह किस प्रकार से बार लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यह कार्रवाई सिर्फ बार, रेस्टोरेंट, होटल तक सीमित न रखें। इन सबके अलावा मार्किट, हाईवे पर खुले ढाबे और होटलों पर भी लगातार चेकिंग की जाए। जिससे अवैध रूप से शराब का सेवन कराने वालों पर कार्रवाई की जा सकें। बैठक में जॉइंट एक्साइज कमिश्नर मेरठ मंडल मेरठ सुनील कुमार मिश्रा, पुलिस, आईबी, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, औषधि, मनोरंजन, तंबाकू नियंत्रण बोर्ड से वरिष्ठ अधिकारी एवं आबकारी निरीक्षक आशीष पाण्डेय, गौरव चन्द, अभिनव शाही, डॉ. शिखा ठाकुर, चन्द्रशेखर सिंह, नामवर सिंह, रवि जायसवाल उपस्थित रहे।