ग्रामीणों को राहत : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का प्रयोग सफल

व्हाट्स-अप के जरिए हल होने लगीं गांवों की समस्याएं
ग्रुप से जुड़े सभी 124 गांव, इधर शिकायत, उधर निदान

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने फरियादियों को बड़ी राहत प्रदान की है। अब व्हाट्स-अप के जरिए गांवों की समस्याओं का समाधान हो रहा है। विभाग की यह नई मुहिम सफल हो रही है। व्हाट्स-अप पर प्राप्त शिकायत का समय से निदान कराने की कोशिश की जा रही है। इससे ग्रामीणों की टेंशन भी कम हो गई है। सभी गांवों में साफ-सफाई, फॉगिंग, एंटी लार्वा का छिड़काव होने लगा है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दायरे में 124 गांव आते हैं। इन गांवों में सीवर, पानी, सफाई, स्ट्रीट लाइट, एंटी लार्वा के छिड़काव से जुड़ी शिकायतें आती रहती हैं। ग्रामीणों के लिए अपनी शिकायतों को ग्रेनो प्राधिकरण तक पहुंचाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। मंगलवार को आयोजित जन-सुनवाई या फिर सामान्य दिनों में उन्हें कार्यालय आकर शिकायत देनी पड़ती थी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण के निर्देश पर जन-स्वास्थ्य विभाग ने ग्रामीणों की इस समस्या का हल निकाल दिया है।

सभी गांवों के लिए व्हाट्स-एप ग्रुप बनागया गया है। प्रत्येक ग्रुप में ग्राम प्रधान, स्वयंसेवी संगठन, जनप्रतिनिधि और प्राधिकरण के सभी संबंधित विभागों के अधिकारी जोड़े गए हैं। ग्रामीण गांव की समस्या व्हाट्स-एप के जरिए आसानी से भेज देते हैं। पानी, सफाई, सीवर, एंटी लार्वा का छिड़काव आदि से जुड़ी शिकायतों की सूचना और फोटो ग्रुप पर डाल देते हैं। ग्रुप से जुड़े प्राधिकरण के अधिकारी संबंधित शिकायतों का समाधान कराते हैं। रौनी गांव के अनिल भाटी के मुताबिक गांव वार व्हाट्स ग्रुप बन जाने से समस्या को प्राधिकरण तक पहुंचाना काफी आसान हो गया है। इससे ग्रामीणों की परेशानी भी बहुत कम समय में दूर हो जाती है।

खैरपुर गुर्जर निवासी प्रवीण कुमार शर्मा का कहना है कि गांव के मंदिर के पास गंदगी फैली थी, जिसकी शिकायत करने के अगले दिन टीम पहुंच गई और वहां सफाई करा दी। उधर, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के डीजीएम सलिल यादव ने आश्वस्त किया कि किसी भी गांव के नागरिक को प्राधिकरण से जुड़ी शिकायत के लिए विभागीय कार्यालय आने की जहमत नहीं उठानी पड़ेगी। व्हाट्स-एप ग्रुप पर पोस्ट करने के साथ प्राथमिकता पर शिकायत का समाधान कर दिया जाएगा।