योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद को लेकर किया बड़ा ऐलान

योगी आदित्यानाथ ने कहा कि हम गाजियाबाद नगर निगम का म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने के लिए जल्द आएंगे मुंबई

उदय भूमि ब्यूरो
मुंबई/लखनऊ/गाजियाबाद। विकास की रफ्तार को तेज करने और नगर निगम को आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कदम बढ़ा दिया गया है। बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में उत्तर प्रदेश के लखनऊ नगर निगम के म्युनिसिपल बॉन्ड की लिस्टिंग हो गई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने ऐलान किया कि लखनऊ के बाद गाजियाबाद भी म्युनिसिपल बॉन्ड के जरिये इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए पैसा इकट्ठा करेगा। उत्तर भारत के किसी नगर निगम द्वारा बॉन्ड जारी करने की लिस्ट में लखनऊ का नाम सबसे पहले जुड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाजियाबाद उत्तर प्रदेश का दूसरा ऐसा स्थानीय निकाय होगा, जो म्युनिसिपल बॉन्ड जारी कर पैसा जुटाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एमएसएमई (छोटे एवं लघु औद्योगिक इकाईयां) को भी बॉन्ड जारी करने के लिए प्रमोट किया जा रहा है। अब तक यूपी के एक दर्जन से अधिक औद्योगिक इकाईयों की शेयर बजार में लिस्टिंग हुई है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो दिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन बुधवार को लखनऊ नगर निगम (एलएमसी) के बांड के स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्धता होने के अवसर पर मुख्यमंत्री सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्री और गणमान्य लोग मौजूद थे। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ इस मार्ग से पैसा जुटाने वाला उत्तर प्रदेश का पहला और राष्ट्रीय स्तर पर सातवां शहर है। एलएमसी ने पिछले महीने म्यूनिसिपल बांड से 200 करोड़ रुपये जुटाए हैं। आज के दिन को ऐतिहासिक अवसर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ के बाद गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी भी इस तरह से संसाधन जुटाएंगे और नगर निगम के स्वाबलंबी बनाने के साथ शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जाएगा। गाजियाबाद को लेकर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि जल्द हम यहां गाजियाबाद नगर निगम का बांड सूचीबद्ध होने के अवसर पर उपस्थित होंगे। उन्होंने कहा कि बांड के जरिये धन जुटाने से किसी नगर निगम का लेखा व्यवहार और अन्य प्रणालियों में सुधार होता है।
आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश और अर्थव्यवस्था के हिसाब से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है। प्रदेश सरकार द्वारा अपने नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर लाने, शहरों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को लेकर काफी काम किया जा रहा है। ईज आॅफ डूइंग बिजनेस के मामले में यूपी की स्थिति काफी बेहतर हुई है और वह दूसरे स्थान पर है। निवेशकों, उद्यमियों एवं उद्योग जगत का यूपी को लेकर विश्वास काफी बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि निवेशकों की रुचि के कारण ही लखनऊ नगर निगम का बॉण्ड ओवर सब्सक्राइब हुआ। साढ़े चार गुना अधिक ओवर सब्सक्रिप्शन मिलना एक शानदार बात है। यह हमें और बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है। लखनऊ नगर निगम का यह म्युनिसिपल बॉन्ड नगर निगमों की कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार का प्रतीक है। यह जनता के प्रति नगरीय निकायों की प्रतिबद्धता का भी परिचायक है। बॉन्ड के जरिये निकायों में प्रशासनिक और वित्तीय सुधार सम्भव हो सकेंगे। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम यूपी की एमएसएमई इकाइयों को एनएसई और बीएसई में लिस्टिंग के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। अब तक 15 औद्योगिक इकाइयों ने बीएसई में लिस्टिंग कर अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कदम उठाया है। इससे औद्योगिक विकास को रफ्तार मिली है। सीएम योगी ने बताया कि यूपी इन्वेस्टर समिट में उद्योग जगत की ओर से यूपी को आशातीत सहयोग मिला। यह प्रयास सतत जारी रहेगा। यूपी में डिफेंस कॉरिडोर बनाया गया है। यह देश को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में ग्लोबल हब बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण होगा।

पेयजल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए गाजियाबाद जारी करेगा बॉन्ड
मुख्यमंत्री द्वारा गाजियाबाद नगर निगम द्वारा बॉन्ड जारी करने की घोषणा को लेकर जानकारी लिये जाने पर नगर निगम ने स्पष्ट किया कि प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द बॉन्ड जारी होगा। गाजियाबाद के म्युनिसिपल कमिश्नर महेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि गाजियाबाद की पेयजल आपूर्ति एवं वाटर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बॉन्ड के जरिये धन जुटाया जाएगा। बॉन्ड के जरिये नगर निगम द्वारा लगभग 150 से 200 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। पिछले कुछ वर्षों में गाजियाबाद नगर निगम की कार्यप्रणाली में काफी सुधार हुआ है। बॉन्ड जारी करके नगर निगम के आर्थिक प्रबंधन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।