किसान आंदोलन : गृह मंत्री के आवास पर बैठक

अमित शाह ने कृषि और रेल मंत्री संग चर्चा की

नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसान आंदोलन बुधवार को सातवें दिन भी जारी रहा। किसानों ने समाधान निकलने तक पीछे न हटने की घोषणा की है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल मौजूद रहे। इस दरम्यान तीनों मंत्रियों ने किसान आंदोलन की मौजूदा स्थिति पर विचार-विमर्श किया। नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल ने अमित शाह को मंगलवार को किसान प्रतिनिधियों के साथ संपन्न बैठक के विषय में जानकारी दी। किसान आंदोलन से निपटने के लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है। हालांकि अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया है। सूत्रों का कहना है कि अब विभिन्न मंत्रालयों के सचिव स्तर के अधिकारी आंदोलनरत किसानों से विचार-विमर्श कर सकते हैं। केंद्र सरकार किसानों से बातचीत करने को कुछ मंत्रालयों के अधिकारियों की सूची तैयार कर रही है। इसमें तीनों कृषि कानूनों के विभिन्न प्रावधानों के प्रत्येक खंड पर चर्चा हेतु कृषि, गृह और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे। इसमें मुख्य रूप से सचिव स्तर के अधिकारी सम्मिलित होंगे। वह किसानों को समझाने-मनाने की कोशिश करेंगे। बता दें कि दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को केंद्रीय मंत्रियों ने 32 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत की थी। सरकार ने किसान प्रतिनिधियों के समक्ष एमएसपी पर विशेष कमेटी गठित किए जाने का प्रस्ताव रखा था। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल और सोम प्रकाश ने किसान प्रतिनिधियों संग चर्चा की थी। सरकार की तरफ से प्रस्ताव दिया गया कि एमएसपी को लेकर कमेटी का गठन किया जाएगा। यह कमेटी एमएसपी संबंधित भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश करेगी। किसानों का कहना है कि एमएसपी और मंडी के मुद्दे पर उन्हें लिखित गारंटी चाहिए। उन्हें आशंका है कि नया कानून धरातल पर आने के बाद एमएसपी धीरे-धीरे खत्म होने लगेगी।