एनटीपीसी विद्युत नगर में तेंदुए की दस्तक

एनटीपीसी प्रबंधन,प्रशासन व वन्य विभाग की टीम ढूंढने में जुटी

प्लांट कर्मचारियों व आसपास आस पास बसे गांव के लोगो में खौफ

अनिल तोमर
उदयभूमि ब्यूरो
पिलखुआ।
साल दर साल एनटीपीसी में जंगली जानवरो की दस्तक अक्सर सुनने को मिल रही है। इन दिनों फिर से एनटीपीसी संयंत्र में तेंदुए की दस्तक ने परियोजना प्रबंधन ही नही ग्रामीणो का भी चैन छीन लिया है। गांव-गांव प्रधानों को एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा भेजी गई अपील में हिंसक वन्य जीव तेंदुआ को लेकर ग्रामीणों से कहा गया है कि अकेले में आवाजाही से परहेज़ करें।

एक सप्ताह से परियोजना प्रबंधन,वन विभाग व प्रशासन के साथ मिलकर 40 सदस्यों की टीम लेकर तेंदुआ ढूंढ रहा है लेकिन तेंदुआ परियोजना परिसर में लगाए गए जाल में कैद होने की बजाय सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में कैद होकर स्वछंद विचरण कर रहा है। जिसके चलते समीपवर्ती गांवों में जंगली जानवरो के खौफ से दहशत फैल रही है। गांवो मे अपनी सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद गाम्रीणो का मानना है कि तेंदुए आने की खबर को एनटीपीसी के अधिकारियों ने पिछले कुछ वर्षो से यहां रहस्य बना कर रखा। पूर्व में एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक के ड्राइवर ने ऐश माउंट एरिया मे भ्रमण के दौरान तेंदुआ को सड़क किनारे बैठे हुए देखा और फिर उसकी फोटो भी खींची थी। जिसमें एनटीपीसी अधिकारियों ने झुठलाया था।

मगर इस बार खुद एनटीपीसी ने माना कि परियोजना में हिंसक वन्य जीव तेंदुआ ने दस्तक दी है। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बेखौफ होकर विचरण करते हुए तेंदुए की विभिन्न मुद्राओं में जारी किए गए फोटो एनटीपीसी ने खुद मीडिया तक पहुंचाएं और गांव-गांव प्रधानों को एनटीपीसी प्रबंधन द्वारा भेजी गई अपील में हिंसक वन्य जीव तेंदुआ को लेकर ग्रामीणों से कहा गया है कि अकेले में आवाजाही से परहेज करें। एनटीपीसी परियोजना मे तेंदुए की दस्तक से आस पास के ग्रामीण खौफजदा है और सुरक्षा को लेकर सचेत हो चले हैं। आलम यह है कि ग्रामीण जाग कर पहरेदारी करने मे लगे है।

परियोजना की चारदीवारी से सटे गांव ऊंचा अमीरपुर, खगौडा, गुलावटी, जारचा मुठियानी, सालारपुर कलां, पटाडी रसूलपुर मे बच्चो से लेकर बड़ो की जुबान पर बस एक ही चर्चा है कि एनटीपीसी मेँ तेंदुआ आया है ।एनटीपीसी परियोजना के समीपस्थ गाँवो के ग्रामीण तेंदुए की आवक से दहशतजदा है। परियोजना परिसर स्थित ऐश माउंट एरिया में तेंदुआ देखें जाने की वन विभाग की पुख्ता पुष्टि है। सूत्रों का दावा है कि चार से पांच तेंदुए हो सकते है। बताए गए स्थान पर पंजो के निशान मिले हैं। ऐश माउंट एरिया में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया।

एक संविदा कर्मी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एनटीपीसी परियोजना परिसर स्थित ऐश माउंट एरिया में आए दिन सुरक्षा कर्मियों द्वारा देखा जा रहा तेंदुआ परियोजना प्रबंधन के गले की फांस बन गया है। जंगली जानवरो के खौफ से आतंकित एनटीपीसी के कर्मचारियों में व्याप्त भय उन्हें बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। मजदूर ने बताया कि परियोजना में तेंदुआ पहली बार नहीं आया है। जंगली जानवरो को खाकर अपनी भूख को तृप्त कर वह परियोजना में ही रहता है।
मजदूर संविदा कर्मी
एश माऊंड साईड, एनटीपीसी

सुरक्षा के मद्देनजर कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि समूह बनाकर जाए इस संबंध मे गाईड लाईन भी जारी की गई है।

वन विभाग की एकस्पर्ट टीम लगाई गई है।संबंधित एरिया मे टीम लगा कर रैकी कराई जा रही है।
पंकज नारायण सक्सेना,
प्रबंधक जन सम्पर्क विभाग
एनटीपीसी, दादरी

वन विभाग ने तेंदुए को जंगल में खदेडऩे केलिए जाल बिछाया है। जिससे तेंदुआ आबादी वाले इलाके में प्रवेश न कर सके ,हालांकि वह यह भी कहते है कि परियोजना का 2 हजार एकड का एरिया और घना जंगल होने के कारण तेंदुुआ स्थान बदल रहा है।

हालांकि दो टीम लगाई गई है।
प्रमोद कुमार श्रीवास्तव
जिला वन अधिकारी गौतमबुद्ध नगर