साइबर सेल ने लौटाई साइबर ठगी के पीड़ितों के चेहरों पर खुशी

-साइबर ठगी के 116 मामलों में 6.73 करोड़ कराए वापस: सच्चिदानंद

गाजियाबाद। जनपद में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे है। जनवरी से लेकर आठ मई तक साइबर ठगी के साइबर क्राइम थाना और साइबर सेल में लगभग 116 मुकदमे दर्ज किए गए है। इसके तहत क्राइम ब्रांच व पुलिस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इन पांच माह में साइबर ठगी का शिकार हुए लोगों को 6 करोड़ 73 लाख 45 हजार 787 रुपए वापस कराए हैं। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि साइबर क्राइम थाना द्वारा ऑनलाइन साइबर ठगी के शिकार हुए लोगों के 6,73,45,787 रुपए वापस कराए गए हैं। उन्होंने बताया कि 5 लाख से कम के साइबर ठगी के मामले में सभी थानों में साइबर सेल में केस दर्ज किए जा रहे है। जबकि 5 लाख रुपए से ऊपर की धनराशि के मामले में साइबर क्राइम थाने में मुकदमे पंजीकृत कराए जा रहे है। 24 जनवरी से लेकर आठ मई तक दर्ज हुए 110 मामलों में यह धनराशि वापस कराई गई।

एडीसीपी ने बताया कि साइबर क्राइम थाने में तत्काल मुकदमे पंजीकृत कराने के बाद पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए बैंकों से संपर्क कर उन बैंक खातों को फ्रीज कराया गया। यह घटनाएं टेलीग्राम टास्क ठगी, शेयर ट्रेडिंग, फेडेक्स कुरियर व पुलिस अफसर बनकर मुकदमे में फंसाने का भय दिखाकर आदि मामलों में लोगों के साथ ठगी करने पर कुल 116 मुकदमे पंजीकृत किए गए। उन्होंने बताया कि 27 जनवरी से 8 मई तक कुल 7,98,32,787 रुपए होल्ड कराते हुए कोर्ट से आदेश कराए गए। इसके तहत कोर्ट के आदेश पर 6,73,45,787 रुपए पीड़ित व्यक्तियों को पुलिस ने वापस कराए है। इस पर पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाना टीम का आभार भी व्यक्त किया है।

एडीसीपी ने साइबर क्राइम से बचने के लिए सलाह भी दी है। उनका कहना है कि शेयर ट्रेडिंग से ठगी से बचने के लिए आधिकारिक डीमेट अकाउंट से ही शेयर ट्रेडिंग करें, अनजान लिंक पर क्लिक न करें। टेलीग्राम टास्क ठगी से बचे, क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने आदि को लेकर आने वाली कॉल पर कोई भी बैंक डिटेल व ओटीपी शेयर न करें। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी होने पर तत्काल हेल्पलाइन नंबर-1930 पर कॉल करें। इसके अलावा वेबसाइट साइबर क्राइम डॉट गवर्नमेंट डॉट इन पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं।