ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर को लेकर कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे की अध्यक्षता में होगी महत्वपूर्ण बैठक गाजियाबाद मेरठ नोएडा ग्रेटर नोएडा यमुना विकास प्राधिकरण के अलावा हरियाणा और एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के अधिकारी भी होंगे शामिल

ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के समानांतर ऑर्बिटल रेल चलाने की परियोजना को अमलीजामा पहनाने और एनसीआर के यूपी रीजन में परियोजना को गति देने के उद्देश्य से मंगलवार को गाजियाबाद में महत्वपूर्ण बैठक होगी। दोपहर 2 बजे कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स, हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड गुरुग्राम के सीपी नार्थ, मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी शामिल होंगे। जीडीए सभागार में मंगलवार को होने वाली बैठक में ईस्टर्न आर्बिटल रेल कॉरिडोर की फिजिबिलिटी को लेकर चर्चा होगी। यह ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के समानानतर रिंग कॉरिडोर के रूप में डेवलप किया जाएगा। इस परियोजना के जरिये दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और सभी प्रदेशों को इसका लाभ मिलेगा। यूपी में बनाया जाने ईर्स्टन ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर हरियाणा के वेर्स्टन कॉरिडोर से लंबा है। ईर्स्टन ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर 140 किमी लंबा रहेगा।

विजय मिश्रा (उदय भूमि )
गाजियाबाद। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के समानांतर ऑर्बिटल रेल चलाने की परियोजना को अमलीजामा पहनाने और एनसीआर के यूपी रीजन में परियोजना को गति देने के उद्देश्य से मंगलवार को गाजियाबाद में महत्वपूर्ण बैठक होगी। दोपहर 2 बजे कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स, हरियाणा रेल अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड गुरुग्राम के सीपी नार्थ, मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के चीफ कोऑर्डिनेटर प्लानर, एनसीआरटीसी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन ऑफ इंडिया के अधिकारी सहित रोडवेज और यूपीसीडा के अधिकारी भी बैठक में शामिल होंगे।

मेरठ के मुख्य महाप्रबंधक, रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक, यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक, परियोजना निदेशक भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजना इकाई मेरठ के परियोजना निदेशक आदि अधिकारी शामिल होंगे। हरियाणा ने सोनीपत से मानेसर होते हुए पलवल तक वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के समानांतर लगभग 126 किलोमीटर लंबे  ऑर्बिटल  रेल कॉरिडोर के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए हरियाणा  ऑर्बिटल  रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड नाम से कंपनी का गठन कर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी लगभग पूरी कर ली है। इसी परियोजना को आगे बढ़ाते हुए यूपी की सीमा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के समानांतर पलवल से ग्रेटर नोएडा, दादरी, गाजियाबाद, दुहाई और बागपत होकर सोनीपत तक ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण होगा। यदि वेस्टर्न ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के साथ-साथ ईर्स्टन  ऑर्बिटल  रेल कॉरिडोर का निर्माण नहीं होता है तो यह परियोजना सफल नहीं हो सकती है।

जीडीए सभागार में मंगलवार को होने वाली बैठक में ईस्टर्न आर्बिटल रेल कॉरिडोर की फिजिबिलिटी को लेकर चर्चा होगी। यह ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के समानांतर रिंग कॉरिडोर के रूप में डेवलप किया जाएगा। इस परियोजना के जरिये दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और सभी प्रदेशों को इसका लाभ मिलेगा। यूपी में बनाया जाने ईर्स्टन ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर हरियाणा के वेर्स्टन कॉरिडोर से लंबा है। ईर्स्टन ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर 140 किमी लंबा रहेगा। दिल्ली के चारों तरफ बनने वाली ऑर्बिटल रेल से दिल्ली में रेल यात्रियों और वाहनों का दबाव कम होगा। इस रेल कॉरिडोर को माल ढुलाई व यात्रियों के लिए प्रयोग में लाया जाएगा। फिजिबिलिटी रिपोर्ट मिलने के बाद डीपीआर में प्रोजेक्ट की लंबाई स्टेशन और लागत का पता चलेगा। गाजियाबाद में कॉरिडोर का लगभग 59 किमी लंबा ट्रैक होगा। गाजियाबाद में स्टेशन बनाने के लिए जमीन भी जल्द चिन्हित की जाएगी।