-लाखों रूपए समेत चार शातिर गिरफ्तार
गाजियाबाद। इंटरनेट द्वारा फर्जी आधार आईडी तैयार कर, उस आईडी पर नया सिम निकलवाकर बैंक से ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड बनवाकर ऑनलाइन शॉपिग समेत 15 लाख रूपए की ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को साइबर सैल एवं मधुबन बापूधाम थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से पुलिस ने मोबाइल, कार, सिम बरामद किया है। मधुबन-बापूधाम थाने में रविवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। एसपी सिटी ने बताया कि मधुबन बापूधाम थाना प्रभारी निरीक्षक देवपाल सिंह पुंडीर एवं साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार,इंस्पेक्टर अजित वर्मा, दारोगा रानू चौधरी, प्रवीण मलिक की संयुक्त टीम ने रविवार सुबह मुखबिर की सूचना परपर लालकुआं ओवर ब्रिज के नीचे से विपिन राठौर पुत्र राधेश्याम राठौर निवासी सतीनगर आसफाबाद फिरोजाबाद, त्रिलोक शर्मा, भानू प्रकाश शर्मा उर्फ बबी पुत्र रज्जन लाल शर्मा निवासी न्यू अशोक नगर दिल्ली एवं दीपक उर्फ सतेन्द्र पुत्र तारकेश्वर प्रसाद निवासी न्यू अशोक नगर को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 5 लाख दो हजार रूपए, आर्टिगा कार, 10 मोबाइल फोन, तीन आधार कार्ड, लैपटाप, दो पैन कार्ड, एटीएम कार्ड विभिन्न बैंक, 5 चैक बुक विभिन्न बैंको के बरामद किया गया। एसपी सिटी ने बताया पीडि़त गौरव गुप्ता का फर्जी आधार कार्ड बनवाकर आरोपियों ने एटीएम प्राप्त कर खाते से 15 लाख रूपए निकाल लिए। गौरव गुप्ता का मोबाइल नंबर कुछ समय पहले बंद हो गया था और वहीं नंबर उसका बैंक खाते में डला हुआ था। जिसके बाद वह नंबर विपिन राठौर को अलॉट हो गया। विपिन के दोस्त दीपक उर्फ सतेन्द्र ने उस नंबर से गौरव गुप्ता का ऑनलाइन आधार कार्ड निकाला और आधार कार्ड पर विपिन की फोटा लगाकर उस आईडी से गौरव के खाते से नया एटीएम कार्ड जारी कराया। जिसके बाद उसके खाते के आधार पर उन्होंने विभिन्न बैंको से ऑनलाइन क्रेडिट कार्ड मंगा लिया। उसी कार्ड से आरोपी ऑनलाइन शॉपिग एवं जनसेवा केन्द्र से कमीशन पर नगद रूपए निकाल लिए। उन पैसों से मौज-मस्ती करते थे। पीडि़त को जब ठगी का पता चला तो थाने में शिकायत दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जब जांच की गई तो उनके पुराने नंबर से आरोपियों तक पहुंचा गया। आरोपियों का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।