वैवाहिक साइट पर 200 महिलाओं से करोड़ो की ठगी, नाईजीरियन गिरफ्तार

-भारतीय महिला के साथ कर रहा था ठगी का कारोबार, एक माह वीजा पर आया था भारत, 9 वर्षों से अवैध रूप से दिल्ली में बनाया हुआ था ठिकाना

गाजियाबाद। वैवाहिक साइट, फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर फर्जी आइडी बनाकर युवतियों को शादी का झांसा देकर करोड़ो रूपए की ठगी करने वाले नाइजीरियन गिरोह के शातिर आरोपित को साइबर सैल व सिहानीगेट पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसके पास से पुलिस ने लैपटाप, दो मोबाइल फोन और तीन एटीएम कार्ड बरामद किया है। पकड़ा गया नाईजीरियन खुद को शिकागो में आईटी इंजीनियर बताकर भारत की युवतियों को फंसाता था। जिसके बाद उन्हें शादी का झांसा देकर रूपए ऐंठता था। पकड़ा गया आरोपित पिछले 9 वर्षों से अवैध रूप से भारत में रहकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की भी तलाश कर रही है।

साइबर सेल के नोडल अधिकारी सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र ने बताया कि सिहानी गेट थाना क्षेत्र के नेहरू नगर निवासी एक इंजीनियर युवती ने गत 22 मार्च को अपने साथ हुई 35 लाख 32 हजार रुपये की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसे मंगलवार देर शाम गांधीनगर बाजार नेहरू युवा केन्द्र के मेन गेट से एसएचओ सौैरभ विक्रम सिंह, साइबर सैल प्रभारी सुमित कुमार, एसआई अविनाश की टीम ने नाईजीरिया निवासी ममादूकोलू उदेकवे साइपीरियन को गिरफ्तार किया गया है। जो कि मेघालय निवासी इबा पीडियन घुन एम नोनगेसाई जे नाम की महिला के साथ मिलकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। आरोपित की महिला साथी ने नाईजीरिया निवासी युवक से शादी की है। जो कि पकड़े गये आरोपित का साथी है। सीओ अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपित ने मेघालय निवासी महिला की फर्जी आइडी से कई बैंक खाते खोले हुए है। भारत में आठ और नाइजीरिया में दो बैंक खातों को ट्रेस किया गया है। भारतीय खातों में 90 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन मिली है। जिसे फ्रीज कर दिया गया है। इसे साथ ही दो विदेशी खातों के बारे में संबधित बैंको को ईमेल भेजकर जानकारी मांगी गई है।

साइबर सेल प्रभारी सुमित कुमार ने बताया सोशल मीडिया पर युवतियों को सर्च कर उन्हें पहले मैसेज भेजता था और फिर उनसे दोस्ती करता था। जिसके बाद शादी का झांसा देता था। खुद को एनआरआई बताकर इंडिया आने व मंहगे गिफ्ट लाते समय एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग द्वारा पकड़े जाने की बात कहकर ठगी करता था। वहीं गिरोह के साथी कस्टम विभाग के अधिकारी बनकर महिला को फोन करते थे। जिसके बाद कई बार में उसे पैमेंट खाते में डलवाते थे। आरोपी का लैपटॉप खंगालने पर करीब 200 लड़कियों संग चैटिंग की जानकारी मिली है। उसने सभी को विदेश में इंजीनियर बताकर शादी का झांसा दिया था। आरोपित मेट्रोमोनियल साइट के अलावा फेसबुक, इंस्टाग्राम पर भी दोस्ती करके भी महिलाओं को फंसाकर ठगी करता था। आरोपित वर्ष 2013 में एक माह के लिए वीजा पर भारत घूमने आया था, जिसके बाद से वह वापस नही गया। दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में पिछले 9 सालों से अवैध रूप रह कर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था। अक्तूबर 2017 में पासपोर्ट की अवधि भी समाप्त हो चुकी है। आरोपी के खिलाफ देश की तमाम खुफिया और जांच एजेंसियों को सूचना दे दी गई है। सभी एजेंसियां आरोपी से पूछताछ करने में जुटी हैं। आरोपी के खिलाफ पासपोर्ट अधिनियम एक्ट के तहत केस दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। पकड़ा गया आरोपित शातिर किस्म का है। जो कि करोड़ो रूपए की ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है।