-जिलाधिकारी की अध्यक्षता में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक संपन्न
-जनपद में नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य संबंधित अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
-नशे के दुष्प्रभाव से जन सामान्य एवं युवाओं को व्यापक स्तर पर किया जाए प्रचार-प्रसार
गौतमबुद्ध नगर। युवा तेजी से नशे का शिकार हो रहे हैं। नशीले पदार्थ का बढ़ रहा सेवन व अवैध व्यापार समाज के लिए चुनौती है। नशा से सबसे अधिक युवा प्रभावित हो रहे हैं। उनका करियर चौपट हो रहा है। नशे की लत के बाद युवाओं में अपराध करने की प्रवृत्ति बढ़ती है। नशा को रोकने के लिए युवा कारगर भूमिका निभा सकते हैं। जिसके जरूरी है कार्रवाई और जागरूकता, अगर दोनों पर ही प्रभावी रुप से काम किया जाए तो निश्चित ही हम आने वाली युवा पीढ़ी को नशे से बचा सकते है। यह बातें शुक्रवार को गौतमबुद्ध नगर के कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक के दौरान कहीं। उन्होंने कहा नशीले पदार्थों के स्रोतों पर रोक लगाने के उद्देश्य से मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, विश्वविद्यालयों, अन्य शिक्षण संस्थाओं, आरडब्ल्यूए सोसाइटी, स्वयंसेवी संस्थाओं का अधिक से अधिक सहयोग लेते हुए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये।
इसके साथ ही साथ जनपद में नशीले पदार्थों के स्रोतों पर रोकथाम लगाने के उद्देश्य संबंधित समस्त विभागीय अधिकारियों द्वारा आपसी समन्वय स्थापित करते हुए वृहद स्तर पर अभियान चलाकर प्रवर्तन की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि नशे के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा नशा युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा है और इसका असर उनके परिवारों पर भी पड़ रहा है। इसलिए ऐसे पदार्थों को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है और सभी संबंधित विभाग सतर्क रहें। नशीले पदार्थों की तस्करी, बिक्री और खपत पर अंकुश लगाने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही ज्यादा से ज्यादा जागरूकता अभियान चलाया जाए। पम्पलेट, नुक्कड़ नाटक आदि के माध्यमों से कार्यक्रम आयोजित जन जागरूकता अभियान चलाया जाए।
साथ ही नशे के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। आयोजित बैठक में जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार द्वारा नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने की वर्तमान तक की गई कार्यवाही से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया। जिलाधिकारी ने आबकारी विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा आबकारी विभाग स्कूल, कॉलेजों में जाकर जागरुकता अभियान चलाए। साथ ही इस अभियान अन्य विभागों को भी शामिल किया जाए। इस दौरान सभी संबंधित अधिकारियों द्वारा अपनी-अपनी विभागीय कार्यवाही एवं नशा मुक्ति अभियान के तहत किये गये प्रचार-प्रसार के संबंध में और नशीले पदार्थों के रोकथाम पर चर्चा करते हुए कैसे जन सामान्य एवं युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव से बचाया जा सकता है अपने-अपने सुझावों से जिलाधिकारी को अवगत कराया गया।
जिलाधिकारी द्वारा नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के तहत गठित जिला स्तरीय समिति के सुझावों का अनुश्रवण करते हुए कहा कि जनपद में नशीले पदार्थों के स्रोतों पर पूर्णतया अंकुश लगाने के उद्देश्य से जो सुझाव आज समिति के समक्ष प्रस्तुत किए गए हैं, उनके आलोक में संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा आपसी समन्वय स्थापित करते हुए जनपद को नारकोटिक्स फ्री बनाये जाने की दिशा में कार्यवाही की जाए। जिससे नशे के दुष्प्रभाव से जन सामान्य एवं युवा प्रभावित न हो सके। जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार श्रीवास्तव ने कहा नशे के खिलाफ आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है।
साथ ही बीच-बीच में अभियान चलाकर लोगों को जागरूक भी किया जाता है। जिससे लोग जागरूक हो सकें। इस जागरूकता अभियान में सोसायटी के आरडब्ल्यू समेत अन्य संगठनों का भी सहयोग लिया जा रहा है। साथ ही आबकारी निरीक्षकों को भी कार्रवाई करने के साथ जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए है। बैठक में जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर धर्मवीर सिंह, जिला मनोरंजन कर अधिकारी जेपी चन्द, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार केम, पुलिस और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी, आबकारी निरीक्षक सेक्टर-1 गौरव चन्द, सेक्टर-2 रवि जायसवाल, सेक्टर-3 शिखा ठाकुर, सेक्टर-4 अभिनव शाही, सेक्टर-5 चन्द्रशेखर सिंह, सेक्टर-6 नामवर सिंह एवं सेक्टर-7 आशीष पाण्डेय समेत आदि निरीक्षक व अनुज्ञापी मौजूद रहें।