-गौशाला पर कब्जा जमाने के लिए रची गई थी साजिश, दो आरोपी गिरफ्तार
उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। थाना सिहानीगेट पुलिस ने गौशाला में मांस रखकर धार्मिक उन्माद और दंगा भड़काने की साजिश रचने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने सुनियोजित तरीके से गौशाला में मांस रखवाकर माहौल खराब करने की कोशिश की थी, ताकि गौशाला पर कब्जा किया जा सके। पुलिस ने समय रहते साजिश का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को थाना सिहानीगेट में डीसीपी (सिटी) राजेश कुमार ने एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा की मौजूदगी में प्रेस वार्ता में इस साजिश का खुलासा किया। डीसीपी ने बताया कि 12 मार्च की रात को गौ-सेवक एवं पशु संरक्षणकर्ता पवन तोमर को सूचना मिली कि लोहिया नगर स्थित गौशाला में गौमांस और अन्य पशुओं का मांस रखा गया है। पवन तोमर ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर मांस को कब्जे में लिया और परीक्षण के लिए राजकीय पशु चिकित्सालय, सदर में भिजवाया। परीक्षण में उक्त मांस भैंस व उसके वंशज का पाया गया।
पुलिस ने ऐसे सुलझाई गुत्थी
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पवन तोमर के पास आए फोन नंबर की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर), सीसीटीवी फुटेज और मैनुअल इनपुट के आधार पर छानबीन की गई। जांच में पता चला कि छाया शर्मा पुत्र नंदकिशोर शर्मा (निवासी शिवचंडी मंदिर, लोहिया नगर) ने गौशाला पर कब्जा करने के लिए यह साजिश रची थी। छाया शर्मा ने अपने साथियों योगेश चौधरी पुत्र लोकेश चौधरी (निवासी जहांगीरबाद, बुलंदशहर) और शिवम पुत्र सतपाल (निवासी ग्राम अजनारा, बुलंदशहर, हाल निवासी यूनिनव हाईट्स, राजनगर एक्सटेंशन) के साथ मिलकर साजिश को अंजाम दिया।
होली से पहले दंगा भड़काने की थी साजिश
आरोपियों ने होली के त्योहार से एक दिन पहले धार्मिक उन्माद और दंगा फैलाने के इरादे से यह साजिश रची थी। आरोपियों ने हिंडन विहार से करीब दो हजार रुपये में 8 किलो मांस खरीदा था। इसके बाद 12 मार्च की रात को मांस को गौशाला में रखकर, नए नंबर से पवन तोमर को फोन कर घटना की सूचना दी गई। सूचना देने के तुरंत बाद फोन बंद कर दिया गया।
पुलिस की तत्परता से साजिश नाकाम
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस साजिश का पर्दाफाश कर योगेश और शिवम को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने यह काम छाया शर्मा और उसके पिता के कहने पर किया था ताकि गौशाला पर कब्जा किया जा सके। इस मामले में छाया शर्मा और उसके पिता की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने दिया बड़ा संदेश
डीसीपी सिटी ने कहा कि पुलिस की मुस्तैदी से गाजियाबाद में एक बड़े सांप्रदायिक तनाव को टाल दिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। मामले की गहन जांच जारी है और अन्य दोषियों की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।