देशभर में रेल सेवा की बेहतरी के लिए प्रयास तेज, मुंबई पहुंचे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वाडी बंदर कोचिंग डिपो का निरीक्षण

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अब आर्थिक राजधानी मुंबई का रूख किया है। मुंबई जाकर उन्होंने वाडी बंदर कोचिंग डिपो का बारिकी से निरीक्षण किया। इस दौरान डिपो के बुनियादी ढांचे, तकनीकी प्रगति और भविष्य की विस्तार योजनाओं की समीक्षा की। इसके अलावा यात्री सुरक्षा, स्वच्छता और सेवा विश्वसनीयता बढ़ाने पर जोर दिया गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोचों में किए गए सुधारों का जायजा लिया।

नई दिल्ली। देशभर में रेल सेवा को बेहतर बनाने और रेलयात्रियों की सुविधाओं में वृद्धि के लिए प्रयासरत रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अब आर्थिक राजधानी मुंबई का रूख किया है। मुंबई जाकर उन्होंने वाडी बंदर कोचिंग डिपो का बारिकी से निरीक्षण किया। इस दौरान डिपो के बुनियादी ढांचे, तकनीकी प्रगति और भविष्य की विस्तार योजनाओं की समीक्षा की। इसके अलावा यात्री सुरक्षा, स्वच्छता और सेवा विश्वसनीयता बढ़ाने पर जोर दिया गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोचों में किए गए सुधारों का जायजा लिया। इसमें स्प्रिंग विफलताओं को कम करने, सवारी आराम और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए टीपीयू रिंग को शामिल करना शामिल है। उन्होंने स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए डिपो के प्रयासों की काफी सराहना की। यह विशेष रूप से ‘बेस्ट फ्रॉम वेस्ट’ प्रदर्शनी में प्रदर्शित इन-हाउस डिजाइन किए गए कूड़ा संग्रहण जैसे नवाचारों के जरिए किए गए प्रयासों के लिए थी। उन्होंने शौचालय सहित कर्मचारी सुविधाओं की भी जानकारी ली। रेल मंत्री ने व्यक्तिगत रूप से वंदे भारत एक्सप्रेस की ‘14-मिनट मिरेकल’ सफाई प्रक्रिया में इस्तेमाल किए गए डायसन वैक्यूम क्लीनर सहित उन्नत सफाई उपकरणों के उपयोग का प्रदर्शन किया, जो यात्री सुविधा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इंटीग्रेटेड डाटा सेंटर में रेल मंत्री ने यात्री शिकायतों से निपटने के लिए जिम्मेदार रेल मदद टीम के साथ बातचीत की। उन्होंने यात्रियों की संतुष्टि बढ़ाने में योगदान कर त्वरित और प्रभावी शिकायत समाधान प्रदान करने में उनके प्रयासों पर संतोष जाहिर किया।

सुरक्षा और दक्षता पर काम

निरीक्षण में एयर ब्रेक अखंडता सुनिश्चित करने के लिए अल्ट्रासोनिक एयर लीकेज डिटेक्शन सिस्टम और समय पर रखरखाव के लिए फ्लशिंग इंडिकेटर और ब्रेक एप्लिकेशन सिस्टम जैसे उन्नत उपकरण शामिल थे। ये प्रौद्योगिकियां पहले से ही राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में सुरक्षा को बढ़ावा दे रही हैं। इसके अतिरिक्त मंत्री को कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए वर्चुअल रियलिटी (वीआर) के उपयोग और आईओटी आधारित वास्तविक समय जल स्तर निगरानी प्रणालियों के एकीकरण के बारे में जानकारी दी गई, जो यात्रियों के लिए निर्बाध रूप से साफ पानी पहुंचाने की गारंटी देता है।

वीआर तकनीक के उपयोग की सराहना

रेल मंत्री ने वंदे भारत स्टोर का दौरा किया गया। जहां वंदे भारत ट्रेनों के लिए आवश्यक उपकरण संग्रहित किए जाते हैं, जिससे समय पर मरम्मत और सेवा विश्वसनीयता सुनिश्चित होती है। उन्होंने बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र का भी दौरा किया। एलएचबी कोच प्रशिक्षण के लिए इन हाउस मॉडलों का अवलोकन किया, जिससे सुरक्षा और सेवा मानकों को और मजबूत किया जा सके। तकनीकी मुद्दों को हल करने और देरी को कम करने, समग्र यात्री अनुभव में सुधार करने में कर्मचारियों की दक्षता बढ़ाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण के लिए वीआर तकनीक के उपयोग की सराहना की गई।

अग्नि सुरक्षा उपकरणों को परखा

डिपो के भीतर अग्निशमन यंत्रों के प्रबंधन के लिए डिजाइन किए गए एक नए विकसित ऐप के बारे में भी जानकारी दी गई। इस ऐप से सुनिश्चित होगा कि सभी अग्नि सुरक्षा उपकरणों का रखरखाव अच्छी तरह से किया गया है और आसानी से उपलब्ध हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हो सके। रेल मंत्री ने सुरक्षित, स्वच्छ और अधिक कुशल ट्रेन यात्रा सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और नवाचारों को अपनाने में वाडी बंदर डिपो के प्रयासों की सराहना की।