कच्ची शराब के नाम से बदनाम Rampur के दाग को धोने में जुटा आबकारी विभाग

-अवैध शराब के निर्माण के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम ने देहात क्षेत्र में बोला धावा
-45 लीटर कच्ची शराब बरामद कर 250 किलोग्राम लहन को किया नष्ट
-अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई के बीच में चलाया जागरूकता अभियान
-शराब की दुकानों पर आबकारी विभाग की टीम ने चलाया चेकिंग अभियान
उदय भूमि
रामपुर। अवैध शराब के निर्माण के लिए रामपुर पूरे प्रदेश में बदनाम है। इसी बदनामी के दाग को धोने के लिए आबकारी विभाग की टीम दिन-रात मेहनत कर रही है। खादर क्षेत्र में अवैध शराब के निर्माण में युवा के साथ महिलाएं भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है। जिस उम्र में युवाओं को देश के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभानी चाहिए, उस उम्र में अपराध के दलदल में घुसते नजर आ रहे है। अवैध शराब के निर्माण में युवाओं की भूमिका प्रदेश के साथ जिले के लिए भी खतरा है। कम समय में अधिक कमाई की चाह ही ज्यादातर युवाओं को इस अवैध शराब के धंधे में अपनी ओर आकर्षित कर रही है। अवैध शराब का निर्माण करने वालों को इस धंधे से हटाकर सही रास्ते पर लाने के लिए ही आबकारी विभाग की टीम कार्रवाई के साथ जागरुकता अभियान पर अपना विशेष ध्यान दे रही है। जिससे अवैध शराब के धंधे को छोड़कर युवा सही मार्ग पर देश के निर्माण में अपनी भूमिका को निभा सकें। जनपद रामपुर को अवैध शराब के धंधे से पूरी तरह मुक्त करने के लिए आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह हर दिन अपनी अहम भूमिका निभा रहे है।शराब तस्करों पर कार्रवाई के लिए हर दिन नई रणनीति तैयार कर कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई के लिए आबकारी अधिकारी भी बीच-बीच में आबकारी निरीक्षकों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश देते हुए नजर आते है। रामपुर में बाहरी राज्यों की शराब तस्करी देखा जाए तो बेहद कम है, मगर ओवर रेटिंग और कच्ची शराब का निर्माण सबसे अधिक होता है। दोनों पर ही लगाम कसने के लिए आबकारी अधिकारी ने सख्ती बरतना शुुरु कर दिया है। आबकारी अधिकारी की लगातार कार्रवाई होने से कच्ची शराब का धंधा धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। मगर ओवर रेटिंग के मामलों को रोकने में आबकारी निरीक्षकों की कार्रवाई में लापरवाही नजर आ रही है। शराब विक्रेताओं पर कार्रवाई के लिए आबकारी अधिकारी ने सभी को सख्त निर्देश दिए है। जिसके लिए दुकानों पर लगातार गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराने और खुद भी निरीक्षण करने के साथ निर्देश है। वहीं लाइसेंसियों को भी सख्त निर्देश है कि खुद भी दुकानों पर मौजूद विक्रेताओं के हरेक कार्यों पर अपनी नजर रखें। विभाग से सिर्फ लाइसेंस लेने से ही काम नहीं चलेगा। ओवर रेटिंग के मामलों पर रोक लगाने के लिए संयुक्त रुप से निगरानी और चेकिंग कराने की जरूरत है। कहीं ऐसा न हो कि विक्रेता द्वारा वसूले जा रहे पांच रुपये के चक्कर में जेल के साथ जुर्माना और लाइसेंस भी हाथ से न चला जाए। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए कच्ची शराब और लहन को बरामद किया है।

जिला आबकारी अधिकारी हिम्मत सिंह ने बताया कि अवैध एवं कच्ची शराब के निर्माण, बिक्री एवं परिवहन के विरुद्ध चलाए जा रहे प्रवर्तन अभियान के तहत मंगलवार सुबह आबकारी निरीक्षक नीरज सिंह की टीम द्वारा अवैध कच्ची शराब के निर्माण एवं बिक्री से संबंधित संदिग्ध स्थानों मुशर्रफ गंज, डांडिया वन, प्रीति कॉलोनी, सेठी कालोनी, चांदपुर में दबिश दी गई। दबिश के दौरान कच्ची एवं अवैध शराब के निर्माण में प्रयुक्त लहन, भट्टियों, ड्रमों को मौके पर नष्ट किया गया। लगभग 250 किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट करते हुए 45 लीटर अवैध कच्ची शराब जब्त किया गया। आबकारी अधिनियम के तहत दो मुकदमा दर्ज किया गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए आबकारी विभाग की टीमें लगातार कार्रवाई कर रही है। साथ ही कार्रवाई को बढ़ाने के लिए दिन के साथ रात में भी दबिश देने के निर्देश दिए गए है। देहात क्षेत्र में होने वाले अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए ग्राम प्रधान और सभासदों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्रवाई में सहयोग के लिए अपील की जा रही है। वहीं अवैध शराब के सेवन से लोगों को बचाने के लिए लोगों को भी जागरूक करने का काम किया जा रहा है। जिससे लोग अवैध शराब के खिलाफ जागरूक होकर आबकारी विभाग की कार्रवाई में अपना सहयोग दें सकेंं।

ओवर रेटिंग करने वाले विक्रेताओं पर कसा शिकंजा
जिला आबकारी अधिकारी ने बताया लाइसेंसी दुकानों पर ओवर रेटिंग करने वाले शराब विक्रेताओं पर शिकंजा कसने के लिए टीम द्वारा लगातार चेकिंग एवं निरीक्षण किया जा रहा है। आबकारी निरीक्षक राम आधार पाल और संजय कुमार की टीम द्वारा देशी, विदेशी मदिरा, बीयर की दुकानों पर गुप्त टेस्ट परचेजिंग की गई। साथ ही दुकानों का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गोपनीय रूप से टेस्ट परचेज कराकर विक्रेताओं द्वारा की जा रही शराब की बिक्री मूल्य की जांच की गई। विक्रेताओं को निर्धारित मूल्य पर ही शराब की बिक्री करने तथा दुकान पर साफ सफाई रखने के निर्देश दिए गए।

लोगों को अधिकृत दुकानों से ही शराब खरीदकर सेवन करने के लिए जागरूक किया गया। पास मशीन से ही शराब बिकी पर जोर देते हुए इसके संचालन में कोताही न बरतने की सख्त हिदायत दी। आबकारी अधिकारी की सख्ती को देखकर अनुज्ञापी भी सख्ते में आ गए है। आबकारी अधिकारी शराब विक्रेताओं पर सख्ती के साथ उनके प्रति काफी संवेदनशील भी नजर आते है। कार्रवाई करने के बजाए अगर डर बना रहें तो यहीं उनके लिए बहुत है। आबकारी अधिकारी ने खुद यह बातें शराब विक्रेताओं से कहीं है कि अगर कोई विभाग का अधिकारी एवं कर्मचारी व अन्य व्यक्ति आपको बेवजह परेशान करता है तो इसकी मुझसे शिकायत करें। दुकानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे हमेशा क्रियाशील रहने चाहिए। दुकानों के बाहर शराब पीने पर रोक लगाए। अगर कोई व्यक्ति दुकान पर आकर आपसे अवैध रुप से पैसे या किसी भी चीज की डिमांड करता है तो डरे नहीं, विभाग आपके साथ है।