पिंकी तोमर के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई के विरोध में हिंदू रक्षा दल ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव

-पुलिस की धक्का मुक्की से अचेत होकर गिरे यति नरसिंहानंद गिरी महाराज

गाजियाबाद। हिन्दू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पिंकी चौधरी उर्फ भूपेंद्र तोमर के समर्थन में मंगलवार को कलेक्ट्रेट में हजारों की संख्या में समर्थक धरना देकर बैठ गए। डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल ने सोमवार को ही धारा-144 लागू होने के चलते भीड़ नहीं जुटने और सख्त चेतावनी दी गई थी। मगर पिंकी चौधरी खुद ही समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट में पहुंचे। उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए शक्ति प्रदर्शन किया। हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष के समर्थन में जुटी भीड़ व समर्थकों के चलते कलेक्ट्रेट में कई थानों की पुलिस फोर्स,पीएसी के जवान तैनात किए गए थे। मगर धरना-प्रदर्शन को रोकने में विफल साबित हुए। सुबह करीब 11 बजे से एसीपी कविनगर अभिषेक श्रीवास्तव व कविनगर थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र मलिक भारी पुलिस फोर्स के साथ कलेक्ट्रेट में मुस्तैद रहे। इनके बाद डीसीपी नगर निपुण अग्रवाल, एसीपी लोनी रजनीश उपाध्याय, एसीपी विवेक सिंह, एसीपी एलआईयू प्रियाश्री पाल समेत साहिबाबाद थाना प्रभारी अजय चौधरी समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स कलेक्टे्रेट में तैनात रहीं। करीब साढ़े 12 बजे एडीएम सिटी गंभीर सिंह को पिंकी चौधरी एवं समर्थकों ने अपनी मांग संबंधी ज्ञापन सौंपा। पिंकी चौधरी के समर्थन में जुटी भीड़ के बीच उन्होनें अपनी बात भी कही। उन्होंने चेताया कि अगर गुंडा एक्ट और हिस्ट्रीशीटर की कार्रवाई वापस नहीं हुई तो परिवार समेत आत्मदाह कर लेंगे।

पिंकी के समर्थन में कई शहरों के लोग शामिल हुए। पिंकी चौधरी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने परिवार के साथ इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगी है। पिंकी चौधरी ने लिखा है कि वह पिछले 25 साल से हिन्दुत्व के लिए लड़ रहे हैं। इस दौरान सपा व बसपा की सरकार रही मगर उन्होनें कभी हिन्दुत्व की राह नहीं छोड़ी। लव जिहाद में फंसी हर बहन बेटी की सहायता की।एनसीआर क्षेत्र में हो रही गौकशी की घटनाओं पर अंकुश लगाने का काम किया। बावजूद इसके पुलिस ने उन पर गुंडा एक्ट लगाने के साथ हिस्ट्रीशीट खोल दी। उन्होंने सौंपे ज्ञापन में कहा कि हिन्दू वादी सरकार में उन पर गुंडा एक्ट और हिस्ट्रीशीट की कार्रवाई से वह निराश और हताश हो गए हैं। इसलिए मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु चाहते हैं।

पुलिस के दावे साबित हुए धत्ता:
कश्निरेट पुलिस ने सोमवार को दावा किया था कि जिले में धारा 144 लागू है। ऐसे में किसी को भीड़ एकत्र नहीं करने दी जाएगी। डीसीपी निपुण अग्रवाल ने वीडियो संदेश जारी करके यही बात कही थी। लेकिन कलेक्ट्रेट में मंगलवार की सुबह से ही भीड़ जुटने लगी थी। पुलिस के तैनात होने से पहले ही लोग आ चुके थे। 11 बजे तक वहां हजारों की संख्या में समर्थक एकत्र हो चुके थे। उसके बाद पुलिस भी अलर्ट हो गई। कलेक्ट्रेट में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। वाटर कैनल और आसू गैस का भी प्रबंध किया था।

धक्का-मुक्की में गिरे यति हुए बेहोश:
पिंकी चौधरी के समर्थन में कलेक्ट्रेट पहुंचने के लिए निकले डासना मंदिर के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को पुलिस ने रोक लिया। महंत यति नरसिंहानंद कलेक्ट्रेट जाने पर अड़ गए। इस बीच पुलिस और यति के समर्थकों में धक्का-मुक्की हो गई। इसमें यति नरसिंहानंद गिर गए और अचेत हो गए। इस दौरान उन्होनें कहा कि पुलिस टकराव चाहती थी मगर हमने शांति का मार्ग चुना। पुलिस 25 मीटर तक धक्का-मुक्की करती रही। यति ने आरोप लगाया कि सरकार उन्हें मारने पर आमादा है। लेकिन वह सत्ता के लोभी नहीं है अगर मरना भी पड़ा तो शान से मरेंगे। उन्होंने पदयात्रा निकालने का एलान भी कर दिया है।यति नरसिंहानंद ने इजरायल हमले के बाद पीएम मोदी को खून से खत लिखा।

पत्र में लिखा कि इजरायल एक स्वाभिमानी राष्ट्र है और वहां के स्वाभिमानी और दिलेर नेता अपने लोगों और अपनी मिट्टी के लिए मर मिटेंगे लेकिन भारत में हिंदुओं का क्या होगा। भारत में हिंदुओं का क्या होगा। यति नरसिंहानंद मुख्यमंत्री योगी को विरोध स्वरूप अपनी सुरक्षा वापस करेंगे। हिंदू रक्षा दल की ओर से कलेक्ट्रेट का घेराव करने का ऐलान किया गया था। इसको कई साधु-संतों ने खुला समर्थन किया। महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद मंदिर से निकलते थे। मंदिर के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया था। मंदिर में यति नरसिंहानंद के साथ धक्का-मुक्की हुई। पुलिस के रोकने पर विरोध हुआ।