-तस्करों ने बनाया खेतों और झाडिय़ों को शराब फैक्ट्री, घर भी बने अवै अड्डा
– आबकारी विभाग की टीम ने 15 लीटर कच्ची शराब जब्त कर 200 किलो लहन को किया नष्ट
उदय भूमि संवाददाता
लखनऊ। एक वक्त था जब महुआ को गांव की संस्कृति, लोककला और खुशबूदार देहाती जीवन का प्रतीक माना जाता था, लेकिन अब वही महुआ लखनऊ देहात की आबोहवा में जहर घोलने लगा है। अब ये महज एक पेड़ का फल नहीं, बल्कि एक ऐसा खतरनाक नाम बन चुका है, जो ग्रामीण अंचलों में अवैध शराब के धंधे का सबसे बड़ा जरिया बन गया है। ‘महुआ रानीÓ कहलाने वाला यह पेड़ अब ‘जहर की रानी बनकर गांवों में तबाही का सबब बनता जा रहा है। खेतों की मेड़ें, आम के बाग, तालाबों के किनारे, झाडिय़ां और यहां तक कि ग्रामीणों के घरों के भीतर तक शराब की भट्टियाँ सुलग रही हैं। दिनदहाड़े चल रहे इस गोरखधंधे ने देहात की सादगी को काले कारोबार की कालिमा से ढक दिया है, और अब यह पूरे प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है।
छोटे स्तर पर चल रही यह काली कमाई अब इतने गहराई से फैली है कि कई गांवों में लोग दिनदहाड़े शराब बनाते और बेचते नजर आ रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि आम बागों और झाडिय़ों के बीच चल रही भट्टियाँ अब ग्रामीणों के जीवन के लिए खतरा बन चुकी हैं। हालात को देखते हुए जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह ने कमान संभाल ली है। सभी निरीक्षकों को 24 घंटे मुस्तैद रहने और सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत आबकारी निरीक्षक लक्ष्मी शंकर बाजपेई व अखिल कुमार गुप्ता की टीम ने गुरुवार को थाना मोहनलालगंज अंतर्गत ग्राम इंद्रजीत खेड़ा में कार्यवाही की। संदिग्ध स्थानों पर हुई दबिश में टीम ने खेतों और तालाबों के किनारे से 15 लीटर अवैध कच्ची शराब बरामद की, जबकि 200 किलोग्राम लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया।
यह अभियान तस्करों में खौफ और ग्रामीणों में विश्वास की लहर ले आया है। अब ग्रामीण भी इस लड़ाई में साथ खड़े हो गए हैं। आबकारी विभाग द्वारा चलाए जा रहे जागरुकता अभियानों का असर दिखने लगा है। ग्रामीण खुद आगे आकर अवैध शराब के ठिकानों की जानकारी दे रहे हैं। आबकारी विभाग की टीमें जहां एक ओर तस्करों पर शिकंजा कस रही हैं, वहीं दूसरी ओर गांव के युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार की राह पर लाने की कोशिश भी कर रही हैं। अवैध शराब छोड़ो, जीवन सुधारो का संदेश लेकर चल रही टीमों की मेहनत अब रंग लाने लगी है।
जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र सिंह का कहना है कि जिले में अवैध शराब निर्माण और तस्करी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमारी टीमें लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी रख रही हैं और 24 घंटे मुस्तैदी के साथ छापेमारी की जा रही है। हम न सिर्फ शराब तस्करों पर शिकंजा कस रहे हैं, बल्कि ग्रामीणों को जागरूक करके उन्हें इस अवैध धंधे से दूर रहने और वैकल्पिक रोजगार की ओर बढऩे के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य केवल कार्यवाही करना नहीं, बल्कि समाज को इस जहर से मुक्त कराना है।