गाजियाबाद की सड़कों को धूल मुक्त बनाने की दिशा में नगर निगम का बड़ा कदम, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बनाई कार्य योजना, लिडार तकनीक से धूल उत्सर्जन के स्रोतों की होगी पहचान

नगर निगम ने शहर की एयर क्वालिटी को सुधारने और सड़कों को धूल-मुक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। इस कार्य योजना में प्रदूषण से निपटने, एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार और सड़कों को धूल मुक्त बनाने के लिए शार्ट टर्म और लॉग टर्म उपाय हैं जिन्में अमलीजामा पहनाया जाएगा। प्रथम चरण में प्राथमिकता के आधार पर शहर के विभिन्न स्थानों पर धूल उत्सर्जन की पहचान कर उसे नियंत्रित करने के उपाय किए जाएंगे। नगर आयुक्त ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम आगामी तीन साल में एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को लेकर एक विस्तृत योजना के तहत काम करेगा, जिसका उद्देश्य गाजियाबाद को पूर्ण रूप से धूल मुक्त बनाना है।

महत्वपूर्ण बिंदु

• नगर आयुक्त ने तीन वर्षीय कार्य योजना का प्रेजेंटेशन दिखाकर सभी विभागों को दिए निर्देश
• एयर क्वालिटी में सुधार के लिए वॉटर स्प्रिंकलर और एंटी स्मोक गन का इस्तेमाल शुरू
• निर्माण और उद्यान विभाग मिलकर शहर की सड़कों को धूल मुक्त करने के लिए करेंगे काम
• फुटपाथ, गोल चक्कर, चौराहे और फ्लावर बेड्स की पहचान कर बढ़ाई जाएगी ग्रीनरी
• प्रथम चरण में पांचों जोन की प्रमुख सड़कों को धूल मुक्त बनाने का रखा गया लक्ष्य

उदय भूमि संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम ने शहर की एयर क्वालिटी को सुधारने और सड़कों को धूल-मुक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक द्वारा विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। इस कार्य योजना में प्रदूषण से निपटने, एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार और सड़कों को धूल मुक्त बनाने के लिए शार्ट टर्म और लॉग टर्म उपाय हैं जिन्में अमलीजामा पहनाया जाएगा। प्रथम चरण में प्राथमिकता के आधार पर शहर के विभिन्न स्थानों पर धूल उत्सर्जन की पहचान कर उसे नियंत्रित करने के उपाय किए जाएंगे। नगर आयुक्त ने बताया कि गाजियाबाद नगर निगम आगामी तीन साल में एयर क्वालिटी मैनेजमेंट को लेकर एक विस्तृत योजना के तहत काम करेगा, जिसका उद्देश्य गाजियाबाद को पूर्ण रूप से धूल मुक्त बनाना है। लिडार तकनीक का उपयोग करते हुए धूल उत्सर्जन के स्रोतों की पहचान की जाएगी। नगर निगम के निर्माण विभाग, उद्यान विभाग और एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर इस योजना पर एक साथ काम करेंगे। शहर में फुटपाथ, सड़कों, चौराहों, फ्लावर बेड्स और अन्य स्थानों की पहचान की गई, जहां से धूल उत्सर्जन होता है। इन स्थानों पर निर्माण विभाग मरम्मत कार्य करेगा और उद्यान विभाग ग्रीनरी डेवलप करेगा।

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने सोमवार को बैठक के दौरान बताया कि इस योजना का उद्देश्य गाजियाबाद को एक ग्रीन और धूल-मुक्त शहर बनाना है। इसके लिए नगर निगम अगले तीन साल तक लगातार काम करेगा। सभी प्रमुख सड़कों को धूल मुक्त बनाने के लिए व्यापक योजना तैयार की गई है। गाजियाबाद नगर निगम के सभी पांच जोन की प्रमुख सड़कों को इस प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। नगर आयुक्त ने इस योजना की प्रेजेंटेशन के माध्यम से डेमो भी देखा और सभी विभागों को इस कार्य को तेजी से और प्रभावी तरीके से लागू करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य अभियंता निर्माण नरेंद्र कुमार चौधरी, उद्यान प्रभारी डॉ. अनुज कुमार सिंह, संपत्ति प्रभारी पल्लवी सिंह सहित अन्य विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति रही। इस महत्वपूर्ण पहल के तहत गाजियाबाद नगर निगम शहर की सुंदरता और स्वच्छता में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त

हमारा मुख्य उद्देश्य गाजियाबाद को क्लीन और ग्रीन बनाना है। शहर की सड़कों को धूल-मुक्त बनाया जाएबा। इसके लिए हमने एक कार्य योजना तैयार की है। लिडार तकनीक के माध्यम से हम शहर के उन स्थानों की पहचान करेंगे, जहां से धूल उत्सर्जित होती है, और फिर निर्माण विभाग उन स्थानों का मरम्मत कार्य करेगा। इसके अलावा, उद्यान विभाग इन स्थानों पर पेड़-पौधों का रोपण करेगा ताकि शहर की हरियाली बढ़े और पर्यावरण में सुधार हो। हम इस प्रक्रिया को तेजी से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि गाजियाबाद के नागरिकों को साफ शहर और स्वच्छ वातावरण मिल सके।
विक्रमादित्य सिंह मलिक
नगर आयुक्त
गाजियाबाद।