सावन का पहले सोमवार पर शिवालयों में उमड़ी भीड़, हर हर महादेव की गूंज से भक्तिमय हुआ वातावरण

गाजियाबाद। सावन माह के पहले सोमवार को शिवालयों में भक्तों की खासी भीड़ उमड़ी। हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच श्रद्धालुओं ने शिवलिंग में जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। श्रद्धालुओं ने शिवालयों में गंगाजल, दूध, दही से जलाभिषेक कर बेलपत्र, चावल व पुष्प से भगवान शिव की पूजा की। सावन के पहले सोमवार पर यहां के अलावा शहर के मंदिरों में शिव भक्तों की भीड़ रही। जस्सीपुरा स्थित दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में जलाभिषेक के लिए रविवार की मध्यरात्रि से ही लाइन लग गई। जलाभिषेक रात्रि 12 बजे से शुरू हुआ। मंदिर के श्रीमहंत नारायण गिरी ने भगवान दूधेश्वर की पूजा की और भोग लगाया। जैसे ही कपाट खोले गए तो मंदिर परिसर और आसपास का क्षेत्र जयकारों से गूंज उठा।

सोमवार को शिव भक्तों की लाइन फ्लाईओवर से भी आगे तक पहुंच गई। भक्तों को लाइन में लगकर घंटों तक अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा। मंदिर में उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली,हरियाणा,उत्तराखंड,राजस्थान,गुजरात,पंजाब आदि राज्यों के भक्त पूजा-अर्चना करने के लिए आए। बड़ी संख्या में वीआईपी पूजा-अर्चना करने के लिए आए। मंदिर के मीडिया प्रभारी एसआर सुथार ने बताया कि भक्तों ने मंदिर में सोमवार को विशेष पूजा और रूद्राभिषेक भी किया। मंदिर सेवा समिति की अध्यक्ष विजय मित्तल के नेतृत्व में भगवान का भव्य श्रृंगार किया गया।

जिले के शिवालयों में भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रविवार देर रात से पुलिस और सेवादारों ने व्यवस्था संभाली। दूधेश्वरनाथ मंदिर की ओर जाने वाले रास्तों को हल्के और भारी वाहनों के लिए प्रतिबंधित किया गया था। इसकी वजह से शिव भक्तों को मंदिर तक पैदल चलकर जाना पड़ा। विजयनगर की गौशाला चौकी,हापुड़ रोड तिराहा और जीटी रोड चर्च के सामने से मंदिर की ओर जाने वाले वाहनों को रोक दिया गया था। मंदिर के श्रीमहंत नारायण गिरी का कहना है कि सावन में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा का विशेष महत्व है। माना जाता है कि शिव-पार्वती धरती पर आते हैं। सोमवार का व्रत करने से दोनों की कृपा होती है।कुंवारी लड़कियां सावन का व्रत रखती हैं,उन्हें मनचाहे जीवन साथी की प्राप्ति होती है।