प्राकृतिक आपदा रोकने को पौधरोपण जरूरी: पीयूष आनंद

-आठवीं बटालियन एनडीआरएफ में चलाया गया एक पेड़ मां के नाम अभियान

गाजियाबाद। जलवायु परिवर्तन की वजह से प्राकृतिक आपदाओं में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए एनडीआरएफ पर्यावरण संरक्षण के लिए हमेशा तत्पर रहती है। ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ता खतरा और बढ़ते तापमान को देखते हुए अधिक से अधिक पौधारोपण करना जरूरी है। अचानक मौसम में होने वाले परिवर्तन से बचने और प्राकृतिक आपदाओं को रोकने में वृक्ष हमारी बहुत मदद करते हैं। आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है कि हम अधिक पौधे लगाएं। यह बातें सोमवार को एनडीआरएफ महानिदेशक पीयूष आनंद ने कहीं। वह गाजियाबाद स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ में एक पेड़ मां के नाम अभियान के अवसर पर बोल रहे थे। कमला नेहरू नगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ में एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत वृक्षारोपण किया गया।

सोमवार को वाहिनी कैम्पस में 151 फलदार एवं छायादार पौधे लगाए गए, जिसमें मुख्य रूप से आम, सेब, अनार, लीची, अमरूद, चीकू, आड़ू, आलूबुखारा, तथा बोटल ब्रुश के पौधे शामिल हैं। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में एनडीआरएफ के महानिदेशक आईपीएस पीयूष आनंद और आईजी एनडीआरएफ आईपीएस नरेन्द्र सिंह बुंदेला समेत एनडीआरएफ मुख्यालय के सभी अधिकारी तथा 8वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमांडेंट प्रवीण कुमार तिवारी समेत 8वीं बटालियन के सभी अधिकारी और  रैस्क्युअर महिला एवं पुरुष जवान शामिल रहे। एनडीआरएफ महानिदेशक पीयूष आनंद ने बटालियन का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान बटालियन में चलाये जा रहे वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन कोर्स का निरीक्षण किया तथा कोर्स के साथ नियुक्त प्रशिक्षकों की सराहना की। उन्होंने वाहिनी परिसर में तैयार किये गये मियावाकी फॉरेस्ट को भी देखा तथा वाहिनी में चल रहे निर्माण कार्यों का भी निरीक्षण किया। ओलंपिक  साईज स्वीमिंग पूल तथा राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण के तहत भारत सरकार की तरफ से आपदा ग्रसित राष्ट्रों को भेजी जाने वाली राहत सामग्री की पैंकिग का निरीक्षण किया और राहत सामग्री के भण्डारण के लिए बनाये जाने वाले वेयरहाउस का निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये।