पंकज त्रिपाठी से जन सेवक तरुण मिश्र की मुलाकात, बिहार में फिल्म शूटिंग को लेकर हुई विशेष चर्चा

उदय भूमि संवाददाता
मुंबई। हिंदी सिनेमा के मशहूर अभिनेता और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पंकज त्रिपाठी से रविवार को जन सेवक तरुण मिश्र ने उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान बिहार में फिल्म इंडस्ट्री के विकास, फिल्मों की शूटिंग और भोजपुरी सिनेमा की वर्तमान स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। बिहार से संबंध रखने वाले पंकज त्रिपाठी का सिनेमा जगत में एक अलग ही स्थान है। उन्होंने अपनी सशक्त अभिनय क्षमता से हिंदी सिनेमा में खुद को स्थापित किया है और अब वह बिहार में फिल्म शूटिंग को लेकर सकारात्मक पहल करने जा रहे हैं। इस मुलाकात में बिहार की पहचान और फिल्म इंडस्ट्री में उसकी स्थिति को लेकर गहरी चर्चा हुई।

जन सेवक तरुण मिश्र ने बातचीत के दौरान बिहार में फिल्म शूटिंग की उपेक्षा का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आज हिंदी फिल्मों की अधिकतर शूटिंग विदेशों में होती है, वहीं उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और झारखंड में भी फिल्म निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। मगर बिहार, जो हिंदी पट्टी का केंद्र है, वहां फिल्म निर्माण लगभग न के बराबर हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार में न केवल बेहतरीन प्राकृतिक स्थल और ऐतिहासिक धरोहरें हैं, बल्कि यहां के कलाकार भी पूरे देश में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा रहे हैं।

फिर भी बिहार में फिल्म निर्माण का दायरा सीमित रहना दुर्भाग्यपूर्ण है। तरुण मिश्र ने इस पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि बिहार की संस्कृति, विरासत और इतिहास को दर्शाने के लिए यहां फिल्मों की शूटिंग होनी चाहिए। भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार भी मुंबई में शूटिंग कर रहे हैं, जबकि उन्हें बिहार में शूटिंग कर अपनी मिट्टी को संवारना चाहिए। हिंदी और भोजपुरी सिनेमा में बिहार के कलाकारों की संख्या काफी अधिक है, फिर भी राज्य में फिल्मों की शूटिंग न होना बिहार की पहचान के लिए शर्मनाक है।

बिहार में होगी पंकज त्रिपाठी की अगली फिल्म की शूटिंग
इस महत्वपूर्ण चर्चा के दौरान अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने इस बात की पुष्टि की कि उनकी आगामी फिल्म की शूटिंग बिहार में होगी। हालांकि, उन्होंने फिल्म का नाम उजागर नहीं किया लेकिन उन्होंने यह जरूर बताया कि यह शूटिंग महज एक या दो दिन की नहीं होगी, बल्कि दो सप्ताह से अधिक चलेगी, जिससे बिहार में फिल्म निर्माण को बढ़ावा मिलेगा।

बिहार में फिल्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की जरूरत
बिहार के गोपालगंज से ही ताल्लुक रखने वाले पंकज त्रिपाठी ने कहा कि हमारा राज्य अपार संभावनाओं से भरा है। अगर सरकार और फिल्म निर्माताओं का सहयोग मिले, तो बिहार भी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की तरह फिल्मों की शूटिंग का प्रमुख केंद्र बन सकता है। बिहार की मिट्टी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, जरूरत है तो बस एक पहल की। उन्होंने कहा कि यदि बिहार में फिल्म शूटिंग को बढ़ावा दिया जाए तो इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे, पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और बिहार की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरें भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना पाएंगी। अभिनेता पंकज त्रिपाठी अपने सरल स्वभाव और विनम्रता के लिए भी जाने जाते हैं। बिहार के गोपालगंज जिले से ताल्लुक रखने वाले इस अभिनेता ने हिंदी सिनेमा में अपने दमदार अभिनय से न केवल खुद को स्थापित किया, बल्कि बिहार के गौरव को भी बढ़ाया है। पंकज त्रिपाठी ने अपने अब तक के फिल्मी सफर में कई यादगार किरदार निभाए हैं, जिनमें गैंग्स ऑफ वासेपुर, मिर्जापुर, लुका छुपी, मिमी, सेक्रेड गेम्स जैसी सुपरहिट फिल्में और वेब सीरीज शामिल हैं। उन्हें अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

बिहार में फिल्म निर्माण का नया अध्याय
इस मुलाकात के बाद यह उम्मीद जताई जा रही है कि बिहार में फिल्मों की शूटिंग को लेकर एक नई पहल की शुरुआत होगी। पंकज त्रिपाठी की आगामी फिल्म की शूटिंग बिहार में होने से अन्य फिल्म निर्माताओं को भी राज्य में शूटिंग करने के लिए प्रेरणा मिलेगी और यह बिहार की फिल्म इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा प्रदान कर सकती है।

बिहार में शूटिंग के लिए संसाधनों की उपलब्धता
बिहार में फिल्म शूटिंग को लेकर एक आम धारणा यह रही है कि वहां इन्फ्रास्ट्रक्चर और अन्य सुविधाओं की कमी है, लेकिन इस पर पंकज त्रिपाठी और तरुण मिश्र दोनों ने सहमति जताई कि आज बिहार में फिल्म शूटिंग के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। आधुनिक तकनीक और सुविधाएं विकसित हो रही हैं, बस जरूरत है राज्य सरकार और फिल्म निर्माताओं के सहयोग की।